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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को दुनिया भर में मनाया जाता है. Photograph: (FE File)
International Women's day: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कल यानी शनिवार के दिन मनाया जाएगा. आधी आबादी की समर्पित यह खास दिन हर साल 8 मार्च को दुनिया भर में सेलिब्रेट किया जाता है. यह एक ऐसा दिन है जब महिलाओं को राष्ट्रीय, जातीय, भाषाई, सांस्कृतिक, आर्थिक या राजनीतिक सीमाओं में उनकी उपलब्धियों के लिए मान्यता दी जाती है.
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का क्या है थीम
इस साल अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का थीम सभी महिलाओं और बच्चियों के लिए अधिकार, समानता और सशक्तिकरण (For All Women and Girls - Rights, Equality, Empowerment) है. ये थीम सभी के लिए समान अधिकार, शक्ति और अवसर की समानता देने और एक समावेशी भविष्य के लिए काम करने का आह्वान करता है जहां कोई भी पीछे न छूटे. इसका मुख्य लक्ष्य अगली पीढ़ी यानी युवाओं, विशेष रूप से युवा महिलाओं और किशोरियों को स्थायी परिवर्तन के उत्प्रेरक के रूप में सशक्त बनाना है.
साल 2025 एक महत्वपूर्ण क्षण है क्योंकि यह बीजिंग डिक्लेयरेशन एंड प्लेटफार्म ऑफ एक्शन (Beijing Declaration and Platform for Action) की 30वीं सालगिरह है. यह दस्तावेज दुनिया भर में महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों के लिए सबसे प्रगतिशील और व्यापक रूप से समर्थित खाका है, जो कानूनी सुरक्षा, सेवाओं तक पहुंच, युवाओं की भागीदारी और सामाजिक मानदंडों, रूढ़ियों और पुराने विचारों में बदलाव के मामले में महिला अधिकारों के एजेंडे को बदल देता है.
महिला सशक्तिकरण के लिए काम कर रही है सरकार
केंद्र सरकार विभिन्न नीतियों, योजनाओं और विधायी उपायों के माध्यम से महिला सशक्तिकरण और लैंगिक समानता की दिशा में सक्रिय रूप से काम कर रही है. देश महिला विकास से महिलाओं के नेतृत्व में विकास की ओर परिवर्तन का गवाह बन रहा है, जो राष्ट्रीय प्रगति में समान भागीदारी सुनिश्चित करता है. महिलाएं भारत के सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य को आकार देने, शिक्षा, स्वास्थ्य, डिजिटल समावेशन और नेतृत्व की भूमिकाओं में बाधाओं को तोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं.
भारत में महिलाएं आत्मनिर्भर होने के साथ-साथ आर्थिक रूप से संपन्न भी हो रही हैं. देश की ये कामकाजी महिलाएं रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के बाद अपनी सेविंग तमाम निवेश विकल्पों में लगा रही हैं. अगर आप एक कामकाजी महिला या नौकरी पेशेवर हैं और घर की बाकी जिम्मेदारियों के साथ-साथ भविष्य के लिए एक बड़ा फंड तैयार करने के बारे में सोच रही हैं तो यहां आपके लिए कुछ जरूरी सेविंग स्कीम के बारे में जानकारी दी गई है. निवेश से पहले आइए एक नजर देखते हैं इन विकल्पों के बारे में
महिला सम्मान बचत योजना
महिलाओं के लिए बेहतर निवेश विकल्पों में एक है महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट. भारत सरकार द्वारा महिलाओं को ध्यान में रखते हुए 1 अप्रैल 2023 को शुरू की गई. यह एक डिपॉजिट स्कीम है. इसमें महिलाएं कम से कम 1000 रुपये से लेकर अधिकतम 2 लाख रुपये तक निवेश कर सकती हैं. ये रकम दो साल के लिए जमा की जाती है. फिलहाल सरकार महिलाओं को इस स्कीम पर 7.5 फीसदी की दर से ब्याज दे रही है.
