/financial-express-hindi/media/media_files/WMagehFd7tZY9na5ctnx.jpg)
UTI Nifty Next 50 Index Fund ने पिछले पांच साल में शानदार रिटर्न दिए हैं. (Image : Pixabay)
Multibagger Mutual Fund : UTI Nifty Next 50 Index Fund : अगर कोई म्यूचुअल फंड स्कीम महज 5 साल में निवेशकों की रकम को 3 गुने से ज्यादा कर दे, तो उसे मल्टीबैगर ही कहा जाएगा. ऐसी ही एक स्कीम है यूटीआई निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स फंड (UTI Nifty Next 50 Index Fund), जिसने पिछले 5 साल में अपने इनवेस्टर्स को मालामाल कर दिया है. शानदार रिटर्न देने वाली यह स्कीम एक ओपन एंडेड इक्विटी म्यूचुअल फंड है और निफ्टी नेक्स्ट 50 टोटल रिटर्न इंडेक्स (NIFTY Next 50 TRI) को ट्रैक करती है. UTI म्यूचुअल फंड्स की यह स्कीम (UTI Nifty Next 50 Index Fund) एक इंडेक्स फंड है. लिहाजा इसका एक्सपेंस रेशियो भी काफी कम है.
12 लाख में कैसे बदला 3 लाख का शुरुआती निवेश
यूटीआई निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स फंड (UTI Nifty Next 50 Index Fund) के रेगुलर और डायरेक्ट, दोनों ही प्लान्स ने पिछले पांच सालों में बेहतरीन रिटर्न्स दिए हैं. पिछले 5 साल में UTI Nifty Next 50 Index फंड के डायरेक्ट प्लान में एकमुश्त निवेश पर 23.44% का औसत सालाना रिटर्न मिला है. जबकि इसी स्कीम में सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिये निवेश पर सालाना 28.27% की दर से एन्युलाइज्ड रिटर्न मिला है. हालांकि एक्सपेंस रेशियो में फर्क की वजह से उनके प्रदर्शन में कुछ मामूली अंतर भी है. यहां हम दोनों ही स्कीम का कैलकुलेशन दे रहे हैं.
5 साल में निवेश पर रिटर्न (डायरेक्ट प्लान)
स्कीम का नाम : UTI Nifty Next 50 Index Fund (Direct)
5 साल पहले एकमुश्त निवेश : 3 लाख रुपये
5 साल तक मंथली SIP : 3000 रुपये
5 साल में एकमुश्त निवेश पर औसत सालाना रिटर्न : 23.44%
5 साल में SIP पर एन्युलाइज्ड रिटर्न : 28.27%
निवेश की अवधि : 5 साल
5 साल में कुल निवेश : 4,80,000 रुपये (4.80 लाख रुपये)
5 साल बाद निवेश की कुल वैल्यू : 12,21,854 रुपये (12.21 लाख रुपये)
स्कीम के रेगुलर प्लान का प्रदर्शन
UTI Nifty Next 50 Index फंड के रेगुलर प्लान में एकमुश्त निवेश पर पिछले 5 साल का औसत सालाना रिटर्न 27.71% और SIP पर एन्युलाइज्ड रिटर्न 27.71% रहा है. अगर किसी ने स्कीम के रेगुलर प्लान में 5 साल पहले 3 लाख रुपये का एकमुश्त निवेश किया और साथ ही हर महीने 3 हजार रुपये SIP के जरिये डाले होंगे, तो उसके निवेश की मौजूदा वैल्यू 11,97,216 रुपये (11.97 लाख रुपये) हो चुकी होगी.
Also read : ICICI Prudential के 21 साल पुराने ETF का जलवा, 4 लाख लगाने वालों को बनाया करोड़पति
एक्सपेंस रेशियो का असर
UTI Nifty Next 50 Index Fund के ऊपर दिए कैलकुलेशन में आपने डायरेक्ट और रेगुलर प्लान के रिटर्न में मामूली अंतर पर गौर किया होगा. एक ही स्कीम होने के बावजूद दोनों के रिटर्न में यह अंतर एक्सपेंस रेशियो में फर्क की वजह से है. रेगुलर प्लान का एक्सपेंस रेशियो 0.79% है, जबकि डायरेक्ट प्लान में यह सिर्फ 0.36% है. इसी फर्क की वजह से ऊपर दिए कैलकुलेशन में निवेश की रकम बराबर होने के बावजूद रिटर्न में 24,638 रुपये का अंतर दिखाई दे रहा है. यानी नेट रिटर्न के लिहाज से स्कीम का डायरेक्ट प्लान निवेशकों के लिए बेहतर है.
एसेट अलोकेशन और मार्केट कैप वेटेज
UTI Nifty Next 50 Index फंड को रिस्कोमीटर के हिसाब से ‘वेरी हाई रिस्क’ कैटेगरी में रखा गया है, लेकिन इसके पोर्टफोलियो में 98 फीसदी से ज्यादा लार्जकैप स्टॉक्स हैं, जिन्हें मिडकैप और स्मॉक के मुकाबले ज्यादा मजबूत और कम जोखिम वाला माना जाता है. स्कीम के एसेट अलोकेशन पर नजर डालें, तो इसके कॉर्पस का 99.78% हिस्सा इक्विटी में लगा है, जबकि 0.22% रकम कैश के रूप में है. मार्केट कैप के लिहाज से स्कीम का 98.38% फंड लार्ज कैप शेयर्स में लगा है, जबकि 1.62% फंड मिड कैप शेयरों में इनवेस्ट किया गया है. इस स्कीम का कोई भी निवेश स्मॉल कैप में नहीं है.
क्या आपको करना चाहिए निवेश?
अगर आप लंबी अवधि के लिए इक्विटी में निवेश करना चाहते हैं और बेहतर रिटर्न के लिए जोखिम लेने की क्षमता रखते हैं, तो UTI Nifty Next 50 Index Fund आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है. इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में निवेश का पूरा लाभ तभी मिलता है, जब आप लंबे समय के लिए, यानी कम से कम 5 से 7 साल के लिए, पैसे लगाने को तैयार हों. बाजार के उतार-चढ़ाव के असर को कम करने के लिहाज से इक्विटी फंड में SIP के जरिये रेगुलर इनवेस्टमेंट करना बेहतर रणनीति है. इस फंड का पिछला प्रदर्शन अच्छा रहा है और अगर भविष्य में भी यही ट्रेंड जारी रहता है, तो यह निवेशकों को अच्छे रिटर्न्स दे सकता है. हालांकि निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर करें और अपने वित्तीय लक्ष्य, जोखिम उठाने की क्षमता को ध्यान में रखकर ही निवेश करें.
(डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड में निवेश पर शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव का सीधा असर पड़ता है. पिछले रिटर्न के आंकड़े भविष्य में उतने ही रिटर्न की गारंटी नहीं देते. हमारा मकसद किसी फंड में निवेश की सलाह देना नहीं, सिर्फ जानकारी मुहैया कराना है. निवेश का कोई भी फैसला अपने निवेश सलाहकार की राय लेकर ही करें.)