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Business Cycle Fund : बिजनेस साइकिल फंड का निवेश सभी सेक्टर और सभी तरह के मार्केट कैप वाली कंपनियों के स्टॉक में हो सकता है. (Pixabay)
Motilal Oswal Business Cycle Fund : मोतीलाल ओसवाल एसेट मैनेजमेंट कंपनी (MOAMC) ने आज 7 अगस्त 2024 को अपना न्यू फंड ऑफर (NFO) मोतीलाल ओसवाल बिजनेस साइकिल फंड लॉन्च करने की घोषणा की है. मोतीलाल ओसवाल एसेट मैनेजमेंट कंपनी का यह नया थिमैटिक फंड एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है, जो बिजनेस साइकिल आधारित इन्वेस्टमेंट थीम का पालन करती है. इसकी इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी बिजनेस साइकिल के अलग अलग फेज में अलग अलग सेक्टर और शेयरों के बीच डायनमिक एलोकेशन के माध्यम से कंपनियों में निवेश करके लंबी अवधि में दौलत में इजाफा करना है. जबकि बेंचमार्क Nifty 500 TRI है.
पोर्टफोलियो स्ट्रैटेजी
यह फंड (New Fund Offer) बिजनेस साइकिल थीम के आधार पर चुने गए इक्विटी और इक्विटी संबंधित विकल्पों में कम से कम 80 फीसदी और मैक्सिमम 100 फीसदी निवेश करेगा. वहीं 20 फीसदी एलोकेशन बिजनेस साइकिल थीम से संबधित इक्विटी और इक्विटी से जुड़े विकल्पों के अलावा अन्य इक्विटी या इक्विटी से जुड़े विकल्पों, डेट और मनी मार्केट में होगा. इसमें कैश भी शामिल हैं. वहीं REITs और InvITs द्वारा जारी यूनिट्स में भी मैक्सिमम 10 फीसदी एलोकेशन किया जा सकता है. वहीं रिस्क मिटिगेशन के प्रावधान के साथ म्यूचुअल फंड की यूनिट्स में मैक्सिमम 5 फीसदी एलोकेट किया जा सकता है.
इन्वेस्टर प्रोफाइल
यह उत्पाद उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प है जो बिजनेस साइकिल के आधार पर चुने गए इक्विटी और इक्विटी से संबंधित विकल्पों में मुख्य रूप से निवेश करके लंबी अवधि में अपनी दौलत में इजाफा करना चाहते हैं. ऐसे निवेशक जो शेयर बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव को समझते हैं और उससे संबंधित जोखिम को सहने की सहने की क्षमता रखते हैं. वहीं उनके निवेश का लक्ष्य कम से कम 5 साल का होता है, उनके लिए ये फंड बेहतर विकल्प हैं. बिजनेस साइकल फंड में एकमुश्त और एसआईपी दोनों निवेश के विकल्प हैं.
कैसे काम करता है बिजनेस साइकिल फंड?
बिजनेस साइकिल फंड (Business Cycle Fund) का निवेश सभी तरह से सेक्टर और सभी तरह के मार्केट कैप वाली कंपनियों के स्टॉक में हो सकता है. बिजनेस साइकिल के अनुसार जिन सेक्टर से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद की जाती है, उन सेक्टर की अच्छी कंपनियों के स्टॉक को इस तरह के फंड के पोर्टफोलियो में शामिल किया जाता है. सामान्य तौर पर चयन की एक विशेष प्रक्रिया के आधार पर पहले बिजनेस साइकिल के अनुरूप सेक्टर का चुनाव किया जाता है और फिर उन सेक्टर के आर्थिक तौर पर मजबूत कंपनियां चुनी जाती हैं. बिजनेस साइकिल फंड के पोर्टफोलियो में डिफेंसिव और नॉन-डिफेंसिव सेक्टर हो सकते हैं. डिफेंसिव सेक्टर जैसे कि फार्मास्युटिकल, एफएमसीजी, आईटी और टेलीकॉम हैं और ये सेक्टर आर्थिक मंदी के दौर में भी स्टेबल प्रदर्शन कर सकते हैं. वहीं नॉन-डिफेंसिव सेक्टर में फाइनेंशियल, इंफ्रास्ट्रक्चर, ऑटोमोबाइल, सीमेंट जैसे सेक्टर शामिल हैं, जो अर्थव्यवस्था में तेजी के दौर में बेहतर प्रदर्शन करते हैं.
