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ICICI Prudential Multi Asset Fund ने एकमुश्त निवेश और एसआईपी दोनों पर लंबी अवधि में आकर्षक रिटर्न दिए हैं. (Image : Freepik)
ICICI Prudential Multi Asset Fund : आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मल्टी एसेट फंड एक ऐसी म्यूचुअल फंड स्कीम है जो पिछले 22 साल से भी ज्यादा समय से निवेशकों को शानदार रिटर्न देती आ रही है. यह न सिर्फ मल्टी एसेट फंड कैटेगरी की सबसे पुरानी स्कीम है, बल्कि पिछले 20 साल के औसत सालाना रिटर्न के लिहाज से नंबर वन स्कीम भी है. इस स्कीम में अगर किसी ने पहले दिन ही 1 लाख रुपये का एकमुश्त निवेश किया होगा, तो उसकी मौजूदा फंड वैल्यू 73 लाख रुपये से ज्यादा हो गई होगी. इतना ही नहीं, शुरुआत से अब तक हर महीने सिर्फ 2500 रुपये लगाने वालों को भी यह स्कीम 60 लाख रुपये से ज्यादा का फंड दे चुकी है. वैल्यू रिसर्च ने इस स्कीम को 5 स्टार की रेटिंग दी है. इस स्कीम के रिटर्न का कैलकुलेशन आगे देखेंगे, लेकिन उससे पहले समझ लेते हैं कि मल्टी एसेट फंड होता क्या है.
क्या होता है मल्टी एसेट फंड
मल्टी एसेट फंड एक ऐसी हाइब्रिड स्कीम है, जो अलग-अलग एसेट क्लास में निवेश करती है जैसे इक्विटी, डेट, गोल्ड, सिल्वर और अन्य कमोडिटीज. सेबी के नियमों के मुताबिक म्यूचुअल फंड की इस कैटेगरी में आने वाली स्कीम के लिए कम से कम 3 अलग-अलग एसेट क्लास में मिनिमम 10-10 फीसदी निवेश करना जरूरी है. इस डायवर्सिफाइड इनवेस्टमेंट स्ट्रक्चर की वजह से रिस्क को बैलेंस करने में मदद मिलती है और बेहतर रिटर्न की संभावना भी बढ़ जाती है. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मल्टी एसेट फंड भी इसी रणनीति का पालन करता है.
सबसे पुरानी स्कीम का दमदार रिटर्न
स्कीम की फैक्टशीट के अनुसार 31 अक्टूबर 2002 को शुरू हुई इस स्कीम ने लॉन्च से अब तक औसतन 21.02% का सालाना रिटर्न दिया है. जबकि इसी दौरान स्कीम के बेंचमार्क का रिटर्न 16.79% और निफ्टी 50 का रिटर्न 17.02% रहा है. इससे पता चलता है कि इस स्कीम ने लॉन्ग टर्म में बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन किया है. आइए देखते हैं कि इस स्कीम ने लॉन्च से अब तक और पिछले 5 साल में निवेशकों को कितना रिटर्न दिया है.
एकमुश्त निवेश पर स्कीम का रिटर्न
लॉन्च से अब तक :
लॉन्च के समय 1 लाख रुपये के निवेश की मौजूदा वैल्यू : 73,34,056 रुपये (रेगुलर प्लान)
लॉन्च से अब तक का सालाना रिटर्न (CAGR) : 21.02% (रेगुलर प्लान)
5 साल में :
5 साल पहले 1 लाख रुपये के निवेश की मौजूदा वैल्यू : 3,07,126 रुपये (रेगुलर प्लान)
5 साल का सालाना रिटर्न (CAGR) : 25.14% (रेगुलर प्लान)
SIP इनवेस्टमेंट पर कितना मिला रिटर्न
ICICI प्रूडेंशियल मल्टी एसेट फंड ने सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान के जरिये किए गए निवेश पर भी शानदार रिटर्न दिए हैं. हम यहां इसके दो कैलकुलेशन दे रहे हैं. पहला कैलकुलेशन 22 साल के SIP रिटर्न का है और दूसरा 5 साल का. 22 साल के लिए हमने 2500 रुपये की एसआईपी के आधार पर कैलकुलेशन किया है, जबकि 5 साल के लिए 5000 रुपये की एसआईपी के आधार पर.
