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SIP Return : लॉन्ग टर्म एसआईपी या लम्प सम रिटर्न ग्राफ देखें तो ईएलएसएस कैटेगरी में एचडीएफसी ईएलएसएस टैक्स सेवर फंड नंबर 1 है. Photograph: (Freepik)
HDFC Mutual Fund Tax Savings Scheme : म्यूचुअल फंड की इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS) कैटेगरी में निवेशकों को टैक्स बेनेफिट के साथ हाई रिटर्न हासिल हो सकता है. ईएलएसएस भी दूसरे इक्विटी म्यूचुअल फंड की तरह इन्वेस्टमेंट स्कीम है, हालांकि इनमें ज्यादातर स्कीम में 3 साल का लॉक इन पीरियड होता है. म्यूचुअल फंड की यह कैटेगरी भी बहुत पुरानी है और इसमें 28 से 30 साल तक पुरानी स्कीम मौजूद हैं. अगर लॉन्ग टर्म एसआईपी या लम्प सम रिटर्न ग्राफ देखें तो इस कैटेगरी में एचडीएफसी म्यूचुअल फंड की स्कीम एचडीएफसी ईएलएसएस टैक्स सेवर फंड (HDFC ELSS Tax Saver Fund) नंबर 1 है. यहीं नहीं ये स्कीम 29 साल में रिटर्न देने में एचडीएफसी म्यूचुअल फंड की भी टॉप स्कीम है.
एचडीएफसी ईएलएसएस टैक्स सेवर फंड की शुरूआत 1996 में हुई थी. इस फंड का 31 दिसंबर 2024 तक AUM करीब 15,729 करोड़ रुपये है. वहीं, रेगुलर प्लान का एक्सपेंस रेश्यो 1.7 फीसदी है. इस फंड में मिनिमम 500 रुपये से SIP कर सकते हैं. इसके लिए बेंचमार्क NIFTY 500 TRI है. इस स्कीम के लिए फंड मैनेजर रोशी जैन और ध्रुव मुच्छल हैं. लार्जकैप में निवेश 75.6%, मिडकैप में निवेश 5.6%, स्मॉलकैप में निवेश 9.7% है.
फंड की इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी
- ये स्कीम मिड से लॉन्ग टर्म में ग्रोथ ड्राइवर्स वाली मजबूत कंपनियों पर फोकस करती है, विशेष रूप से वे जो बेहतर संभावनाओं वाली इंडस्ट्री में काम कर रही हैं.
- फंड की स्ट्रैटैजी रिस्क मैनेजमेंट करते हुए अवसरों का लाभ उठाने की क्षमता के साथ मजबूत मैनेजमेंट पर जोर देना है.
- फंड द्वारा कॉर्पोरेट गवर्नेंस, ईएसजी सेंसिटिविटी और पारदर्शिता के ट्रैक रिकॉर्ड पर विचार किया जाता है.
- इसमें फंड मैनेजर को सभी मार्केट कैप सेगमेंट में निवेश करने की छूट.
- ये स्कीम केवल पी/ई या पी/बी जैसे पारंपरिक मापदंडों पर भरोसा किए बिना, रिजनेबल मार्जिन ऑफ सेफ्टी प्रदान करने के लिए वैल्युएशन पर ध्यान देती है.
- योजना में निवेश की लंबी अवधि को ध्यान में रखते हुए किया जाता है, स्टॉक का सेलेक्शन टैक्टिकल की बजाय रणनीतिक और लॉन्ग टर्म नेचर का होगा.
- यह फंड उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प है, जो टैक्स बचाना चाहते हैं. जो डाइवर्सिफाइड इक्विटी पोर्टफोलियो में निवेश करना चाहते हैं और क्वालिटी कंपनियों के लॉन्ग टर्म ग्रोथ में भाग लेना चाहते हैं.
फंड का SIP प्रदर्शन
29 साल में SIP का एनुअलाइज्ड रिटर्न : 22.32%
मंथली SIP अमाउंट : 3000 रुपये
29 साल में कुल निवेश : 10,44,000 रुपये
29 साल बाद SIP की कुल वैल्यू : 6,18,86,311 रुपये
फंड का लम्प सम प्रदर्शन
लॉन्च डेट : मार्च 1996
लॉन्च के बाद से लम्प सम रिटर्न : 22.38% सालाना
वन टाइम इन्वेस्टमेंट : 1,00,000 रुपये
अब निवेश की वैल्यू : 3,33,69,726 रुपये
1 साल का लम्प सम रिटर्न : 21.13%
3 साल का लम्प सम रिटर्न : 21.29% सालाना
5 साल का लम्प सम रिटर्न : 20.60% सालाना
10 साल का लम्प सम रिटर्न : 12.67% सालाना
पोर्टफोलियो में टॉप 10 स्टॉक
HDFC Bank : 9.92%
ICICI Bank : 9.78%
Axis Bank : 7.85%
Cipla : 5.25%
Bharti Airtel : .05%
HCL Technologies : 4.08%
SBI Life Insurance : 3.98%
Kotak Mahindra Bank : 3.97%
Maruti Suzuki India : 3.8%
State Bank of India : 2.27%
पोर्टफोलियो में टॉप 10 सेक्टर
Financial Services : 40.7%
Healthcare : 11.4%
Automobile and Auto Components : 9.3%
Information Technology : 7.9%
Telecommunication : 5.0%
Metals & Mining : 2.7%
Capital Goods : 2.4%
Consumer Durables : 2.0%
Construction Materials : 1.9%
Realty : 1.4%
मिलता है टैक्स बेनेफिट
यह स्कीम टैक्स सेविंग्स और वेल्थ क्रिएशन का डबल बेनेफिट प्रदान करती है. यह 3 साल की लॉक-इन अवधि के साथ आती है और इनडिविजुअल्स/एचयूएफ को इनकम टैक्स एक्ट 1961 के एक्ट 80 सी के तहत इक्विटी-लिंक्ड बचत योजना में 1.5 लाख रुपये तक निवेश के लिए ग्रॉस टोटल इनकम से डिडक्शन प्रदान करती है. फंड अपने पोर्टफोलियो का 80-100% इक्विटी या इक्विटी से संबंधित विकल्पों में निवेश करता है. इक्विटी स्ट्रैटेजी का लक्ष्य मिड कैप और लार्ज कैप कंपनियों को मिलाकर बेहतर तरीके से डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो से लंबी अवधि में हाई रिटर्न हासिल करना है.
(नोट : किसी भी इक्विटी फंड में पुराना रिटर्न आगे भी जारी रहेगा या नहीं, इसकी गारंटी नहीं है. यह भविष्य में कायम भी रह सकता है और नहीं भी. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की सलाह लें.)