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NFO Review: मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड के NFO में सब्सक्रिप्शन 25 जुलाई से खुल रहा है. (AI Generated Image)
New Fund Offer Review : देश के दिग्गज फंड हाउस में शामिल मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड ने एक नया फंड ऑफर (NFO) पेश किया है, जिसमें सब्सक्रिप्शन शुक्रवार 25 जुलाई से खुल रहा है. मोतीलाल ओसवाल स्पेशल ऑपर्च्युनिटीज फंड (Motilal Oswal Special Opportunities Fund) के नाम से पेश यह नई स्कीम एक थीमैटिक ओपन-एंडेड इक्विटी फंड है, जो कुछ खास मौकों (Special Situation) को ध्यान में रखकर निवेश करेगी. इस स्कीम के न्यू फंड ऑफर में सब्सक्रिप्शन 8 अगस्त 2025 तक खुला रहेगा. यह फंड लॉन्ग टर्म कैपिटल ग्रोथ को ध्यान में रखकर ऐसी कंपनियों में निवेश पर फोकस करेगा है, जो किसी न किसी खास परिस्थिति या बदलाव के दौर से गुजर रही हैं.
कैसे काम करेगा यह फंड
यह फंड खास मौकों जैसे कॉरपोरेट रीस्ट्रक्चरिंग, मर्जर-एक्विजिशन, सरकारी नीतियों में बदलाव, तकनीकी अव्यवस्था, नए सेक्टरों के उभरने या कंपनियों की अस्थायी समस्याओं जैसी परिस्थितियों को ध्यान में रखकर निवेश के फैसले करेगा. फंड का उद्देश्य इन खास हालात से उभरने वाली ग्रोथ की संभावनाओं का फायदा उठाना है.
इस नए फंड की रणनीति QGLP फ्रेमवर्क पर आधारित होगी – यानी Quality, Growth, Longevity और Price. यानी ये उन कंपनियों को चुनेगा जो क्वॉलिटी बिजनेस करती हैं, जिनमें ग्रोथ की संभावना हो, जो लंबे समय तक चल सकें और जिनकी कीमत वाजिब हो.
फंड मैनेजमेंट और फोकस
इस फंड को अनुभवी टीम मैनेज करेगी जिसमें अजय खंडेलवाल, अतुल मेहरा, भालचंद्र शिंदे, राकेश शेट्टी और सुनील सावंत जैसे फंड मैनेजर शामिल हैं. अजय खंडेलवाल का कहना है, “मेक इन इंडिया, RERA, PLI जैसी योजनाएं मैन्युफैक्चरिंग और एफडीआई में उछाल ला रही हैं. इससे खास अवसर पैदा हो रहे हैं जिनका फायदा यह फंड उठाएगा.” उनके मुताबिक, यह फंड केमिकल्स, EMS, डिफेंस, हॉस्पिटैलिटी, हेल्थकेयर और IPO के लिए तैयार हो रही कंपनियों जैसे सेक्टरों में निवेश कर सकता है.
किनके लिए सही है यह नया फंड
इस फंड में ऐसे लोग निवेश कर सकते हैं जो इक्विटी में लॉन्ग टर्म ग्रोथ चाहते हैं और कंपनियों से जुड़े खास अवसरों का फायदा लेने के लिए ज्यादा जोखिम उठाने की तैयारी रखते हैं.
मोतीलाल ओसवाल एएमसी के एमडी और सीईओ प्रतीक अग्रवाल का कहना है, “यह फंड ऐसे निवेशकों के लिए है जो कॉरपोरेट एक्शन, नीतिगत सुधार और स्ट्रक्चरल बदलावों से जुड़ी ग्रोथ स्टोरीज का हिस्सा बनना चाहते हैं. हमारा लक्ष्य है ऐसे बदलावों को पहचानकर एक फोकस्ड और संभावनाशील पोर्टफोलियो बनाना.”
निवेश की शर्तें और प्लान
इस स्कीम में मिनिमम इनवेस्टमेंट 500 रुपये से शुरू होता है. इसमें ग्रोथ और इनकम डिस्ट्रीब्यूशन विकल्प उपलब्ध हैं. अगर निवेशक 3 महीने के अंदर रिडीम करते हैं तो 1% एग्जिट लोड देना होगा, इसके बाद कोई चार्ज नहीं है.
‘मोतीलाल ओसवाल स्पेशल ऑपर्च्युनिटीज फंड’ एक थीमैटिक फंड है जो भारत में आर्थिक बदलावों और कॉरपोरेट घटनाक्रमों के चलते उभरते निवेश अवसरों को कैप्चर करने की कोशिश करेगा है. अगर आप रिस्क लेने वाले लॉन्ग टर्म निवेशक हैं और बदलावों में अवसर देख सकते हैं, तो इस फंड में निवेश पर विचार कर सकते हैं. हालांकि निवेश से पहले इससे जुड़े रिस्क फैक्टर्स को अच्छी तरह समझ लें और कोई भी फैसला करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर लें.
NFO की बड़ी बातें
स्कीम का नाम : मोतीलाल ओसवाल स्पेशल ऑपर्च्युनिटीज फंड (Motilal Oswal Special Opportunities Fund)
NFO की अवधि: 25 जुलाई 2025 से 8 अगस्त 2025 तक (रेगुलर खरीद-बिक्री 21 अगस्त 2025 से शुरू)
फंड कैटेगरी: थीमैटिक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम (Special Situations Theme)
निवेश का उद्देश्य: कॉरपोरेट एक्शन, पॉलिसी बदलाव, मर्जर-एक्विजिशन, टेक्नोलॉजिकल डिसरप्शन जैसे खास हालात में लॉन्ग टर्म कैपिटल ग्रोथ
बेंचमार्क: Nifty 500 TRI
एसेट एलोकेशन :
80–100%: स्पेशल सिचुएश आधारित इक्विटी और उससे जुड़े इंस्ट्रूमेंट्स
0–20%: अन्य कंपनियों की इक्विटी, डेट, मनी मार्केट, REITs, InvITs
फंड मैनेजर: अजय खंडेलवाल (Equity), अतुल मेहरा (Equity), राकेश शेट्टी (Debt), सुनील सावंत (Overseas Securities)
मिनिमम इनवेस्टमेंट: लंपसम: 500 रुपये और उसके मल्टिपल में ; SIP: 100 रुपये (डेली), 500 रुपये (वीकली/मंथली)
एग्जिट लोड (Exit Load): 3 महीने के भीतर रिडीम करने पर 1%, 3 महीने बाद रिडेम्प्शन पर कोई लोड नहीं.
रिस्क लेवल : वेरी हाई रिस्क (Very High Risk)
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना है, किसी स्कीम में निवेश की सलाह देना नहीं. निवेश का कोई भी फैसला अपने इनवेस्टमेंट एडवाइजर की सलाह लेने के बाद ही करें.)