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Mutual Funds : फ्लेक्सीकैप फंड्स में 7,654.33 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जो जून के 5,733 करोड़ रुपये से 33% ज्यादा है. (AI Generated)
Amfi data on mutual fund investment : म्यूचुअल फंड निवेशकों के बीच फ्लेक्सी कैप फंड का दबदबा बरकरार है. जुलाई महीने में भी इक्विटी सेग्मेंट में सबसे ज्यादा निवेश इसी कैटेगरी में हुआ है. बाजार में मौजूदा अनिश्चितता के हालात देखकर निवेशक सेफ माने जाने वाले फ्लेक्सी कैप में फंड डाल रहे हैं. वहीं न्यू टैक्स रिजीम के चलते ईएलएसएस से निवेशकों का मोह भंग हुआ है. लिक्विड फंड में भी भारी बिकवाली रही. एम्फी ने जुलाई महीने के लिए म्यूचुअल फंड निवेश के आंकड़े जारी किए हैं.
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इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में निवेश बढ़ा
एक्टिवली मैनेज्ड इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में जुलाई महीने के दौरान 42,702.35 करोड़ का निवेश (इनफ्लो) हुआ, जो जून में हुए 23,587 करोड़ के इनफ्लो से 81% ज्यादा है. इंडियन म्यूचुअल फंड्स एसोसिएशन (AMFI) के मंथली आंकड़ों के अनुसार, सभी कैटेगरी में जून की तुलना में जुलाई में निवेश में बढ़ोतरी हुई. म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का कुल नेट इनफ्लो 1.79 लाख करोड़ रहा, जो पिछले महीने के 49,094 करोड़ से काफी ज्यादा है.
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किस कैटेगरी में कितना निवेश या बिकवाली
लार्ज-कैप फंड्स में 2,125.09 करोड़ रुपये का इनफ्लो हुआ, जबकि जून में यह 1,694 करोड़ रुपये था.
मिड-कैप कैटेगरी में 5,182.49 करोड़ रुपये का इनफ्लो आया, जो पिछले महीने 3,754 करोड़ रुपये था.
स्मॉल-कैप स्कीम्स में जुलाई में 6,484.43 करोड़ रुपये का इनफ्लो आया, जो जून के 4,024 करोड़ रुपये से लगभग 61% ज्यादा है.
फ्लेक्सी-कैप फंड्स में 7,654.33 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जो जून के 5,733 करोड़ रुपये से 33% ज्यादा है.
लार्ज और मिड-कैप फंड्स में 5,034.71 करोड़ रुपये का इनफ्लो हुआ, जो जून के 2,026 करोड़ रुपये से दोगुना से भी ज्यादा है.
सेक्टोरल और थीमैटिक फंड्स ने सबसे ज्यादा राशि जुटाई, जुलाई में 9,426.03 करोड़ रुपये आया, जो जून के 8,224 करोड़ रुपये से करीब 15% ज्यादा है.
ईएलएसएस (ELSS) स्कीम्स में नेट आउटफ्लो (निकासी) जारी रहा, लेकिन जुलाई में यह घटकर 368.18 करोड़ रुपये रहा, जो जून के 556 करोड़ रुपये की निकासी से कम है.
डेट फंड्स
जुलाई में डेट फंड्स में 1.06 लाख करोड़ रुपये का इनफ्लो हुआ, जबकि जून में 1,711 करोड़ रुपये का आउटफ्लो (निकासी) हुआ था.
ओवरनाइट फंड्स में 8,865 करोड़ रुपये का इनफ्लो हुआ, जो पिछले महीने 8,154 करोड़ रुपये था.
लिक्विड फंड्स से जुलाई में 39,354.9 करोड़ रुपये का इनफ्लो हुआ, जो जून के 25,196 करोड़ रुपये के आउटफ्लो से ज्यादा है.
हाइब्रिड और पैसिव फंड्स
हाइब्रिड स्कीम्स में 20,879.47 करोड़ रुपये का इनफ्लो हुआ, जबकि पिछले महीने जून में 23,222 करोड़ रुपये का इनफ्लो हुआ था.
आर्बिट्राज फंड्स में 7,295.70 करोड़ रुपये का इनफ्लो हुआ, जो जून में 15,584 करोड़ रुपये था.
पैसिव फंड कैटेगरी में इस महीने 8,259.48 करोड़ रुपये का इनफ्लो हुआ, जो जून के 3,997 करोड़ रुपये से ज्यादा है.
गोल्ड ईटीएफ्स (Gold ETFs) की बात करें तो जुलाई में 1,256.09 करोड़ रुपये का इनफ्लो हुआ, जबकि जून में यह 2,080 करोड़ रुपये था.