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Loan Calculation : होम लोन पर घटा ब्‍याज, अब 30 लाख और 40 लाख कर्ज के बदले बैंक को कितने चुकाने होंगे पैसे?

Home Loan New Rates : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इस साल 3 बार अपनी मॉनेटरी पॉलिसी में ब्याज दरों में कटौती की है, जिसके बाद रेपो रेट घटकर 5.50 फीसदी पर आ गया है, जो पिछले साल 6.50 फीसदी था.

Home Loan New Rates : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इस साल 3 बार अपनी मॉनेटरी पॉलिसी में ब्याज दरों में कटौती की है, जिसके बाद रेपो रेट घटकर 5.50 फीसदी पर आ गया है, जो पिछले साल 6.50 फीसदी था.

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Sushil Tripathi
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Home Loan EMI : लोन का टेन्योर कम रखें. अगर आप 20 साल की जगह 15 साल के लिए लोन लेते हैं तो ओवरआल लोन पर ब्याज बहुत कम हो सकता है. (AI Generated)

Home Loan Full Interest Calculation : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इस साल 3 बार अपनी मॉनेटरी पॉलिसी में ब्याज दरों में कटौती की है, जिसके बाद रेपो रेट घटकर 5.50 फीसदी पर आ गया है, जो पिछले साल 6.50 फीसदी था. रेपो रेट में 1 फीसदी की कटौती के बाद ज्‍यादातर बैंकों ने होम लोन पर ब्‍याज दरों (Home Loan Interest) में कटौती की है. जिसके बाद से घर खरीदने के लिए कर्ज लेना सस्‍ता हुआ है. असल में रेपो रेट वह दर है, जिस पर बैंक सेंट्रल बैंक से कर्ज लेते हैं. यही वजह है कि इसका बोझ बैंकों ने ग्राहकों पर पास आन कर दिया.

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प्रमुख बैंकों के होम लोन रेट्स 

SBI : 7.50% - 8.95%
HDFC Bank : 7.90% से शुरू 
बजारज हाउसिंग फाइनेंस : 7.35% से शुरू
ICICI Bank : 7.70% से शुरू
Axis Bank : 8.35% - 11.90%    
फेडरल बैंक : 8.75% से शुरू
PNB : 7.50% - 9.35%    
कोटक महिंद्रा बैंक : 7.99% से शुरू
केनरा बैंक : 7.50% - 10.25%    
IDFC फर्स्‍ट बैंक : 8.85% से शुरू    
RBL Bank     : 8.20% से शुरू
PNB हाउसिंग फाइनेंस  : 8.25% - 11.50%    

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घर खरीदने के लिए लोन लेना मजबूरी 

आज के दौर में ज्यादातर सैलरीड जो अपना शहर छोड़कर दूसरे बड़े शहरों में नौकरी कर रहे हैं, उनमें से ज्यादातर को अपने घर का सपना पूरा करने के लिए बैंक से लोन लेना एक जरूरत बन गया है. 30 लाख से 40 लाख तक लोन लेना आम बात हो गई है. अभी पिछले साल से होम लोन रेट में कुछ कमी जरूर हुई है, लेकिन अभी भी यह बेहद ऊंचा बना हुआ है. मौजूदा लोन रेट पर भी बात करें तो होम लोन के बदले ग्राहकों को लोन की वैल्यू के बराबर तो सिर्फ ब्याज ही चुकाना पड़ रहा है. 

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होमलोन: मूलधन पर कितना दे रहे हैं ब्याज

आप जब भी होमलोन लेने का प्‍लान करते हैं तो सबसे पहले यह देखना चाहिए कि कौन सा प्रमुख बैंक लोन पर आपसे कितना ब्याज ले रहा है. उसके बाद आपको यह जरूर कैलकुलेशन करना चाहिए कि आप जितने टेन्योर के लिए लोन ले रहे हैं, उस टेन्योर में आपको कुल कितना ब्याज बैंक को चुकाना पड़ जाता है. हमने यहां 2 तरह के केस में कैलकुलेशन किया है, जिसमें लोन की राशि 30 लाख और 40 लाख रुपये है. सभी का टेन्योर 15 साल फिक्स किया है. 

Case 1 -  कुल होम लोन: 30 लाख रुपये

इंटरेस्ट रेट : 8.00%
लोन की अवधि : 15 साल
EMI : 28,670 रुपये
कुल ब्याज: 21,60,521 रुपये
लोन के बदले बैंक को कुल पेमेंट: 51,60,521 रुपये

Case 2 - कुल होम लोन: 40 लाख रुपये

इंटरेस्ट रेट : 8.00%
लोन की अवधि : 15 साल
EMI : 38,226 रुपये
कुल ब्याज : 28,80,695 रुपये
लोन के बदले बैंक को कुल पेमेंट : 68,80,695 रुपये

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होमलोन अकाउंट कैसे करें जल्दी बंद

फिक्‍स्‍ड रेट लोन चुनें : एडजेस्टेबल-रेट होम लोन की जगह फिक्स्ड-रेट होम लोन चुनना अक्सर एक अच्छा विकल्प होता है. फिक्स्ड रेट मोर्तगेज के साथ आपकी ब्याज दर लोन के पूरे टेन्योर में समान रहेगी.

टेन्योर कम रखें : लोन का टेन्योर कम रखें. अगर आप 20 साल की जगह 15 साल के लिए लोन लेते हैं तो ओवरआल लोन पर ब्याज बहुत कम हो सकता है.

डाउन पेमेंट ज्यादा करें : डाउन पेमेंट ज्यादा कर सकते हें तो यही विकल्प चुनें. डाउन पेमेंट बढ़ाने से आपको बढ़ती ब्याज दरों का सामना करने के लिए अपने होम लोन को स्ट्रक्चर करने में मदद मिल सकती है.

लोन रीफाइनेंस करें : लोन लेने के बाद से ब्याज दरें बढ़ गई हैं, तो रीफाइनेंस एक अच्छा विकल्प हो सकता है. कम ब्याज दर पर रीफाइनेंस करने से आपको मंथली ईएमआई कम करने में मदद मिलेगी.        

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