इसी स्ट्रैटेजी के चलते इस कैटेगरी के फंड सभी परिस्थियों में बेहतर प्रदर्शन करने की क्षमता रखते हैं. एक बिजनेस साइकल में तेजी और मंदी दोनों फेज होता है. बिजनेस साइकिल के बदलाव पर कुछ शेयरों का प्रदर्शन भी बदल जाता है. ऐसे में अगर निवेश का पोर्टफोलियो बिजनेस साइकिल के अनुरूप हो तो इससे बेहतर रिटर्न की उम्मीद की जा सकती है.
निवेश के लिए बेहतर बिजनेस थीम का सेलेक्शन
मोतीलाल ओसवाल एसेट मैनेजमेंट कंपनी के एमडी एंड सीईओ, प्रतीक अग्रवाल का कहना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था विस्तार के चरण में है, जो कॉर्पोरेट प्रॉफिटेबिलिटी में सुधार, क्रेडिट और कैपेक्स में बढ़ोतरी और कई सेक्टर को सरकारी समर्थन के चलते है. इसके परिणामस्वरूप पिछले 3 साल के दौरान भारत की घरेलू मांग और खपत में भी सुधार हुआ है, जिससे बिजनेस की संभावनाओं में सुधार हुआ है, बिजनेस कैपेसिटी में निवेश बढ़ा है और हाउसहोल्ड एसेट्स में सुधार हुआ है. बिजनेस साइकिल स्ट्रैटेजी के साथ, हम उन बिजनेस का चयन करके इस बेहतर समय का लाभ उठाना चाहते हैं, जिनके इस विस्तार के फेज के दौरान अच्छा प्रदर्शन करने की सबसे अधिक संभावना है.
बिजनेस साइकिल अर्थव्यवस्था के फ्लो को दर्शाता है, जो ग्रोथ और गिरावट की अल्टरनेटिंग पीरियड की विशेषता है, जैसा कि वास्तविक जीडीपी ग्रोथ और अलग अलग इकोनॉमिक इंडीकेटर्स जैसे मैट्रिक्स में दिखता है. साइकिल का हर फेज कंपनियों और सेक्टर पर अलग-अलग प्रभाव डालता है, अलग अलग फेज में अलग-अलग अवसर और जोखिम सामने आते हैं.
अलग-अलग फेज में अलग-अलग सेक्टर का बदलता है रिटर्न
मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड के सीआईओ, निकेत शाह ने कहा कि हमारा बिजनेस साइकिल फंड रणनीतिक रूप से उभरते सेक्टर और थीम को भुनाने के लिए डिजाइन किया गया है. जो अर्ली एक्सपोजर की अनुमति देता है और आगामी रुझानों से वेल्थ क्रिएशन की क्षमता को मैक्सिमाइज करता है. हाई-ग्रोथ और हाई-कनविक्शन इन्वेस्टमेंट का उपयोग करते हुए, फंड पूरे बाजार स्पेक्ट्रम में टॉप हाउस आइडिया के एक केंद्रित आवंटन का लाभ उठाता है.
बिजनेस साइकिल निवेश में, अलग अलग फेज के दौरान स्ट्रैटेजिक पोजिशनिंग रिटर्न पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है. 2004-07 और 2021-24 जैसे विस्तारवादी फेज के दौरान, कैपिटल गुड्स और रियल्टी जैसे सेक्टर ने कैपेक्स और इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में ग्रोथ के कारण डिफेंसिव सेक्टर से बेहतर प्रदर्शन किया है. इसके विपरीत, 2009-12 जैसी मंदी के दौरान, एफएमसीजी सेक्टर ने बेहतर रदर्शन किया क्योंकि जरूरी कंजम्पशन स्थिर रहा. इस दौरान रियल्टी सेक्टर का प्रदर्शन कमजोर रहा. इसी तरह, 2013-20 के कठिन दौर में, कंज्यूमर ड्यूरेबल ने मेटल को पीछे छोड़ दिया क्योंकि कंजम्पशन फिर से बढ़ने लगा.
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