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इनकम टैक्स रिफंड चेक करने के तरीके भी यहां जान सकते हैं Photograph: (AI Image)
Income tax refund in 4 hours: अब इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) भरने के बाद महीनों तक रिफंड का इंतजार करना बीते जमाने की बात लग रही है. इस साल कई टैक्सपेयर्स को इनकन टैक्स रिटर्न भरने के बाह कुछ ही घंटे में रिफंड मिल रहा है. पहले जहां रिफंड आने में 90 दिन या उससे ज्यादा का समय लग जाता था, वहीं असेसमेंट ईयर 2025-26 में कुछ टैक्सपेयर्स को रिटर्न फाइल करने के महज 4 घंटे के अंदर ही उनका रिफंड बैंक अकाउंट में मिल गया. करीब 12–13 साल पहले तक यही रिफंड आने में 3 महीने से ज्यादा लगते थे, लेकिन अब तेज डिजिटल प्रोसेसिंग की वजह से यह समय घटकर घंटों में सिमट गया है.
ITR भरने के कुछ ही घंटों में आया रिफंड
नोएडा के एक मीडिया प्रोफेशनल अरुण प्रकाश ने बताया कि उन्होंने शाम 5 जबकर 3 मिनट पर इनकम टैक्स रिटर्न यानी आईटीआर फॉर्म-1 से भरा और उसी दिन रात 9 बजकर 2 मिनट पर यानी आईटीआर फार्म भरने के महज 4 घंटे बाद उनके अकाउंट में रिफंड क्रेडिट हो गया. उन्होंने ITR फाइल करने और रिफंड मिलने का टाइमस्टैम्प वाला सबूत भी शेयर किया. नीचे स्क्रीनशॉट में फाइलिंग और रिफंड का समय साफ देखा जा सकता है.
टैक्स प्रोफेशनल्स का कहना है कि पहले इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को रिफंड भेजने में औसतन 30 से 40 दिन लग जाते थे, लेकिन इस बार कुछ टैक्सपेयर्स को उसी दिन रिफंड मिल गया जिस दिन उन्होंने ITR फाइल किया.
टैक्स एक्सपर्ट दीपक वर्मा ने कहना है कि मेरे कई क्लाइंट्स को इस बार काफी जल्दी रिफंड मिला. उसी दिन जिस दिन उन्होंने ITR फार्म भरा. यह इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की डिजिटल प्रोसेसिंग का बेहतरीन उदाहरण है."
हालांकि, ऐसा बहुत ही कम टैक्स फाइलर्स के साथ हुआ है जिन्हें रिकॉर्ड समय में रिफंड मिला है. कुछ को तो उसी दिन मिल गया. अभी यह कहना मुश्किल है कि ज्यादा संख्या में टैक्सपेयर्स को इतनी जल्दी रिफंड मिल रहा है या नहीं, क्योंकि अब तक इसके सपोर्ट में भारी संख्या में डेटा उपलब्ध नहीं है. लेकिन यह साफ है कि सिस्टम पहले से काफी ज्यादा फॉस्ट और बेहतर हो गया है. आखिर, 10 साल पहले कौन सोच सकता था कि टैक्स रिफंड कुछ घंटों में भी मिल सकता है? फिर भी, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की वेबसाइट अब भी यही कहती है कि रिफंड क्रेडिट होने में 4 से 5 हफ्ते लग सकते हैं.
ITR Refund: 90 दिन से घटकर पहले 10 दिन और अब कुछ ही घंटों में
पिछले साल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में बताया था कि वित्त वर्ष 2013-14 में इनकम टैक्स रिफंड मिलने में औसतन 93 दिन लगते थे. जबकि वित्त वर्ष 2023-24 में यह समय घटकर सिर्फ 10 दिन रह गया है.
फर्जी क्लेम पर आयकर विभाग की नजर, पुराने ITR भी रडार पर
एक तरफ जहां सरकार ने टैक्स रिफंड की प्रक्रिया को तेज कर दिया है, वहीं दूसरी तरफ टैक्स चोरी और फर्जी क्लेम पकड़ने के लिए सिस्टम को ज्यादा मजबूत और चौकस बना दिया गया है. इस साल इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ITR की जांच (scrutiny) में काफी ज्यादा सख्ती बरत रहा है. न सिर्फ इस साल के रिटर्न, बल्कि पिछले सालों के रिटर्न पर भी बारीकी से नजर रखी जा रही है.
डिपार्टमेंट, ITR में दी गई जानकारी की AIS (Annual Information Statement) और फॉर्म 26AS जैसे थर्ड-पार्टी डेटा से मिलान कर रहा है. अगर किसी रिटर्न में इनकम और खर्च में अंतर मिलता है या किसी ने जरूरत से ज्यादा रिफंड क्लेम किया है, तो सिस्टम उसे ‘फ्लैग’ कर देता है. इसके अलावा, अगर किसी टैक्सपेयर्स का पिछले सालों का टैक्स असेसमेंट या टैक्स बकाया बाकी है, तो डिपार्टमेंट मौजूदा साल का रिफंड रोक सकता है या उसे पुराने बकाए से एडजस्ट कर सकता है.
रिफंड जल्दी आने की वजह
पूरी तरह से डिजिटल प्रोसेसिंग: अब ITR की प्रोसेसिंग और वेरिफिकेशन पूरी तरह ऑटोमैटिक हो चुकी है.
JSON बेस्ड फाइलिंग: पुराने एक्सेल सिस्टम की जगह अब JSON फॉर्मेट यूज हो रहा है, जिससे डेटा जल्दी पढ़ा जाता है.
e-Verify के बाद तुरंत प्रोसेसिंग शुरू: जैसे ही आप रिटर्न को इलेक्ट्रॉनिकली वेरिफाई करते हैं, रिफंड प्रोसेस शुरू हो जाता है.
बैंक अकाउंट प्री-वैलिडेशन और PAN-Aadhaar लिंकिंग जैसी सुविधाओं से यह पक्का हो गया है कि रिफंड सीधे सही अकाउंट में और जल्दी पहुंचे.
अपना इनकम टैक्स रिफंड कैसे ट्रैक करें?
इनकम टैक्स की वेबसाइट incometax.gov.in पर लॉग-इन करें
‘e-File > View Filed Returns’ ऑप्शन चुनें
संबंधित असेसमेंट ईयर (AY) पर क्लिक करें
फिर ‘View Details’ में जाकर रिफंड स्टेटस देखें
अगर रिफंड आने में देरी हो रही है, तो ये बातें चेक करें:
क्या आपका बैंक अकाउंट प्री-वैलिडेटेड है या नहीं
क्या आपका PAN और आधार लिंक है या नहीं
कहीं ITR फाइल करते समय कोई गलती तो नहीं हुई
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के डिजिटल बदलाव से टैक्सपेयर्स को बड़ी राहत मिली है. पहले जो रिफंड 90 दिन में आता था, अब कुछ घंटों में आने लगा है - यह दिखाता है कि ई-गवर्नेंस भारत में तेजी से असर दिखा रही है. हालांकि यह सुविधा अभी सभी के लिए नहीं है, लेकिन जिस रफ्तार से सुधार हो रहा है, वो भविष्य के लिए अच्छी खबर है. साथ ही, डिपार्टमेंट की सख्ती यह भी साफ करती है कि अब फ्रॉड की कोई जगह नहीं, हर रिटर्न को लेयर दर लेयर चेक किया जा रहा है.
(Credit: Mithilesh Jha)