कैलकुलेशन 1 : 22 साल में SIP पर रिटर्न
मंथली SIP : 2500 रुपये
निवेश की अवधि : 22 साल
22 साल में निवेश की गई रकम : 6.60 लाख रुपये
22 साल बाद फंड वैल्यू : 60,05,497 रुपये
22 साल में SIP पर एन्युलाइज्ड रिटर्न : 17.14 %
कैलकुलेशन 2 : 5 साल में SIP पर रिटर्न
मंथली SIP : 5000 रुपये
निवेश की अवधि : 5 साल
5 साल में निवेश की गई रकम : 3 लाख रुपये
5 साल बाद फंड वैल्यू : 5,08,241 रुपये
5 साल में SIP पर एन्युलाइज्ड रिटर्न : 21.25 %
स्कीम की टॉप 10 इक्विटी होल्डिंग्स
ICICI प्रूडेंशियल मल्टी एसेट फंड का पोर्टफोलियो काफी मजबूत है. स्कीम की टॉप 10 स्टॉक होल्डिंग में देश की तमाम दिग्गज कंपनियां शामिल हैं, जो इस फंड को स्टेबिलिटी और ग्रोथ पोटेंशियल दोनों देने की क्षमता रखती हैं.
कंपनी का नाम / पोर्टफोलियो में हिस्सा
ICICI बैंक : 4.20 %
रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) : 3.82 %
मारुति सुजुकी : 3.60 %
L & T : 2.79 %
HDFC बैंक : 2.63 %
SBI कार्ड्स : 2.57 %
NTPC : 2.14 %
टाटा कंसल्टेंसी (TCS) : 2.05 %
एक्सिस बैंक : 2.02 %
इंफोसिस : 1.86 %
निवेश से जुड़ा रिस्क और खर्च
रिस्कोमीटर पर यह फंड हाई रिस्क (High Risk) कैटेगरी में आता है. लेकिन डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो की वजह से लंबी अवधि में इसमें बेहतर रिस्क एडजस्टेड रिटर्न मिलने की उम्मीद की जा सकती है. स्कीम के रेगुलर प्लान का टोटल एक्सपेंस रेशियो (TER) 1.41% है, जबकि डायरेक्ट प्लान का TER 0.66% है.
किन्हें करना चाहिए निवेश
जो लोग लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं और इक्विटी, डेट और गोल्ड जैसे अलग-अलग एसेट क्लास में एक ही स्कीम के जरिये डाइवर्सिफाइड एक्सपोजर चाहते हैं, वे ICICI प्रूडेंशियल मल्टी एसेट फंड में पैसे लगाने पर विचार कर सकते हैं. 5 स्टार रेटिंग, लंबा ट्रैक रिकॉर्ड और लॉन्ग टर्म में हाई रिटर्न इसकी बड़ी ताकत हैं. साथ ही हाइब्रिड फंड होने के कारण इसमें प्योर इक्विटी फंड के मुकाबले रिस्क भी कम होता है. लेकिन निवेश का फैसला करने से पहले यह बात भी ध्यान में रखनी चाहिए कि म्यूचुअल फंड्स के पिछले रिटर्न के भविष्य में जारी रहने की गारंटी नहीं होती.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना है, किसी स्कीम में निवेश की सलाह देना नहीं. निवेश का कोई भी फैसला पूरी जानकारी हासिल करने और अपने इनवेस्टमेंट एडवाइजर की सलाह लेने के बाद ही करें.)