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Schemes in Focus: साल 2024 जहां शेयर बाजार के लिए उतार चढ़ाव भरा साबित हो रहा है, मल्टी एसेट अलोकेशन म्यूचुअल फंड फोकस में हैं. (Pixabay)
Multi Asset Allocation Fund: अब नया फाइनेंशियल ईयर शुरू होने जा रहा है तो ऐसे में आपके लिए अपने पोर्टफोलियो का आकलन करने का समय आ गया है. मौजूदा समय में बाजार अपने आलटाइम हाई के करीब है और बीते एक साल की बात करें तो लार्जकैप, मिडकैप और स्मॉलकैप हर सेगमेंट में जोरदार रैली देखने को मिली है. लार्जकैप इंडेक्स निफ्टी करीब 28 फीसदी तो मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स 60 फीसदी से ज्यादा मजबूत हुए हैं. ऐसे में आगे इनमें बिकवाली संभव है. ऐसे में नए फाइनेंशियल की शुरूआत में निवेशकों के लिए मल्टी एसेट अलोकेशन स्ट्रैटेजी बेहतर हो सकती है. जिसके लिए मल्टी एसेट अलोकेशन फंड बेहतर विकल्प हैं. एक्सपर्ट भी कहते हैं कि जब भी बाजार को लेकर आशंका हो अपना पार्टफोलियो डाइवर्सिफाइड करें.
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क्या है एसेट अलोकेशन
एसेट अलोकेशन का मतलब है डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो. यानी पोर्टफोलियो में अलग अलग एसेट क्लास को कुछ न कुछ हिस्सा देना. मसलन पोर्टफोलियो में इक्विटी, डेट, फिक्स्ड इनकम, गोल्ड या अन्य विकल्प का मिश्रण होना चाहिए. किस एसेट क्लास का कितना हिस्सा हो, यह निवेशक के रिस्क लेने और फाइनेंशियल गोल के अनुसार होना चाहिए. अलग में अलग अलग एसेट क्लास अलग अलग साइकिल में मार्केट लीडर बन सकते हैं. यानी उनका प्रदर्शन अलग अलग साइकिल में अलनग अलग हो सकता है. ऐसे में अगर कभी डेट में गिरावट आती है तो इक्विटी उसे बैलेंस कर सकता है. वहीं इक्विटी या डेट में गिरावट को गोल्ड या कमाेडिटी से बैलेंस किया जा सकता है.
मल्टी एसेट अलोकेशन फंड हैं बेस्ट विकल्प
साल 2024 जहां शेयर बाजार के लिए उतार चढ़ाव भरा साबित हो रहा है, मल्टी एसेट अलोकेशन म्यूचुअल फंड फोकस में हैं. इस साल अब तक मल्टी एसेट अलोकेशन फंड का एवरेज रिटर्न सेंसेक्स और निफ्टी इंडेक्स से ज्यादा रहा है. वहीं हाइब्रिड कैटेगरीज में इस कैटेगरी का रिटर्न इस साल अब तक सबसे ज्यादा रहा है.
मल्टी-एसेट एलोकेशन फंड निवेशकों को सिंगल इन्वेस्टमेंट के जरिए डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो प्रदान करते हैं. इनका निवेश इक्विटी, डेट, गोल्ड के अलावा रियल एस्टेट जैसे एसेट क्लास में होता है. इनकी यही खासियत निवेशकों को बेस्ट रिस्क-एडजस्टेड रिटर्न प्रदान करने की क्षमता रखती है. इन फंडों का उद्देश्य कई एसेट क्लास में मल्टी-एसेट अलोकेशन के माध्यम से निवेश पोर्टफोलियो को बढ़ाना और डाइवर्सिफिकेशन लाना है. फंड का लक्ष्य सिर्फ एक ही एसेट क्लास में निवेश से जुड़े रिस्क को कम करना है.
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किसे करना चाहिए निवेश
मल्टी-एसेट एलोकेशन म्यूचुअल फंड उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प है, जिनकी जोखिम लेने की क्षमता कम है, लेकिन वे अपने निवेश पर स्टेबल रिटर्न चाहते हैं. वहीं जो निवेशक अपने पोर्टफोलियो में अलग अलग प्रमुख एसेट क्लास में डाइवर्सिफिकेशन चाहते हैं, उनके लिए भी यह विकल्प बेहतर है. यह सिर्फ एक तरह के एसेट क्लास में निवेश के साथ आने वाले रिस्क को कम कर देता है.
1 साल से 10 साल में एवरेज रिटर्न
मल्टी एसेट अलोकेशन फंड की बात करें तो इस कैटेगरी ने 1 साल, 3 साल, 5 साल और 10 साल में लगातार हाई रिटर्न दिया है. इन फंड का एवरेज रिटर्न 1 साल में 26.43 फीसदी, 3 साल में 15.04 फीसदी, 5 साल में 13.81 फीसदी और 10 साल में 10.72 फीसदी रहा है. साल 2024 में अबतक इनका एवरेज रिटर्न करीब 4.23 फीसदी है, जो सेंसेक्स और निफ्टी की तुलना में ज्यादा है.
5 साल में रिटर्न के मामले में टॉप स्कीम
क्वांट मल्टी एसेट अलोकेशन फंड: 28.54%
कोटक मल्टी एसेट अलोकेशन फंड FoF: 20.49%
ICICI प्रू मल्टी एसेट अलोकेशन फंड: 19.63%
ABSL फाइनेंशियल प्लानिंग FOF एग्रेसिव: 15.78%
HDFC मल्टी एसेट अलोकेशन फंड: 15%
(Source: Value Research)