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HDFC Mutual Fund के नए इंडेक्स फंड के NFO में सब्सक्रिप्शन 20 अगस्त तक खुला है. (Image : Pixabay)
HDFC Nifty 500 Multicap 50:25:25 Index Fund NFO review: एचडीएफसी म्यूचुअल फंड (HDFC Mutual Fund) के ‘एचडीएफसी निफ्टी 500 मल्टीकैप 50:25:25 इंडेक्स फंड’ के न्यू फंड ऑफर (NFO) में सब्सक्रिप्शन 20 अगस्त तक खुला है. इस नए इंडेक्स फंड में सब्सक्रिप्शन 6 अगस्त को ओपन हुआ था. अगर आप इस स्कीम में दिलचस्पी रखते हैं लेकिन अब तक तय नहीं कर पाए कि आपको इसमें निवेश करना चाहिए या नहीं, तो यहां दी गई जानकारी आपके काम आ सकती है. HDFC म्यूचुअल फंड के इस नए NFO विशेषताओं को जानने के बाद आपके लिए इस बारे में कोई भी फैसला करना आसान हो जाएगा. निवेशक इस न्यू फंड ऑफर के दौरान और फिर स्कीम के दोबारा खरीद-बिक्री के लिए खुलने पर, इसमें मिनिमम 100 रुपये से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं. निवेश की कोई मैक्सिमम लिमिट तय नहीं है.
HDFC के इस इंडेक्स फंड की क्या है खूबी
'HDFC निफ्टी 500 मल्टीकैप 50:25:25 इंडेक्स फंड’एक ओपन-एंडेड म्यूचुअल फंड स्कीम है. इस फंड का बेंचमार्क है 'निफ्टी500 मल्टीकैप 50:25:25 इंडेक्स (Nifty500 Multicap 50:25:25 Total Returns Index), जिसे यह नया फंड ट्रैक करेगा. यानी इसके पोर्टफोलियो में वही शेयर, उसी अनुपात में शामिल किए जाएंगे, जो इसके बेंचमार्क इंडेक्स में होंगे. जाहिर है कि बेंचमार्क इंडेक्स को फॉलो करने की वजह से यह एक पैसिवली मैनेज्ड म्यूचुअल फंड स्कीम होगी.HDFC म्यूचुअल फंड का मानना है कि उसकी नई स्कीम निवेशकों को वेल्थ क्रिएशन के लिए एक सुविधाजनक और टैक्स-एफीशिएंट विकल्प दे रही है.
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एक ही स्कीम में डायवर्सिफिकेशन का लाभ
एचडीएफसी निफ्टी500 मल्टीकैप 50:25:25 इंडेक्स फंड, अपने निवेशकों को एक ही स्कीम के जरिये मार्केट कैप में डायवर्सिफिकेशन का फायदा दिलाएगा. इस फंड के पोर्टफोलियो में वही शेयर रखे जाएंगे, जो निफ्टी 500 इंडेक्स में शामिल हैं. इसमें लार्जकैप का वेटेज 50% होगा, जबकि मिडकैप और स्मॉलकैप का वेटेज 25-25 फीसदी रहेगा. इसके अलावा, हर सेगमेंट का वेटेज हर तीन महीने में एक बार रीसेट किया जाएगा. वेटेज को तिमाही आधार पर रीसेट करने की वजह से स्कीम के पोर्टफोलियो में लार्जकैप, मिडकैप और स्मॉलकैप का अलोकेशन लंबी अवधि के दौरान 50%, 25% और 25% पर बना रहेगा.
HDFC का यह इंडेक्स फंड 'निफ्टी 500 मल्टीकैप 50:25:25 इंडेक्स' को ट्रैक करने वाला दूसरा म्यूचुअल फंड होगा. ऐसा पहला फंड 'नावी निफ्टी 500 मल्टीकैप 50:25:25 इंडेक्स फंड' (Navi Nifty 500 Multicap 50:25:25 Index Fund) था, जिसे 1 अगस्त, 2024 को लॉन्च किया गया था.
