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NFO News : NFO के जरिए, निवेशक म्यूचुअल फंड यूनिट को सब्सक्रिप्शन प्राइस पर खरीद सकते हैं, जो आमतौर पर 10 रुपये प्रति यूनिट होती है. (Pixabay)
New Fund Offer to Open : पिछले साल यानी 2024 में न्यू फंड ऑफर (NFO) को मिले बेहतर रिस्पांस के बाद साल 2025 में भी फंड हाउस लगातार इनोवेटिव सब्जेक्ट या मजबूत थीम पर आधारित म्यूचुअल फंड की नई स्कीम लॉन्च कर रही हैं. इसी क्रम में इस हफ्ते के आखिरी दिन 24 जनवरी को 2 नए न्यू फंड ऑफर लॉन्च हो रहे हैं. इसमें एक मल्टी एसेट एलोकेशन थीम पर है तो दूसरा निफ्टी 500 मोमेंटम 50 इंडेक्स थीम पर बेस्ड है. अगर आप भी म्यूचुअल फंड की नई स्कीम तलाश रहे हैं तो 24 जनवरी को बेहतर मौका होगा. जानते हैं दोनों फंड की डिटेल.
सब्सक्रिप्शन प्राइस पर खरीद सकते हैं यूनिट
NFO के जरिए, निवेशक म्यूचुअल फंड यूनिट को सब्सक्रिप्शन प्राइस पर खरीद सकते हैं, जो आमतौर पर 10 रुपये प्रति यूनिट होती है. ओपन-एंडेड और क्लोज-एंडेड फंड दोनों को सीमित अवधि के लिए NFO के जरिए लॉन्च किया जाता है, जिसके बाद ऐसे म्यूचुअल फंड का उनके संबंधित नेट एसेट वैल्यू (NAV) के आधार पर बाजार में कारोबार किया जाता है. न्यू फंड ऑफर आमतौर पर सस्ते होते हैं, क्योंकि ये बाजार में नए होते हैं. NFO लॉन्च करते समय इसके बारे में म्यूचुअल फंड कंपनियां पूरी जानकारी देती हैं, मसलन इसकी कैटेगरी क्या है, बेंचमार्क इडेक्स क्या है, पोर्टफोलियो में किस तरह के स्टॉक होंगे.
Axis Nifty500 Momentum 50 Index
एक्सिस म्यूचुअल फंड 24 जनवरी को निफ्टी 500 मोमेंटम 50 इंडेक्स फंड लॉन्च कर रहा है. यह एक ओपेन एंडेड इक्विटी स्कीम है, जिसमें 7 फरवरी तक सब्सक्राइब किया जा सकता है.
फंड हाउस : एक्सिस म्यूचुअल फंड
इश्यू ओपेन डेट : 24 जनवरी, 2025
इश्यू क्लोजिंग डेट : 7 फरवरी, 2025
कैटेगरी : फ्लेक्सी कैप
मिनिमम इन्वेस्टमेंट : 100 रुपये
लॉक इन पीरियड : कुछ नहीं
एग्जिट लोड : 15 दिन के अंदर भुनाने पर 0.25%
बेंचमार्क : Nifty 500 Momentum 50 TRI
फंड मैनेजर : कार्तिक कुमार, सचिन रेलेकर
एनएफओ की खासियत
निफ्टी 500 मोमेंटम 50 फंड एक पैसिवली मैनेज्ड इंडेक्स फंड है जो उनके 6 महीने और 12 महीने के प्रदर्शन के आधार पर चुने गए टॉप 50 शेयरों में निवेश करता है. स्टॉक का चयन निफ्टी 500 इंडेक्स के दायरे से किया जाता है. इस फंड का लक्ष्य उन शेयरों में निवेश करके रिटर्न जेनरेट करना है, जिन्होंने समय के साथ मजबूत प्रदर्शन के ट्रेंड दिखाए हैं.