महिलाएं इन विकल्प में पैसे निवेश करने के लिए पोस्ट ऑफिस या बैंक में अपना अकाउंट ओपन करा सकती हैं. इसमें ब्याज तिमाही आधार पर कैलकुलेट किया जाता है और खाते में जमा किया जाएगा और खाता बंद होते समय पेमेंट कर दिया जाएगा.
केंद्र सरकार ने 1 अप्रैल 2023 को 2 साल के लिए इस योजना की शुरुआत की थी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 में महिला सम्मान बचत योजना (Mahila Samman Savings Certificate) की आखिरी तारीख को आगे बढ़ाने का कोई प्रस्ताव नहीं रखा. इस योजना की आखिरी तारीख 31 मार्च 2025 तय की गई है. ऐसे में महिला निवेशकों के पास इस योजना का लाभ उठाने के लिए कम समय बचे हैं.
सुकन्या समृद्धि योजना
सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसवाई-SKY) बच्चियों के लिए एक टैक्स फ्री स्मॉल-सेविंग स्कीम है. इस स्कीम पर फिलहाल सरकार 8.2% की दर से ब्याज ऑफर कर रही है. इसमें हर साल 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर सेक्शन 80C के तहत टैक्स बेनिफिट मिलती है. इस पर मिलने वाला ब्याज भी टैक्स-फ्री है. सुकन्या समृद्धि योजना के लिए पात्र होने के लिए बेटी की उम्र 10 साल या उससे कम होनी चाहिए. अधिकतम दो लड़कियों के लिए दो सुकन्या समृद्धि खाते खोले जा सकते हैं.
आप सुकन्या समृद्धि खाता न्यूनतम 250 रुपये जमा के साथ शुरू कर सकते हैं. बाद के वर्षों में आपको किसी वित्त वर्ष में न्यूनतम 250 रुपये जमा करने होंगे. एक वित्त वर्ष में अधिकतम जमा राशि 1.5 लाख रुपये तक हो सकती है. आपके पास एकमुश्त या कई किस्तों में निवेश करने का विकल्प है. इस स्कीम में ब्याज दर हर तिमाही में अपडेट की जाती है. सुकन्या समृद्धि खाते में आपको खाता खोलने की तारीख से लेकर 15 साल तक पैसे जमा करने होंगे. लेकिन यह खाता ओपनिंग की तारीख के 21 साल बाद मैच्योर होगा. इसके अलावा बेटी की उम्र 18 साल की होने के बाद उसकी शादी के लिए अकाउंट क्लोज करने का विकल्प भी मिलता है. मैच्योरिटी से पहले बेटी की पढ़ाई-लिखाई के लिए जमा रकम का 50% तक निकालने की इजाजत होती है.
पोस्ट ऑफिस की MIS स्कीम
महिलाओं के लिए पोस्ट ऑफिस की एक और स्कीम- मंथली इनकम स्कीम (MIS) भी बेस्ट साबित हो सकती है. इस स्कीम में एक बार फिक्स्ड राशि निवेश करके हर महीने ब्याज के रूप में रेगुलर इनकम का जुगाड़ सेट किया जा सकता है. इसमें 5 साल का लॉक-इन पीरियड होता है. इस स्कीम में मैक्सिमम निवेश लिमिट सिंगल अकाउंट के लिए 4.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 9 लाख रुपये और ज्वाइंट अकाउंट के लिए 15 लाख रुपए कर दी गई है. सिंगल अकाउंट के लिए 9 लाख रुपये के निवेश पर मंथली इंटरेस्ट इनकम करीब 5,325 रुपये होगी, जबकि ज्वाइंट अकाउंट में 15 लाख रुपये के निवेश पर हर महीने 8,875 रुपये ब्याज के रुप में कमाई हो सकती है. ब्याज का भुगतान अकाउंट खोलने के महीने की तारीख से एक महीने के बाद होगा.