scorecardresearch

Gold Outlook : सोने में 2020 के बाद सबसे तेज गिरावट से आगे अब क्या होगा? कीमतों पर किन फैक्टर्स का पड़ रहा असर

Gold Outlook : रिकॉर्ड ऊंचाई छूने के बाद सोने की कीमतों में अचानक आई बड़ी गिरावट ने निवेशकों को चौंका दिया है. क्या यह गिरावट आगे भी जारी रहेगी या फिर सोना एक बार फिर ऊपर की ओर रुख करेगा.

Gold Outlook : रिकॉर्ड ऊंचाई छूने के बाद सोने की कीमतों में अचानक आई बड़ी गिरावट ने निवेशकों को चौंका दिया है. क्या यह गिरावट आगे भी जारी रहेगी या फिर सोना एक बार फिर ऊपर की ओर रुख करेगा.

author-image
Viplav Rahi
New Update
gold rates 2025, gold price fall, US China trade deal impact, gold investment 2025, gold market analysis, gold correction reasons, सोने की कीमत 2025, गोल्ड रेट गिरावट, सोने में निवेश, गोल्ड प्राइस ट्रेंड, अमेरिकी-चीन व्यापार समझौता असर, सोने का रिटर्न 2025

सोने में 2020 के बाद सबसे बड़ी गिरावट, आगे क्या होगा कीमतों का हाल (Image : Freepik)

Gold Outlook : पिछले कुछ महीनों में रिकॉर्ड ऊंचाई छूने के बाद सोने की कीमतों में अचानक आई बड़ी गिरावट ने निवेशकों को चौंका दिया है. 2020 के बाद यह सबसे तेज एकदिवसीय गिरावट रही, जिसने बाजार के सेंटीमेंट को हिला दिया. सवाल अब यह है कि क्या यह गिरावट आगे भी जारी रहेगी या फिर सोना एक बार फिर ऊपर की ओर रुख करेगा. आइए समझते हैं कि कीमतों में आई इस गिरावट के पीछे क्या वजहें हैं और आगे क्या संकेत दिख रहे हैं.

अमेरिका-चीन रिश्तों में सुधार से बदला माहौल

हाल ही में अमेरिका और चीन के बीच रिश्तों में नरमी के संकेत मिले हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ होने वाली मुलाकात को लेकर "फेयर डील" की उम्मीद जताई है. इस खबर के बाद जियो-पोलिटिकल टेंशन घटने से निवेशकों ने सोने में हुई जबरदस्त बढ़त पर मुनाफा वसूली शुरू कर दी. नतीजा यह हुआ कि मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत 5% तक गिर गई, जो अगस्त 2020 के बाद सबसे बड़ी एकदिवसीय गिरावट थी. बुधवार को भी गिरावट जारी रही और स्पॉट गोल्ड 0.4% टूटकर 4,109.19 डॉलर प्रति औंस पर आ गया.

Advertisment

Also read : Personal Loan : पर्सनल लोन एग्रीमेंट पर साइन करने से पहले जरूर चेक करें ये 5 बातें, वरना बाद में पड़ेगा पछताना

2025 में अब तक का सबसे बेहतरीन एसेट बना सोना

गौर करने वाली बात यह है कि इस करेक्शन के बावजूद सोना 2025 के सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले एसेट्स में बना हुआ है. इस साल अब तक इसमें करीब 56% की बढ़त दर्ज की जा चुकी है. बीते सोमवार को यह 4,381.21 डॉलर प्रति औंस के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था. केंद्रीय बैंकों की लगातार खरीद, वैश्विक अनिश्चितता और अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों ने सोने की कीमतों को ऊंचाई पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई.

Also read : Pay with Mutual Fund का क्या है मतलब? UPI की ये नई सुविधा इस्तेमाल करने से पहले समझ लें फायदे और लिमिटेशन

अमेरिकी इंफ्लेशन डेटा पर नजर 

अब बाजार की नजरें अमेरिका के सितंबर महीने के कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) डेटा पर हैं, जो ट्रंप सरकार के शटडाउन के कारण टल गया था. यह आंकड़ा यूएस फेडरल रिजर्व की अगली ब्याज दर नीति को दिशा देगा. रायटर्स पोल के अनुसार, फेड अगले हफ्ते 25 बेसिस पॉइंट की दर कटौती कर सकता है और दिसंबर में एक और कटौती संभव है. अगर ब्याज दरों में कमी जारी रही तो सोने को फिर से सहारा मिल सकता है.

Also read : EPS Pension Rules : ईपीएस के 10 साल पूरे होने से पहले सारे पैसे निकालना कितना सही? क्या कहते हैं लेटेस्ट नियम

घरेलू बाजार पर कैसा रहेगा असर

अंतरराष्ट्रीय बाजार में आई इस गिरावट का असर भारतीय बाजार में भी दिखेगा. भारत में सोने की कीमतें कमजोर शुरुआत के साथ खुलने की संभावना है. हालांकि, दिवाली और शादी के सीजन की मांग फिलहाल सोने को सपोर्ट दे रही है. जिन परिवारों में आने वाले दिनों में शादियां हैं, उनके लिए यह गिरावट राहत की खबर है क्योंकि सोना अब कुछ सस्ता हुआ है.

आगे का रास्ता

माना यही जा रहा है कि निकट भविष्य में सोने की कीमतें कुछ कमजोर भले ही रहें, लेकिन लंबी अवधि में तेजी बनी रहेगी. अगर अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती का सिलसिला जारी रहता है और दुनिया के पैमाने पर आर्थिक अस्थिरता बनी रहती है, तो सोना फिर से ऊपर का रुख कर सकता है.

(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना है, निवेश की सलाह देना नहीं. निवेश का कोई भी फैसला पूरी जानकारी हासिल करने के बाद और अपने इनवेस्टमेंट एडवाइजर की सलाह लेकर ही करें.)

Gold Gold Outlook Gold Rate