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SIP Compounder : 1 जनवरी 1995 को लॉन्च की गई इस स्कीम ने 30 साल में एसआईपी करने वालों को 21 फीसदी CAGR रिटर्न दिया है. (Freepik)
Highest SIP Return : लार्जकैप, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में निवेश करने वाली स्कीम एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप फंड (HDFC Flexi Cap Fund) के 30 साल 1 जनवरी 2025 को पूरे हो चुके हैं. ये ओपेन एंडेड डायनमिक इक्विटी स्कीम इन 30 सालों में सही मायने में निवेशकों के लिए कंपाउंडर या रिटर्न मशीन साबित हुई है. 1 जनवरी 1995 को लॉन्च की गई इस स्कीम ने 30 साल में एसआईपी करने वालों को 21 फीसदी CAGR रिटर्न दिया है. जबकि वन टाइम इन्वेस्ट करने वालों को 19 फीसदी CAGR रिटर्न मिला है. अब आप जानना चाहेंगे कि शुरू से लेकर अब तक इसमें निवेश बनाए रखने वालों को कितना फायदा हुआ है.
एचडीएफसी म्यूचुअल फंड की फैक्ट शीट के अनुसार एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप फंड रेगुलर प्लान का एसेट अंडर मैनेजमेंट 31 दिसंबर 2024 के अंत तक 66,344.40 करोड़ रुपये है. जबकि वैल्यू रिसर्च के अनुसार 28 फरवरी 2025 तक फंड का एयूएम 64,124 करोड़ रुपये है, जबकि एक्सपेंस रेश्यो 1.43 फीसदी है. इस स्कीम के लिए फंड मैनेजर रोशी जैन और ध्रुव मुच्छल हैं. इसके लिए बेंचमार्क NIFTY 500 Total Returns Index है.
HDFC Flexi Cap Fund : किसके लिए बेहतर
- जो निवेशक ऐसा पोर्टफोलियो चाह रहे हों, जो हर मार्केट कैप वाली कंपनियों में निवेश करता है.
- जो मजबूत कंपनियों को प्राथमिकता देते हों- मजबूत कंपनियां न सिर्फ हर परिस्थिति में बेहतर तरीके से सर्वाइव करती हैं, बल्कि चुनौतीपूर्ण समय में और भी मजबूत होकर उभरती हैं, जिससे स्थायी नुकसान कम होता है.
- जो निवेशक अपने पोर्टफोलियो में डाइवर्सिफिकेशन चाहते हैं - इस फंड द्वारा जोखिम को कम करने के लिए पोर्टफोलियो को हमेशा अर्थव्यवस्था में प्रमुख सेक्टर और वैरिएबल्स में डाइवर्सिफाइड किया गया है.
- जो निवेशक निवेश के लिए एक लॉन्ग टर्म अप्रोच और कम पोर्टफोलियो टर्नओवर पर फोकस करते हैं.
- निवेश के लिए लॉन्ग टर्म ओरिएंटेड, अनुशासित और कंसिस्टेंट अप्रोच रखते हैं.
HDFC Flexi Cap Fund : निवेश की क्या है स्ट्रैटेजी
एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप फंड हर मार्केट कैप यानी लार्ज-कैप, मिड-कैप और स्मॉल-कैप कंपनियों में इनवेस्ट करने वाली डायनैमिक इक्विटी स्कीम है. ये फंड मजबूत और बेहतर क्वालिटी वाली कंपनियों पर फोकस करता है. साथ ही निवेश की रणनीति सही वैल्यूएशन पर पैसे लगाने और लॉन्ग-टर्म पोजिशनिंग पर आधारित है. फंड की निवेश रणनीति की सफलता में बॉटम-अप स्टॉक सेलेक्शन का बड़ा योगदान है. इसमें उन कंपनियों को प्राथमिकता दी जाती है जो मिड से लॉन्ग टर्म में मजबूत ग्रोथ ड्राइवर्स होती हैं. लेकिन जिनके शेयर फिलहाल अच्छे वैल्यूएशन पर मिल रहे हों.
स्कीम के रिस्क मैनेजमेंट की 4 अहम बातें
- रेगुलेटरी और इंटर्नल रिस्क गाइडलाइन्स का पालन.
- क्वांटिटेटिव और क्वॉलिटेटिव रिसर्च पर आधारित इन्वेस्टमेंट प्रॉसेस.
- पोर्टफोलियो तैयार करते पर स्ट्रैटेजिक पोजिशनिंग पर जोर.
- मार्केट कैपिटलाइजेशन में फ्लेक्सिबिलिटी और सेक्टर्स में डायवर्सिफिकेशन.
(सोर्स : फैक्ट शीट)
फंड का SIP प्रदर्शन : लॉन्च से 31 दिसंबर 2024 तक
30 साल में SIP रिटर्न : 21.26% CAGR
मंथली एसआईपी अमाउंट : 10,000 रुपये
30 साल बाद एसआईपी की वैल्यू : 20.39 करोड़ रुपये
15 साल का SIP रिटर्न : 16.82%
मंथली एसआईपी अमाउंट : 10,000 रुपये
15 साल बाद एसआईपी की वैल्यू : 72.30 लाख रुपये
10 साल का SIP रिटर्न : 18.91%
मंथली एसआईपी अमाउंट : 10,000 रुपये
10 साल बाद एसआईपी की वैल्यू : 32.48 लाख रुपये
फंड का लम्प सम प्रदर्शन : लॉन्च से 31 दिसंबर 2024 तक
30 साल में लम्स सम रिटर्न : 19.01% CAGR
लॉन्च होने पर वन टाइम इन्वेस्ट : 1 लाख रुपये
30 साल बाद 1 लाख की वैल्यू : 1,85,97,710 रुपये
1 साल का लम्स सम रिटर्न : 23.27%
3 साल का लम्स सम रिटन : 24.00% CAGR
5 साल का लम्स सम रिटर्न : 22.53% CAGR
10 साल का लम्स सम रिटर्न : 14.77% CAGR
पोर्टफोलियो : टॉप होल्डिंग्स
HDFC Bank : 9.73%
ICICI Bank : 9.29%
Axis Bank : 8.87%
Kotak Mahindra Bank : 4.9%
Maruti Suzuki India : 4.66%
SBI Life Insurance : 4.35%
Cipla : 4.21%
Bharti Airtel : 3.56%
HCL Tech : 2.95%
PIRAMAL PHARMA : 2.4%
पोर्टफोलियो : टॉप सेक्टर्स
फाइनेंशियल सर्विसेज
ऑटोमोबाइल एंड ऑटो कंपोनेंट
हेल्थकेयर
इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी
टेलिकम्युनिकेशन
मेटल्स एंड माइनिंग
कैपिटल गुड्स
एफएमसीजी
कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स
कंज्यूमर सर्विसेज
(Source : Fact Sheet, वैल्यू रिसर्च)
(नोट : किसी भी इक्विटी फंड में पुराना रिटर्न आगे भी जारी रहेगा या नहीं, इसकी गारंटी नहीं है. यह भविष्य में कायम भी रह सकता है और नहीं भी. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की सलाह लें.)