किन निवेशकों के लिए सही है ये स्कीम
HDFC म्यूचुअल फंड की यह स्कीम उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प हो सकती है, जो निफ्टी 500 में शामिल शेयर्स में निवेश करके कैपिटल ग्रोथ हासिल करना चाहते हैं, लेकिन ऐसा करते समय पोर्टफोलियो में हर शेयर के वेटेज के लिए नया तरीका अपनाना चाहते हैं. ऐसा करने के पीछे एक वजह यह भी हो सकती है कि 'निफ्टी500 मल्टीकैप 50:25:25 TRI' ने ऐतिहासिक रूप से 1, 3, 5 और 10 साल की अवधि के दौरान 'निफ्टी 500 TRI' से बेहतर प्रदर्शन किया है, जो लॉन्ग टर्म में वेल्थ क्रिएशन की क्षमता को दिखाता है. मिसाल के तौर पर, निफ्टी 500 मल्टीकैप 50:25:25 TRI ने 10 साल में करीब 13.9 फीसदी की दर से औसत सालाना रिटर्न दिया है, जबकि इसी अवधि में निफ्टी 500 का औसत सालाना रिटर्न 12.4 फीसदी रहा है. हालांकि शेयर बाजार से जुड़े किसी भी पिछले रिटर्न को भविष्य में वैसे ही प्रदर्शन की गारंटी नहीं माना जा सकता. यह बात इस फंड पर भी लागू होती है. इक्विटी म्यूचुअल फंड होने की वजह से इसमें मार्केट रिस्क भी अधिक रहता है. इसलिए निवेश का फैसला करने से पहले अपनी रिस्क उठाने की क्षमता को अच्छी तरह जांच-परख लें.
कौन हैं इस स्कीम के फंड मैनेजर
इस नई स्कीम के फंड मैनेजर निर्माण मोराखिया और अरुण अग्रवाल होंगे. मोराखिया को इक्विटी में 14 साल से ज़्यादा का अनुभव है. वे 2018 से ही एचडीएफसी एएमसी (HDFC AMC) के साथ जुड़े हुए हैं. इस वक्त वे फंड हाउस की 20 स्कीमों को मैनेज कर रहे हैं, जिनमें फंड ऑफ़ फंड्स शामिल नहीं हैं. अरुण अग्रवाल को इक्विटी, डेट और डेरिवेटिव डीलिंग के साथ-साथ फंड मैनेजमेंट, इंटरनल ऑडिट और ट्रेजरी ऑपरेशन में 23 साल से ज़्यादा का अनुभव है. फिलहाल वे HDFC निफ्टी रियल्टी इंडेक्स फंड, HDFC निफ्टी पीएसयू बैंक ईटीएफ और HDFC बीएसई 500 इंडेक्स फंड सहित कई फंड्स को मैनेज करते हैं.
कमाई पर कितना लगेगा टैक्स
HDFC म्यूचुअल फंड की यह स्कीम यह एक इक्विटी म्यूचुअल फंड है. इससे हुई कमाई पर लागू इनकम टैक्स की दर यूनिट के होल्डिंग पीरियड के हिसाब से तय होगी. अगर आप इसकी यूनिट्स को खरीदने के 1 साल के भीतर बेच देते हैं, तो उस पर 20 फीसदी की दर से शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स (STCG) टैक्स लगेगा. एक साल तक होल्ड करने के बाद यूनिट बेचने पर एक साल में 1.25 लाख रुपये तक के मुनाफे पर कोई इनकम टैक्स नहीं लगेगा, जबकि उससे ज्यादा मुनाफा होने पर 12.5 फीसदी की दर से लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स (LTCG) टैक्स देना होगा.
(डिस्क्लेमर : इस लेख का मकसद सिर्फ जानकारी उपलब्ध कराना है, निवेश की सलाह देना नहीं. म्यूचुअल फंड्स के रिटर्न पर बाजार के उतार-चढ़ाव का सीधा असर पड़ता है. निवेश का कोई भी फैसला स्कीम को अच्छी तरह समझने और अपने निवेश सलाहकार की राय लेने के बाद ही करें.)