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Investment Tips : दीपावली पर सिर्फ घर की साफ-सफाई काफी नहीं है, हमें अपने पोर्टफोलियो को भी साफ-सुथरा और चमकदार बनाना चाहिए. (Image : Pixabay)
Investment Tips on Diwali for Portfolio Cleaning: दीपावली के दौरान घर की साफ-सफाई करना हमारी परंपरा का हिस्सा है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसी तरह अपने निवेश पोर्टफोलियो की भी साफ-सफाई की जानी चाहिए? समय के साथ, हमारे निवेश पोर्टफोलियो में कुछ ऐसे निवेश जुड़ जाते हैं जो बेहतर प्रदर्शन नहीं कर रहे होते हैं या जिनका जोखिम अधिक होता है. अगर आप इस दीपावली पर अपने पोर्टफोलियो में शामिल इनवेस्टमेंट्स की सही ढंग से समीक्षा करके उन्हें बेहतर तरीके से व्यवस्थित करेंगे, तो यह त्योहार आपके भविष्य को भी उजाले से भर देगा. हम यहां 10 ऐसे टिप्स दे रहे हैं, जो पोर्टफोलियो को सुधारने में आपकी मदद कर सकते हैं.
1. खराब प्रदर्शन करने वाले निवेशों को हटाएं
अगर आपके पोर्टफोलियो में ऐसे स्टॉक्स या म्यूचुअल फंड हैं जो लगातार खराब प्रदर्शन कर रहे हैं, तो उन्हें हटा दें. ऐसे निवेश पोर्टफोलियो के रिटर्न को कम करते हैं और रिस्क को बढ़ा सकते हैं.
2. पोर्टफोलियो में संतुलन बनाए रखें
समय के साथ, कई बार आपके पोर्टफोलियो का संतुलन बदल जाता है. उदाहरण के लिए, अगर एक साल पहले आपने 60% इक्विटी, 30% फिक्स्ड इनकम और 10% सोने में निवेश किया था, तो इक्विटी में ग्रोथ के कारण यह अनुपात बदल सकता है. इसे फिर से संतुलित करें ताकि रिस्क मैनेजमेंट सही ढंग से हो सके.
3. म्यूचुअल फंड्स की संख्या को कम करें
बहुत सारे म्यूचुअल फंड्स में निवेश करना आपके पोर्टफोलियो को उलझा हुआ बना सकता है और रिस्क प्रोफाइल को प्रभावित कर सकता है. अगर आपके पास एक जैसी रणनीति वाले कई फंड्स हैं, तो बेहतर प्रदर्शन वाले फंड को रखें और बाकी को हटा दें.
4. टैक्स एफीशिएंट निवेश पर जोर दें
फिक्स्ड डिपॉजिट और बांड्स जैसे फिक्स्ड इनकम निवेश टैक्स के लिहाज से कम फायदेमंद हो सकते हैं. इन पर मिलने वाले रिटर्न पर ज्यादा टैक्स लगता हैं. इसकी बजाय, डेट फंड्स या आर्बिट्रेज फंड्स में निवेश करें, जो टैक्स के बाद भी एफडी से बेहतर रिटर्न दे सकते हैं.
5. स्मॉल और मिडकैप इनवेस्टमेंट को सीमित करें
स्मॉल और मिडकैप सेगमेंट्स में निवेश से अच्छे रिटर्न मिल सकते हैं, लेकिन इनमें जोखिम भी अधिक होता है. पोर्टफोलियो में इस तरह के इनवेस्टमेंट्स की हिस्सेदारी 40% से अधिक न रखें. बड़े कैप स्टॉक्स पर ध्यान दें क्योंकि वे स्टेबल रिटर्न देते हैं.
6. फिक्स्ड डिपॉजिट में बहुत बड़ी रकम न रखें
फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करना आसान लगता है, लेकिन इनसे मिलने वाले रिटर्न पर टैक्स और इंफ्लेशन यानी महंगाई दोनों का असर पड़ता है, जिसके बाद इनसे होने वाला लाभ काफी कम हो जाता है. अगर आप बड़े अमाउंट को फिक्स्ड डिपॉजिट में रखते हैं, तो डेट फंड्स में शिफ्ट करना एक बेहतर विकल्प हो सकता है.
7. शॉर्ट टर्म टार्गेट के लिए इक्विटी से दूरी बनाएं
अगर आपके वित्तीय लक्ष्य अगले 1-2 साल में आने वाले हैं, तो इक्विटी में निवेश जोखिम भरा हो सकता है. शॉर्ट टर्म टार्गेट के लिए डेट इंस्ट्रूमेंट्स जैसे फिक्स्ड इनकम फंड्स बेहतर होते हैं.
8. ज्यादा रिस्क वाले फंड्स की समीक्षा करें
अगर आपने आक्रामक म्यूचुअल फंड्स में निवेश किया है, तो यह सुनिश्चित करें कि आपके पोर्टफोलियो में विविधता बनी हुई है. फंड्स का अतिरेक नुकसानदेह हो सकता है, इसलिए ज्यादा रिस्क वाले फंड्स का ध्यानपूर्वक मूल्यांकन करें.
9. कम रिटर्न देने वाले निवेश को बदलें
आपके पोर्टफोलियो में कुछ ऐसे निवेश हो सकते हैं जो लगातार खराब प्रदर्शन कर रहे हैं. इन निवेशों को हटाकर ऐसे विकल्पों में निवेश करें जो आपके लक्ष्यों के अनुरूप बेहतर रिटर्न दे सकें.
10. नए इनवेस्टमेंट पर ध्यान दें
सिर्फ पुराने निवेशों को हटाना ही पर्याप्त नहीं है. नए, अधिक लाभकारी निवेशों पर भी ध्यान दें. इस दीपावली, सोने, रियल एस्टेट या बाजार के अन्य लाभदायक सेगमेंट्स में निवेश के बारे में सोचें.