किसे करना चाहिए निवेश
यह म्यूचुअल फंड स्कीम उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प है, जो मोमेंटम-ड्राइवेन शेयरों पर ध्यान देने के साथ एक डाइवर्सिफाइड इक्विटी पोर्टफोलियो की तलाश में हैं. यह मॉडरेट से हाई रिस्क उठाने की क्षमता रखने वाले और लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट की प्लानिंग कर रहे निवेशकों के लिए आदर्श विकल्प हो सकता है.
क्या हैं इसमें रिस्क?
किसी भी इक्विटी निवेश की तरह, यह फंड रिस्क ऑफ लॉस की तरह ही मार्केट रिस्क साथ लेकर चलता है. मोमेंटम इन्वेस्टिंग से पोर्टफोलियो टर्नओवर भी बढ़ सकता है, जिससे ट्रांजेक्शन कास्ट बढ़ सकती है और रिटर्न प्रभावित हो सकता है. ऐतिहासिक रूप से यह देखा गया है कि मोमेंटम स्ट्रैटेजी बाजार की तेजी और रिकवरी के फेज में अच्छी तरह से काम कर सकती है और मंदी के फेज में कमजोर प्रदर्शन कर सकती है.
LIC MF Multi Asset Allocation
एलआईसी म्यूचुअल फंड 24 जनवरी को एलआईसी मल्टी एसेट एलोकेशन फंड लॉन्च कर रही है, जिसमें 7 फरवरी तक सब्सक्राइब किया जा सकता है.
फंड हाउस : एलआईसी म्यूचुअल फंड
इश्यू ओपेन डेट : 24 जनवरी, 2025
इश्यू क्लोजिंग डेट : 7 फरवरी, 2025
कैटेगरी : हाइब्रिड मल्टी एसेट एलोकेशन
मिनिमम इन्वेस्टमेंट : 5000 रुपये
लॉक इन पीरियड : कुछ नहीं
एग्जिट लोड : 3 महीने के अंदर भुनाने पर 1%
बेंचमार्क : NIFTY 500 TRI (65), NIFTY Composite Debt Index (25), Domestic Price of Gold (10)
फंड मैनेजर : निखिल रुंगटा, प्रतीक हरीश श्रॉफ
क्या है फंड की खासियत
मल्टी एसेट एलोकेशन फ़ंड (MAAF) एक हाइब्रिड म्यूचुअल फंड होता है. इसमें इक्विटी, डेट, गोल्ड, रियल एस्टेट जैसे कई एसेट क्लास में निवेश किया जाता है. इन फंड में निवेश करने से निवेशकों को डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो मिलता है और रिस्क-एडजस्टेड रिटर्न मिलने की संभावना रहती है.
इनमें निवेश करने से रिस्क और रिटर्न के बीच संतुलन बेहतर होता है. बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान इनका आकर्षण बढ़ जाता है. पिछले कुछ सालों में इनका प्रदर्शन अच्छा रहा है.
किसे करना चाहिए निवेश
जो निवेशक बाजार की अस्थिरता के दौरान स्टेबल रिटर्न देने वाले इनवेस्टमेंट ऑप्शन की तलाश में हैं, वे मल्टी एसेट एलोकेशन फंड में पैसे लगाने पर विचार कर सकते हैं. हालांकि स्टेबल रिटर्न देने की क्षमता के बावजूद अधिकांश मल्टी एसेट फंड्स का रिस्क लेवल ‘हाई’ या ‘वेरी हाई’ है. इसका मतलब ये है कि इनमें निवेश के साथ रिस्क जुड़ा हुआ है. इसलिए कोई भी फैसला अपनी रिस्क लेने की क्षमता को ध्यान में रखकर ही लें.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ स्कीम की जानकारी देना है, निवेश की सिफारिश करना नहीं. इंडेक्स या किसी म्यूचुअल फंड स्कीम के पिछले रिटर्न को भविष्य में वैसे ही प्रदर्शन की गारंटी नहीं माना जा सकता. निवेश का कोई भी फैसला सेबी के मान्यताप्राप्त निवेश सलाहकार की राय लेने के बाद ही करें.)