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HDFC vs Parag Parikh Flexi Cap Fund: पराग पारीख फ्लेक्सी कैप फंड AUM में नंबर वन, लेकिन रिटर्न में किसने मारी बाजी? (AI Generated Image)
HDFC vs Parag Parikh Flexi Cap Fund: एचडीएफसी म्यूचुअल फंड (HDFC Mutual Fund) और पराग पारीख म्यूचुअल फंड (Parag Parikh Mutual Fund) के फ्लेक्सी कैप फंड्स लंबे समय से अपनी कैटेगरी के टॉप फंड्स में शामिल हैं. पराग पारीख फ्लेक्सी कैप फंड (Parag Parikh Flexi Cap Fund) 1.26 लाख करोड़ रुपये के एसेट अंडर मैनेजमेंट के साथ इस कैटेगरी का सबसे ज्यादा AUM वाला फंड है. वहीं, एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप फंड (HDFC Flexi Cap Fund) 91 हजार करोड़ रुपये से अधिक के AUM के साथ दूसरे नंबर पर है. लेकिन रिटर्न के मामले में दोनों में कौन सी स्कीम बेहतर रही है? आइए देखते हैं पराग पारीख म्यूचुअल फंड (PPFAS Mutual Fund) और HDFC म्यूचुअल फंड की फ्लेक्सी कैप स्कीम्स के 1, 3, 5 और 10 साल के रिटर्न के आंकड़े.
1 साल के रिटर्न में HDFC फ्लेक्सी कैप फंड आगे
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI - Association of Mutual Funds in India) के 31 अक्टूबर 2025 तक के आंकड़ों के मुताबिक HDFC फ्लेक्सी कैप फंड ने पिछले एक साल में 10.91% रिटर्न दिया है, जबकि पराग पारीख फ्लेक्सी कैप फंड का 1 साल का रिटर्न 9.80% रहा है. यानी यहां एचडीएफसी म्यूचुअल फंड की स्कीम का रिटर्न कुछ बेहतर है. अच्छी बात ये है कि 1 साल में इन दोनों फंड्स ने अपने बेंचमार्क से कहीं बेहतर प्रदर्शन (Outperformance) दिखाया है. 1 साल में इनके बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 500 TRI (Nifty 500 TRI) का रिटर्न सिर्फ 5.56% था.
3 साल में भी HDFC फ्लेक्सी कैप फंड ने मारी बाजी
पिछले 3 साल के परफॉर्मेंस की बात करें तो HDFC फ्लेक्सी कैप फंड का सालाना रिटर्न 22.90% और पराग पारीख फ्लेक्सी कैप फंड का एनुअल रिटर्न 22.01% रहा. इस अवधि में इनके बेंचमार्क Nifty 500 TRI ने 16.49% की दर से सालाना रिटर्न दिया. यानी यहां भी दोनों फ्लेक्सी कैप फंड्स ने इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया, जबकि HDFC म्यूचुअल फंड की फ्लेक्सी कैप स्कीम PPFAS के फंड से कुछ आगे रही.
5 साल में HDFC फ्लेक्सी कैप फंड नंबर 1
पिछले पांच साल के रिटर्न के नंबर्स में HDFC फ्लेक्सी कैप फंड ने शानदार प्रदर्शन दिखाया. इस अवधि में फंड का एनुअल रिटर्न 30.19% रहा, जो कैटेगरी में सबसे ज्यादा है. वहीं पराग पारीख फ्लेक्सी कैप फंड ने 5 साल में 23.67% सालाना रिटर्न के साथ सातवें नंबर पर रहा.
इन पांच वर्षों में बेंचमार्क Nifty 500 TRI का रिटर्न 21.08% रहा. यानी इस बार भी दोनों दिग्गज फ्लेक्सी कैप फंड्स ने बेंचमार्क को पीछे छोड़कर शानदार रिटर्न दिए.
10 साल में पराग पारीख फ्लेक्सी कैप फंड का दमदार प्रदर्शन
लॉन्ग टर्म (Long Term) परफॉर्मेंस की बात करें तो 10 साल के आंकड़े थोड़े अलग हैं. इस अवधि में पराग पारीख फ्लेक्सी कैप फंड 18.48% एनुअल रिटर्न के साथ दूसरे नंबर पर रहा, जबकि HDFC फ्लेक्सी कैप फंड 17.26% सालाना रिटर्न के साथ चौथे नंबर पर रहा. 10 साल की अवधि में कैटेगरी में सबसे ज्यादा 20.08% एनुअल रिटर्न क्वांट फ्लेक्सी कैप फंड (Quant Flexi Cap Fund) ने दिया. इस दौरान बेंचमार्क Nifty 500 TRI का औसत रिटर्न 14.64% रहा.
कुल मिलाकर देखें, तो 1 साल, 3 साल, 5 साल या 10 साल - हर अवधि में दोनों ही फंड्स ने अपने बेंचमार्क इंडेक्स से लगातार बेहतर रिटर्न दिया है.
एक्सपेंस रेशियो और AUM
पराग पारीख फ्लेक्सी कैप फंड और HDFC फ्लेक्सी कैप फंड, दोनों ही अपने जबरदस्त AUM के साथ इस कैटेगरी की लीडिंग स्कीम्स हैं. AMFI के 31 अक्टूबर 2025 तक अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक पराग पारीख फ्लेक्सी कैप फंड का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 1,25,799 करोड़ रुपये और और HDFC फ्लेक्सी कैप फंड का AUM 91,041 करोड़ रुपये रहा.
निवेश पर होने वाले खर्च (Expense Ratio) की बात करें तो HDFC फ्लेक्सी कैप फंड के डायरेक्ट प्लान का एक्सपेंस रेशियो 0.68% है, जबकि पराग पारीख फ्लेक्सी कैप फंड का 0.63%. यानी खर्च के मामले में पराग पारीख थोड़ा बेहतर रहा है.
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फ्लेक्सी कैप फंड्स में निवेश का फायदा
फ्लेक्सी कैप फंड्स (Flexi Cap Funds) का फायदा यह है कि इनमें फंड मैनेजर को किसी भी मार्केट कैप सेगमेंट — लार्ज कैप, मिड कैप या स्मॉल कैप - में निवेश की छूट होती है. यही वजह है कि इन फंड्स में डायवर्सिफिकेशन (Diversification) और ग्रोथ दोनों का अच्छा बैलेंस देखने को मिलता है.
हालांकि इक्विटी आधारित फंड (Equity Oriented Funds) होने की वजह से फ्लेक्सी कैप फंड्स में निवेश से जुड़े जोखिम भी ज्यादा होते हैं. इसीलिए इन सभी स्कीम्स को रिस्कोमीटर पर बहुत अधिक रिस्क (Vey High Risk) की रेटिंग दी गई है. फ्लेक्सी कैप समेत सभी इक्विटी फंड्स में लंबी अवधि यानी 5 साल या उससे ज्यादा अवधि के लिए निवेश करना (Long Term Investment) बेहतर माना जाता है. यह भी ध्यान रहे कि किसी भी म्यूचुअल फंड का पिछला प्रदर्शन आगे जारी रहेगा या नहीं, इसकी कोई गारंटी नहीं होती.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का मकसद सिर्फ जानकारी देना है, किसी स्कीम में निवेश की सलाह देना नहीं. निवेश का कोई भी फैसला अपने इनवेस्टमेंट एडवाइजर से सलाह-मशविरा करने के बाद ही करें)
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