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NFO Update: डीएसपी म्यूचुअल फंड के दो नए इंडेक्स फंड IT और हेल्थकेयर सेक्टर में निवेश का मौका दे रहे हैं. (AI Generated Image)
DSP Mutual Fund NFOs: डीएसपी म्यूचुअल फंड (DSP Mutual Fund) ने दो नए इंडेक्स फंड लॉन्च किए हैं – डीएसपी निफ्टी आईटी इंडेक्स फंड (DSP Nifty IT Index Fund) और डीएसपी निफ्टी हेल्थकेयर इंडेक्स फंड (DSP Nifty Healthcare Index Fund). इन दोनों न्यू फंड ऑफर्स का उद्देश्य ऐसे सेक्टर्स में निवेश कर निवेशकों को स्टेबिलिटी के साथ बेहतर रिटर्न का मौका देना है, जो बाजार की गिरावट के समय भी मजबूती दिखाते रहे हैं. DSP म्यूचुअल फंड के इन दोनों NFO में सब्सक्रिप्शन 16 जून 2025 तक खुला है.
IT और हेल्थकेयर सेक्टर क्यों हैं खास?
दरअसल, IT और हेल्थकेयर को डिफेंसिव सेक्टर इसलिए कहा जाता है, क्योंकि इनमें मार्केट की उथल-पुथल के दौरान भी आमतौर पर नुकसान कम होता है, जबकि रिकवरी तेजी से होती है. यानी ये बाजार के उतार-चढ़ाव में भी तुलनात्मक रूप से स्टेबल और बेहतर रिटर्न देने की क्षमता रखते हैं. मिसाल के तौर पर 2008 की ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसिस और 2020 की कोविड महामारी के समय, Nifty IT और Nifty हेल्थकेयर इंडेक्स ने Nifty 500 की तुलना में कम गिरावट दिखाई और जल्दी रिकवरी भी की.
इन सेक्टर्स की एक खासियत यह भी है कि इनकी आय का बड़ा हिस्सा विदेशी बाजारों से आता है. Nifty IT Index में शामिल कंपनियों की लगभग 96% कमाई भारत के बाहर से आती है, जबकि Nifty Healthcare Index की लगभग 52% आमदनी ग्लोबल मार्केट से आती है. इसके मुकाबले, Nifty 50 की कंपनियों की केवल 25% इनकम ही अंतरराष्ट्रीय बाजारों से आती है.
DSP Nifty आईटी इंडेक्स फंड की खूबी
यह फंड Nifty IT Index को ट्रैक करेगा और इसके जरिये देश की टॉप 10 IT कंपनियों में निवेश किया जाएगा. भारतीय IT सेक्टर ने पिछले 12 साल में लगातार कम वेरिएबिलिटी के साथ मजबूत अर्निंग ग्रोथ दिखाई है. हालांकि हाल के वर्षों में इस सेक्टर ने बाजार से कम प्रदर्शन किया है, लेकिन ऐतिहासिक आंकड़े दिखाते हैं कि ऐसे दौर के बाद IT सेक्टर में रिकवरी और ग्रोथ के अच्छे मौके मिलते हैं.
DSP म्यूचुअल फंड के पैसिव इनवेस्टमेंट्स एंड प्रोडक्ट्स हेड अनिल घेलानी के मुताबिक “डीएसपी निफ्टी आईटी इंडेक्स फंड (DSP Nifty IT Index Fund) और डीएसपी निफ्टी हेल्थकेयर इंडेक्स फंड (DSP Nifty Healthcare Index Fund) की शुरुआत निवेशकों को ऐसे सेक्टर्स में निवेश करने का संतुलित मौका देगी, जहां ग्रोथ के साथ-साथ स्टेबिलिटी भी होती है. बाजार में अस्थिरता के दौरान IT और हेल्थकेयर जैसे डिफेंसिव सेक्टर कम गिरावट के साथ बेहतर रिटर्न देने की क्षमता रखते हैं.”
DSP Nifty हेल्थकेयर इंडेक्स फंड की खासियत
यह स्कीम निफ्टी हेल्थकेयर इंडेक्स (Nifty Healthcare Index) को ट्रैक करेगी और इसके जरिये देश की टॉप 20 हेल्थकेयर कंपनियों में निवेश किया जाएगा. भारत में हेल्थकेयर सेक्टर का मार्केट कैपिटलाइजेशन, दूसरे विकासशील और विकसित देशों की तुलना में काफी कम है, जिससे इसमें ग्रोथ की बड़ी संभावना है. जैसे-जैसे देश में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर, बीमा कवरेज और मेडिकल इनोवेशन बढ़ेगा, यह सेक्टर और तेजी पकड़ सकता है.
DSP म्यूचुअल फंड के बिजनेस हेड (पैसिव फंड्स), गुरजीत कालरा का कहना है कि “अगर निवेशक इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलजी (Information Technology) और हेल्थकेयर (Healthcare) जैसे कम उतार-चढ़ाव वाले सेक्टरों को रणनीतिक रूप से अपने पोर्टफोलियो में शामिल करते हैं, तो वे एक मजबूत और असरदार पोर्टफोलियो बना सकते हैं, जो बेहतर रिटर्न के साथ बाजार जोखिम को भी संभालने में मदद करता है. फिलहाल डिफेंसिव सेक्टर बड़े इंडेक्स में कम हिस्सेदारी रखते हैं, और इतिहास बताता है कि जब ये सेक्टर अंडरवेट होते हैं, तो अगले साल वे बाजार से बेहतर प्रदर्शन करते हैं. हमारा अनुशासित पैसिव मैनेजमेंट इन सेक्टरों को नज़दीक से ट्रैक करता है, ताकि निवेशकों को कम जोखिम में स्टेबल ग्रोथ मिल सके.”
NFO से जुड़ी जरूरी बातें
DSP म्यूचुअल फंड के दोनों इंडेक्स फंड्स का न्यू फंड ऑफर (NFO) सब्सक्रिप्शन के लिए 2 जून 2025 को खुल चुका है और 16 जून 2025 तक खुला रहेगा. इन दोनों ही इंडेक्स फंड्स में SIP के जरिये भी निवेश किया जा सकता है, जो मिनिमम 100 रुपये से शुरू होता है. दोनों ही स्कीम्स में कोई एग्जिट लोड नहीं है, और निवेशक SIP, STP, SWP जैसे कई सुविधाजनक ऑप्शन्स का फायदा ले सकते हैं.
किनके लिए सही है ये NFO
म्यूचुअल फंड्स के जो निवेशक बाजार की उथल-पुथल के दौरान भी तुलनात्मक रूप से स्टेबल रिटर्न देने वाला पोर्टफोलियो बनाना चाहते हैं, वे इन एनएफओ के जरिये IT और हेल्थकेयर जैसे डिफेंसिव सेक्टर में निवेश पर विचार कर सकते है. लेकिन यह ध्यान में रखना चाहिए कि इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में निवेश के साथ मार्केट रिस्क हमेशा जुड़ा रहता है और इसमें रिटर्न की कोई गारंटी नहीं होती है.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का मकसद सिर्फ जानकारी देना है, किसी स्कीम में निवेश की सिफारिश करना नहीं. निवेश के फैसले अपने निवेश सलाहकार की राय लेकर ही करें.)