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Nippon India Multibagger ETF: सरकारी कंपनियों में निवेश करने वाले CPSE ETF का प्रदर्शन शानदार रहा है. (Image : Pixabay)
Bumper Returns on SIP and Upfront Investment in Nippon India ETF: सिर्फ 50 हजार रुपये का एकमुश्त निवेश, महज 1300 रुपये के मंथली SIP की मदद से पांच साल में बढ़कर 5 लाख रुपये से ज्यादा हो गया है. यह बंपर रिटर्न देने का काम किया है निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड की इक्विटी स्कीम सीपीएसई ईटीएफ (CPSE ETF) ने. इस स्कीम ने सिर्फ 5 साल में ही नहीं, बल्कि 1, 3 और 10 साल की अवधि में भी बेहतरीन रिटर्न दिए हैं. CPSE ETF का पिछले 1 साल का रिटर्न तो 112.63% रहा है, जो PSU फंड्स की कैटेगरी में सबसे अधिक है.
क्या है इस फंड की खूबी
CPSE ETF दरअसल निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड का एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) है, जो सिर्फ सरकारी कंपनियों (PSUs) में निवेश करता है. इस एक थीमैटिक इक्विटी स्कीम है, जिसके पोर्टफोलियो में फिलहाल 11 सरकारी कंपनियों के स्टॉक शामिल हैं. इस स्कीम का बेंचमार्क निफ्टी सीपीएसई टोटल रिटर्न इंडेक्स (NIFTY CPSE Total Return Index) है. अच्छी बात ये है कि मल्टीबैगर रिटर्न देने वाले इस फंड का एक्सपेंस रेशियो सिर्फ 0.07% है. यानी रिटर्न पर होने वाले मुनाफे का बहुत ही मामूली हिस्सा इस स्कीम के मैनेजमेंट पर खर्च होता है.
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50 हजार से कैसे बन गए 5 लाख रुपये
अगर आपने 5 साल पहले इस फंड में 50 हजार रुपये का एकमुश्त निवेश किया होता और साथ ही अगर हर महीने सिर्फ 1300 रुपये सिस्टेमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिये निवेश करते, तो 5 साल में आपके निवेश की कुल फंड वैल्यू 5,01,655 रुपये हो जाती. जबकि इस 5 साल में एकमुश्त रकम और SIP को मिलाकर आपका कुल निवेश सिर्फ 1.28 लाख रुपये ही होता. इस कैलकुलेशन को आप यहां डिटेल में समझ सकते हैं:
स्कीम का नाम : CPSE ETF
5 साल पहले एकमुश्त निवेश : 50,000 रुपये
5 साल में एकमुश्त निवेश पर औसत सालाना रिटर्न : 36.57%
5 साल तक मंथली SIP की रकम : 1300 रुपये
5 साल में SIP पर एन्युलाइज्ड रिटर्न : 52.54%
5 साल के दौरान मंथली SIP के जरिये कुल निवेश : 78,000 रुपये
5 साल के दौरान स्कीम में कुल निवेश : 50,000 + 78,000 = 1,28,000 रुपये
5 साल बाद फंड वैल्यू : Rs 5,01,655 रुपये (5.01 लाख रुपये)
(Source : AMFI, Value Research)
CPSE ETF का पोर्टफोलियो
लेटेस्ट आंकड़ों के मुताबिक CPSE ETF के पोर्टफोलियो का 99.96% निवेश इक्विटी में है, जिसका अधिकांश हिस्सा बड़ी सरकारी कंपनियों में लगाया गया है. इसमें लार्ज कैप स्टॉक्स का हिस्सा 93.57% और मिड कैप स्टॉक्स का 6.42% है, जबकि स्मॉल कैप में कोई निवेश नहीं है. इस फंड में फिलहाल कुल 11 स्टॉक्स शामिल हैं, जिनके नाम हैं : एनटीपीसी (NTPC), पावर ग्रिड (Power Grid), ओएनजीसी (ONGC), कोल इंडिया (Coal India), भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (Bharat Electronics), एनएचपीसी (NHPC), ऑयल इंडिया (Oil India), कोचीन शिपयार्ड (Cochin Shipyard), एनबीसीसी (NBCC India), एसजेवीएन (SJVN) और एनएलसी (NLC India).
सरकारी कंपनियों में निवेश से कामयाबी
निप्पॉन इंडिया के एक्सचेंज ट्रेडेड फंड CPSE ETF की यह कामयाबी बताती है कि सिर्फ सरकारी कंपनियों के शेयरों में किए गए निवेश ने कितने बेहतरीन नतीजे दिए हैं. इस फंड का पिछले 1 साल का रिटर्न 112.63%, 3 साल का 59.75% और 10 साल का रिटर्न 15.04% रहा है.
किनके लिए सही है ये फंड
Nippon India Mutual Fund द्वारा मैनेज यह फंड उन निवेशकों के लिए अच्छा विकल्प साबित हो सकता है, जो सरकारी कंपनियों पर भरोसा करते हैं और लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट से मुनाफा कमाना चाहते हैं. CPSE ETF में पैसे लगाकर निवेशक सरकारी कंपनियों के शेयर्स में आगे चलकर वैल्यू अनलॉक होने की संभावनाओं का फायदा उठाने की उम्मीद भी कर सकते हैं. हालांकि एक्सचेंज ट्रेडेड इक्विटी फंड होने की वजह से CPSE ETF का इक्विटी में एक्सपोजर काफी अधिक है. लिहाजा ‘रिस्कोमीटर’ के हिसाब से इसे ‘वेरी हाई रिस्क’ कैटेगरी में रखा गया है. हालांकि सरकारी कंपनियों में ही पैसे लगाने के कारण इसे तुलनात्मक रूप से मजबूत कंपनियों में निवेश करने वाला माना जा सकता है. इस फंड में उन्हीं निवेशकों को पैसे लगाने चाहिए, जो रिस्क उठाने की क्षमता रखते हैं और लंबी अवधि यानी कम से कम 5 साल के लिए निवेश करना चाहते हैं.
(डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड में निवेश पर शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव का सीधा असर पड़ता है. हमारा मकसद किसी फंड में निवेश की सलाह देना नहीं, सिर्फ जानकारी मुहैया कराना है. निवेश का कोई भी फैसला अपने निवेश सलाहकार की राय लेकर ही करें.)