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Small Cap Funds with Maximum Return: क्या आपको स्मॉल कैप फंड्स में सिर्फ ऊंचा रिटर्न देखकर निवेश करना चाहिए? (Image : Freepik)
Top 10 Small Cap Funds with Maximum Return:म्यूचुअल फंड्स को लंबी अवधि में वेल्थ क्रिएशन का बेहतर तरीका माना जाता है. खास तौर पर स्मॉल कैप फंड्स अपने हाई रिटर्न के लिए जाने जाते हैं. टॉप 10 स्मॉल कैप फंड्स का पिछले 5 साल का रिटर्न भी यही बताता है कि ये फंड निवेशकों की दौलत को कई गुना बढ़ाने की क्षमता रखते हैं. मिसाल के तौर पर टॉप 10 स्मॉल कैप फंड्स ने 5 साल में निवेशकों के पैसों को 4 गुना से करीब 7 गुना तक बढ़ा दिया है. स्मॉल कैप फंड्स के इस हाई रिटर्न की वजह क्या है और क्या आपको सिर्फ मोटा मुनाफा कमाने के लिए ही इनमें पैसे लगाने चाहिए? या फिर निवेश का फैसला करने से पहले रिटर्न के अलावा कुछ और बातों को समझना भी जरूरी है? इन तमाम सवालों पर आगे बात करेंगे. लेकिन पहले एक नजर डालते हैं टॉप 10 स्मॉल कैप फंड्स और उनके रिटर्न पर.
5 साल में 4 से 7 गुना रिटर्न देने वाली 10 स्कीम्स
टॉप 10 स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड्स ने पिछले 5 साल में निवेशकों के पैसों को 4 गुना से करीब 7 गुना तक कर दिया है. इन सभी फंड्स के औसत सालाना रिटर्न और 1 लाख रुपये के निवेश की 5 साल बाद वैल्यू है की जानकारी आप यहां देख सकते हैं:
1. Quant Small Cap Fund (Direct Plan)
5 साल में औसत सालाना रिटर्न (CAGR) : 47.46%
1 लाख रुपये की 5 साल में वैल्यू : 6,98,775 रुपये
एक्सपेंस रेशियो : 0.64%
2. Bank of India Small Cap Fund (Direct Plan)
5 साल में औसत सालाना रिटर्न (CAGR) : 39.38%
1 लाख रुपये की 5 साल में वैल्यू : 5,27,055 रुपये
एक्सपेंस रेशियो : 0.46%
3. Nippon India Small Cap Fund (Direct Plan)
5 साल में औसत सालाना रिटर्न (CAGR) : 36.92%
1 लाख रुपये की 5 साल में वैल्यू : 4,82,013 रुपये
एक्सपेंस रेशियो : 0.68%
4. Canara Robeco Small Cap Fund (Direct Plan)
5 साल में औसत सालाना रिटर्न (CAGR) : 35.92%
1 लाख रुपये की 5 साल में वैल्यू : 4,64,743 रुपये
एक्सपेंस रेशियो : 0.47%
5. Edelweiss Small Cap Fund (Direct Plan)
5 साल में औसत सालाना रिटर्न (CAGR) : 35.13%
1 लाख रुपये की 5 साल में वैल्यू : 4,51,326 रुपये
एक्सपेंस रेशियो : 0.38%
6. Tata Small Cap Fund (Direct Plan)
5 साल में औसत सालाना रिटर्न (CAGR) : 34.69%
1 लाख रुपये की 5 साल में वैल्यू : 4,44,009 रुपये
एक्सपेंस रेशियो : 0.34%
7. Invesco India Smallcap Fund (Direct Plan)
5 साल में औसत सालाना रिटर्न (CAGR) : 34.44%
1 लाख रुपये की 5 साल में वैल्यू : 4,39,963 रुपये
एक्सपेंस रेशियो : 0.41%
8. HSBC Small Cap Fund (Direct Plan)
5 साल में औसत सालाना रिटर्न (CAGR) : 33.15%
1 लाख रुपये की 5 साल में वैल्यू : 4,18,872 रुपये
एक्सपेंस रेशियो : 0.68%
9. Kotak Small Cap Fund (Direct Plan)
