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Long Term Return : आदित्य बिरला सन लाइफ बैलेंस्ड एडवांटेज फंड ने लंबी अवधि में अपने निवेशकों को काफी आकर्षक रिटर्न दिए हैं. (Image : Freepik)
Aditya Birla Sun Life Balanced Advantage Fund Long Term Return : आदित्य बिरला सन लाइफ बैलेंस्ड एडवांटेज फंड ने लंबी अवधि में अपने निवेशकों को काफी आकर्षक रिटर्न दिए हैं. इस स्कीम के पिछले 25 साल के प्रदर्शन ने लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट की अहमियत को साबित किया है. स्कीम के आंकड़े बताते है कि अगर किसी ने इस फंड में 25 साल पहले हर महीने 10 हजार रुपये की SIP शुरू की होगी, तो अब तक उसकी फंड वैल्यू 1.6 करोड़ रुपये से ज्यादा हो चुकी होगी. वह भी सिर्फ 29.9 लाख रुपये के निवेश की बदौलत. वहीं, अगर किसी ने इस स्कीम में एकमुश्त 1 लाख रुपये लगाए होंगे, तो यह रकम अब तक 10.3 लाख रुपये में तब्दील हो गई होगी.
डायनामिक एसेट एलोकेशन का फायदा
यह हाइब्रिड फंड 25 अप्रैल 2000 को लॉन्च हुआ था और इसका मकसद इक्विटी के अपसाइड में निवेशकों को भागीदार बनाते हुए उन्हें ज्यादा उतार-चढ़ाव से बचाना रहा है. इसका डायनामिक एसेट एलोकेशन मॉडल बाजार के वैल्यूएशन के आधार पर इक्विटी और डेट का बैलेंस बनाता है. जब बाजार महंगे होते हैं, तो इक्विटी का हिस्सा कम कर दिया जाता है और जब बाजार सस्ते होते हैं, तो उसमें बढ़ोतरी की जाती है. इससे निवेशकों को वोलैटिलिटी से काफी हद तक राहत मिलती है और लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न भी मिलता है.
कम गिरावट, तेज रिकवरी और स्टेबल रिटर्न
इस फंड ने बीते 25 वर्षों में ऐसी स्थिरता और भरोसे का प्रदर्शन किया है, जो आज के अस्थिर बाजार में बेहद अहम है. साल 2015 से अब तक इस फंड ने औसतन 52% इक्विटी में निवेश कर Nifty के मुकाबले 80% रिटर्न हासिल किए हैं, जबकि इसकी वोलैटिलिटी सिर्फ 66% रही है. यह दर्शाता है कि इसने बाजार के मुकाबले कम जोखिम उठाकर भी अच्छा रिटर्न दिया है. पिछले 9 साल में इस फंड ने 3 साल के रोलिंग रिटर्न में 86% समय 8% से ज्यादा रिटर्न दिया है.
फंड मैनेजमेंट और AUM
यह फंड फिलहाल हरीश कृष्णन, लवलीश सोलंकी और मोहित शर्मा की टीम द्वारा मैनेज किया जा रहा है. अप्रैल 2025 तक इस फंड का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 7,500 करोड़ रुपये से ज्यादा था, जो निवेशकों के भरोसे का संकेत है. फंड के 25 साल पूरे होने पर आदित्य बिरला सन लाइफ AMC के MD और CEO ए. बालासुब्रमण्यम ने कहा, “आदित्य बिरला सनलाइफ बैलेंस्ड एडवांटेज फंड की 25 साल की यात्रा सिर्फ प्रदर्शन की नहीं, बल्कि हमारी टीम की मेहनत और निवेशकों के भरोसे की कहानी है. हमारी कोशिश रही है कि इक्विटी और डेट का संतुलन बनाकर निवेशकों को स्थिर रिटर्न दें और उनकी शांति सुनिश्चित करें. हम सभी निवेशकों और पार्टनर्स का शुक्रिया अदा करते हैं जो बुल और बियर दोनों बाजारों में हमारे साथ खड़े रहे.”
लॉन्ग टर्म निवेश के लिए सही
अगर आप लॉन्ग टर्म वेल्थ बनाना चाहते हैं और चाहते हैं कि आपका पोर्टफोलियो ज्यादा जोखिम ना उठाए, तो बैलेंस्ड एडवांटेज फंड्स अच्छा विकल्प हो सकते हैं. हालांकि इक्विटी में निवेश की वजह से इसमें मार्केट रिस्क भी रहता है. यही वजह है कि रिस्कोमीटर पर इस हाइब्रिड म्यूचुअल फंड को बहुत अधिक जोखिम (Very High Risk) की कैटेगरी में रखा गया है. लेकिन प्योर इक्विटी फंड की तुलना में यह जोखिम कुछ कम माना जा सकता है. निवेशकों को इस तरह के किसी फंड में निवेश का फैसला करने से पहले अपने रिस्क प्रोफाइल और निवेश के लक्ष्य के ध्यान में रखना चाहिए और हमेशा लंबी अवधि के लिए इनवेस्ट करना चाहिए.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना है, किसी स्कीम में निवेश की सिफारिश करना नहीं. निवेश का कोई भी फैसला स्कीम के बारे में पूरी जानकारी हासिल करने और अपने इनवेस्टमेंट एडवाइजर की सलाह लेने के बाद ही करें.)