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Mutual Fund : टॉप 6 मल्टी एसेट फंड्स ने 5 साल में SIP पर दिया 32% तक रिटर्न, क्या आपको करना चाहिए निवेश?

Multi Asset Allocation Funds को हाइब्रिड कैटेगरी में रखा जाता हैं, जिनके जरिये इक्विटी, डेट से लेकर सोने-चांदी और करेंसी तक, हर एसेट क्लास में निवेश किया जा सकता है.

Multi Asset Allocation Funds को हाइब्रिड कैटेगरी में रखा जाता हैं, जिनके जरिये इक्विटी, डेट से लेकर सोने-चांदी और करेंसी तक, हर एसेट क्लास में निवेश किया जा सकता है.

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Viplav Rahi
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Multi Asset Allocation Funds के पोर्टफोलियो में तमाम अलग-अलग एसेट क्लास शामिल होते हैं. (Image : Pixabay)

Mutual Fund SIP, Investing in Multi Asset Funds: देश के आम निवेशकों के बीच म्यूचुअल फंड में पैसे लगाने का रुझान पिछले कुछ बरसों के दौरान काफी बढ़ा है. खासतौर पर इक्विटी मार्केट में पैसे लगाने का इन्हें एक बेहतर तरीका माना जाता है. लेकिन ऐसी म्यूचुअल फंड स्कीम्स भी मौजूद हैं, जिनके जरिये आप सिर्फ इक्विटी में ही नहीं, डेट, गोल्ड, सिल्वर से लेकर करेंसी और रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स तक हर एसेट क्लास में निवेश कर सकते हैं. अपनी पूंजी को अलग-अलग कैटेगरी में बांटकर निवेश करने से डायवर्सिफिकेशन का लाभ मिलता है, जिससे रिस्क कम होता है और लंबी अवधि में संतुलित रिटर्न मिलने की उम्मीद बढ़ती है.

रिटेल निवेशक कैसे करें डायवर्सिफिकेशन  

एक सवाल ये है कि रिटेल इनवेस्टर्स, जिनके निवेश का साइज कम है, डायवर्सिफिकेशन का लाभ लेने के लिए एक साथ कई एसेट क्लास में निवेश कैसे कर सकते हैं? इस सवाल का जवाब है मल्टी-एसेट एलोकेशन फंड्स (Multi Asset Allocation Funds) या मल्टी-एसेट फंड्स. इन फंड्स के पोर्टफोलियो में वे तमाम एसेट क्लास शामिल होते हैं, जिनका जिक्र हमने ऊपर किया है. लिहाजा, इनमें लगाई गई छोटी से छोटी रकम पर भी अलग-अलग एसेट क्लास में निवेश का लाभ मिल सकता है. 

पिछले 5 साल में कितना मिला रिटर्न

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प्रमुख मल्टी एसेट अलोकेशन फंड्स ने पिछले 5 साल के दौरान एकमुश्त निवेश और सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिये किए गए निवेश पर कितना रिटर्न दिया है, इसका ब्योरा आप यहां देख सकते हैं. सभी आंकड़े इन स्कीम के डायरेक्ट प्लान के हैं, जिनमें रिटर्न आमतौर पर रेगुलर प्लान की तुलना में कुछ अधिक रहता है. 

1. Quant Multi Asset Fund - Direct Plan

पिछले 5 साल में एकमुश्त निवेश पर औसत सालाना रिटर्न : 30.26 %

पिछले 5 साल में SIP पर एन्युलाइज्ड रिटर्न : 31.89 %

एक्सपेंस रेशियो : 0.62 %

एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) : 2,695.98 करोड़ रुपये


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2. ICICI Prudential Multi Asset Fund - Direct Plan

पिछले 5 साल में एकमुश्त निवेश पर औसत सालाना रिटर्न : 23.19 %

पिछले 5 साल में SIP पर एन्युलाइज्ड रिटर्न : 26.08%

एक्सपेंस रेशियो : 0.73 %

एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) : 47,442.90 करोड़ रुपये


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3. HDFC Multi Asset Fund - Direct Plan

पिछले 5 साल में एकमुश्त निवेश पर औसत सालाना रिटर्न : 18.48 %

पिछले 5 साल में SIP पर एन्युलाइज्ड रिटर्न : 18.83 %

एक्सपेंस रेशियो : 0.77 %

एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) : 3,452.53 करोड़ रुपये


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4. UTI Multi Asset Allocation Fund - Direct Plan

पिछले 5 साल में एकमुश्त निवेश पर औसत सालाना रिटर्न : 17.98 %

पिछले 5 साल में SIP पर एन्युलाइज्ड रिटर्न : 22.15 %

एक्सपेंस रेशियो : 0.97%

एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) : 3,270.54 करोड़ रुपये 



5. Axis Multi Asset Allocation Fund - Direct Plan

पिछले 5 साल में एकमुश्त निवेश पर औसत सालाना रिटर्न : 16.54 %

पिछले 5 साल में SIP पर एन्युलाइज्ड रिटर्न : 16.44 %

एक्सपेंस रेशियो : 1.07 %

एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) : 1,297.38 करोड़ रुपये 



6. SBI Multi Asset Allocation Fund - Direct Plan

पिछले 5 साल में एकमुश्त निवेश पर औसत सालाना रिटर्न : 16.20 %

पिछले 5 साल में SIP पर एन्युलाइज्ड रिटर्न : 18.03 %

एक्सपेंस रेशियो : 0.53 %

एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) : 5,767.47 करोड़ रुपये 

रिस्क कम होता है, खत्म नहीं होता 

कुल मिलाकर अगर आप बाजार की अस्थिरता के बीच निवेश के लिए एक संतुलित और डायवर्सिफाइड विकल्प खोज रहे हैं, तो मल्टी-एसेट फंड्स एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं. आप जिस मल्टी-एसेट फंड में निवेश करने जा रहे हैं, अगर उसका 65% से अधिक हिस्सा इक्विटी में लगाया गया है, तो उसमें निवेश करने पर आपको इक्विटी फंड्स की तरह टैक्स छूट का फायदा भी मिल सकता है. लेकिन यह बात भी ध्यान में रखें कि मल्टी-एसेट फंड्स में डायवर्सिफिकेशन के कारण रिस्क कम होता है, पूरी तरह खत्म नहीं होता. ये फंड भी बेहतर रिटर्न के लिए अपने कॉर्पस का बड़ा हिस्सा इक्विटी में लगाते हैं. इसलिए इनमें निवेश से पहले अपनी रिस्क उठाने की क्षमता को अच्छी तरह जांच लें. 

(डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड में निवेश पर शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव का सीधा असर पड़ता है. हमारा मकसद किसी फंड में निवेश की सलाह देना नहीं, सिर्फ जानकारी मुहैया कराना है. निवेश का कोई भी फैसला अपने निवेश सलाहकार की राय लेकर ही करें.)

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