5 साल में औसत सालाना रिटर्न (CAGR) : 32.59%
1 लाख रुपये की 5 साल में वैल्यू : 4,10,375 रुपये
एक्सपेंस रेशियो : 0.49%
10. DSP Small Cap Fund (Direct Plan)
5 साल में औसत सालाना रिटर्न (CAGR) : 32.21%
1 लाख रुपये की 5 साल में वैल्यू : 4,04,508 रुपये
एक्सपेंस रेशियो : 0.84%
बेंचमार्क इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन
इन सभी स्मॉल कैप फंड्स का प्रदर्शन उनके बेंचमार्क इंडेक्स की तुलना में भी बेहतर रहा है. इन सभी स्मॉल कैप फंड्स के दो बेंचमार्क इंडेक्स हैं. पहला बेंचमार्क है, बीएसई 250 स्मॉल कैप टोटल रिटर्न इंडेक्स (BSE 250 SmallCap TRI) जिसका 5 साल का औसत सालान रिटर्न (CAGR) 30.42% रहा है. दूसरे बेंचमार्क निफ्टी स्मॉल कैप 250 टोटल रिटर्न इंडेक्स (NIFTY Smallcap 250 TRI) का पिछले 5 साल का औसत सालाना रिटर्न 31.21% रहा है.
क्या होते हैं स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड्स
सेबी के नियमों के तहत किसी भी स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड के एसेट्स का कम से कम 65% हिस्सा स्मॉल कैप कंपनियों के स्टॉक्स में निवेश करना जरूरी होता है. मार्केट कैपिटलाइजेशन (Market Capitalization) के आधार पर टॉप 250 कंपनियों से बाहर की कंपनियों को स्मॉल कैप कंपनियां माना जाता है.
स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड्स की खूबियां
स्मॉल कैप कंपनियां अपने विकास के शुरुआती दौर में होती हैं और उनमें हाई ग्रोथ पोटेंशियल यानी तेजी से बढ़ने की क्षमता होती है. लेकिन इन कंपनियों में निवेश ज्यादा रिस्की भी माना जाता है. बुल मार्केट यानी तेजी के दौरान स्मॉल कैप फंड्स आम तौर पर मिड कैप या लार्ज कैप फंड्स से बेहतर प्रदर्शन करने की क्षमता रखते हैं. हालांकि बियर मार्केट यानी गिरावट के दौरान इनके प्रदर्शन में कमजोरी के आसार रहते हैं.
सिर्फ रिटर्न देखकर न करें फैसला
स्मॉल कैप फंड्स में निवेश का फैसला सिर्फ ऊंचे रिटर्न को देखकर नहीं करना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें मोटे मुनाफे की संभावना के साथ ही साथ हाई रिस्क की आशंका भी जुड़ी रहती है. इसलिए कोई भी फैसला करने से पहले अपनी आर्थिक स्थिति और रिस्क लेने की क्षमता का आकलन जरूर कर लें. स्मॉल कैप फंड्स में निवेश करते समय हमेशा लॉन्ग टर्म नजरिया रखना चाहिए, क्योंकि ये फंड लंबी अवधि में ही बेहतर रिटर्न दे सकते हैं. अगर आप ज्यादा रिस्क लेने को तैयार हैं और लॉन्ग टर्म नजरिये से निवेश करना चाहते हैं, तो अपने पोर्टफोलियो में स्मॉल कैप फंड्स को जगह देने की सोच सकते हैं. लेकिन पूरे पोर्टफोलियो में स्मॉल कैप का शेयर 10-15 फीसदी से ज्यादा नहीं होना चाहिए.
(डिस्क्लेमर: इस लेख का मकसद सिर्फ जानकारी देना है किसी फंड में निवेश की सलाह देना नहीं. इक्विटी म्यूचुअल फंड के पिछले रिटर्न के भविष्य में जारी रहने की कोई गारंटी नहींं होती. निवेश से जुड़े फैसले सेबी से मान्यताप्राप्त इनवेस्टमेंट एडवाइजर की राय लेकर ही करें.)