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HDFC Mutual Fund Top 5 Schemes Performance Chart (2015–2025) : एचडीएफसी म्यूचुअल फंड की टॉप 5 स्कीम ने 10 साल में शानदार रिटर्न दिए हैं. (AI Generated Image)
HDFC Mutual Fund Top 5 Schemes Performance : अगर आपने 10 साल पहले HDFC म्यूचुअल फंड की किसी टॉप स्कीम में निवेश किया होता, तो आज आपका 1 लाख रुपये का निवेश 4.3 लाख से लेकर 5.95 लाख रुपये तक पहुंच गया होता. जी हां, HDFC Mutual Fund की इन 5 बेस्ट स्कीम्स ने पिछले एक दशक में निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है. SIP पर भी 19.65% से लेकर 21.6% तक का सालाना रिटर्न (CAGR) मिला है, जो किसी भी इक्विटी फंड के लिए बेहद आकर्षक माना जाता है. लंबी अवधि में लगातार बेहतर परफॉर्मेंस के दम पर इन स्कीम्स ने निवेशकों के लिए वेल्थ क्रिएशन का मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड बनाया है.
HDFC म्यूचुअल फंड की 10 साल में बेस्ट रिटर्न देने वाली स्कीम्स
HDFC Mutual Fund की टॉप 5 स्कीम्स ने बीते 10 साल में ऐसा प्रदर्शन किया है, जिसने निवेशकों का भरोसा और मजबूत किया है. इनमें सबसे आगे रहा है HDFC Mid Cap Fund, जिसने SIP पर करीब 21.6% का शानदार एन्युलाइज्ड रिटर्न दिया. इसके अलावा Small Cap, Flexi Cap और Focused Fund जैसे इक्विटी स्कीम्स ने भी 10 साल में 19% से ज्यादा का सालाना रिटर्न दिया है. गोल्ड में निवेश करने वालों के लिए HDFC Gold ETF Fund of Fund ने भी स्टेबल रिटर्न दिया है. आइए एक नजर डालते हैं इन सभी फंड्स के रिटर्न, SIP वैल्यू और खर्च (Expense Ratio) पर:
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1. एचडीएफसी मिड कैप फंड - डायरेक्ट प्लान
(HDFC Mid Cap Fund - Direct Plan)
SIP पर 10 साल का एन्युलाइज्ड रिटर्न : 21.6 %
10 हजार मंथली SIP की 10 साल में फंड वैल्यू : 37,51,472 रुपये
लंपसम निवेश पर 10 साल का रिटर्न : 18.81 %
1 लाख के लंपसम की 10 साल में फंड वैल्यू : 5,60,441 रुपये
एक्सपेंस रेशियो : 0.72%
2. एचडीएफसी स्मॉल कैप फंड - डायरेक्ट प्लान
(HDFC Small Cap Fund - Direct Plan)
SIP पर 10 साल का एन्युलाइज्ड रिटर्न : 21.43 %
10 हजार मंथली SIP की 10 साल में फंड वैल्यू : 37,17,541 रुपये
लंपसम निवेश पर 10 साल का रिटर्न : 19.54%
1 लाख के लंपसम की 10 साल में फंड वैल्यू : 5,95,844 रुपये
एक्सपेंस रेशियो : 0.68 %
3. एचडीएफसी गोल्ड ईटीएफ फंड ऑफ फंड - डायरेक्ट प्लान
(HDFC Gold ETF Fund of Fund - Direct Plan)
SIP पर 10 साल का एन्युलाइज्ड रिटर्न : 20.14 %
10 हजार मंथली SIP की 10 साल में फंड वैल्यू : 34,60,441 रुपये
लंपसम निवेश पर 10 साल का रिटर्न : 15.71%
1 लाख के लंपसम की 10 साल में फंड वैल्यू : 4,30,238 रुपये
एक्सपेंस रेशियो : 0.18%
4. एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप फंड - डायरेक्ट प्लान
(HDFC Flexi Cap Fund - Direct Plan)
SIP पर 10 साल का एन्युलाइज्ड रिटर्न : 20.06 %
10 हजार मंथली SIP की 10 साल में फंड वैल्यू : 34,53,343 रुपये
लंपसम निवेश पर 10 साल का रिटर्न : 16.91%
1 लाख के लंपसम की 10 साल में फंड वैल्यू : 4,76,998 रुपये
एक्सपेंस रेशियो : 0.70 %
5. एचडीएफसी फोकस्ड फंड - डायरेक्ट प्लान
(HDFC Focused Fund - Direct Plan)
SIP पर 10 साल का एन्युलाइज्ड रिटर्न : 19.65%
10 हजार मंथली SIP की 10 साल में फंड वैल्यू : 33,77,504 रुपये
लंपसम निवेश पर 10 साल का रिटर्न : 15.99%
1 लाख के लंपसम की 10 साल में फंड वैल्यू : 4,40,763 रुपये
एक्सपेंस रेशियो : 0.57 %
(सोर्स : AMFI, फंड फैक्टशीट, वैल्यू रिसर्च)
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पिछले रिटर्न को कैसे समझें
इन रिटर्न के आंकड़ों से साफ है कि HDFC Mutual Fund की टॉप इक्विटी स्कीम्स ने लंबे समय में शानदार प्रदर्शन किया है. पिछले 10 सालों में इन्होंने न सिर्फ बेंचमार्क को पीछे छोड़ा, बल्कि निवेशकों के लिए लगातार वेल्थ क्रिएशन भी किया है. हालांकि, यह समझना जरूरी है कि म्यूचुअल फंड का रिटर्न मार्केट की चाल पर निर्भर करता है.
इसलिए, पिछले प्रदर्शन को देखकर यह मान लेना कि आगे भी वैसा ही रिटर्न मिलेगा — सही नहीं होगा. हर फंड का रिस्क लेवल अलग होता है और इन पांचों स्कीम्स का रिस्क “बहुत अधिक” (Very High) कैटेगरी में आता है. ऐसे में निवेश करने से पहले अपने जोखिम उठाने की क्षमता और निवेश अवधि का सही आकलन करना बेहद जरूरी है.
क्यों फायदेमंद है लॉन्ग टर्म निवेश
इक्विटी फंड में निवेश हमेशा लंबी अवधि के नजरिये से करना समझदारी भरा कदम होता है. अगर निवेशक 5 साल या उससे ज्यादा समय तक इन फंड्स को होल्ड करते हैं, तो उनके निवेश पर मार्केट की अस्थिरता का असर कम होता है. साथ ही रिटर्न की कंपाउंडिंग से मुनाफा बढ़ता है. SIP के जरिये निवेश करने पर ‘रूपी कॉस्ट एवरेजिंग’ (Rupee Cost Averaging) का लाभ भी मिलता है, जिससे बाजार की ऊंच-नीच का असर कम होता है. धीरे-धीरे नियमित निवेश से निवेशक एक मजबूत कॉर्पस बना सकते हैं.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना है, किसी स्कीम में निवेश की सलाह देना नहीं. निवेश का कोई भी फैसला पूरी जानकारी हासिल करने के बाद और अपने इनवेस्टमेंट एडवाइजर की सलाह लेकर ही करें.)
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