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NPS : यह ऐसी पेंशन स्कीम है, जिससे रिटायरमेंट के बाद पेंशन और अलग से लम्प सम रकम का इंतजाम हो सकता है. (Pixabay)
NPS May Best Retirement Plan : अगर आप आप अपने रिटायरमेंट को ध्यान में रखकर बचत करना चाहते हैं, तो नेशनल पेंशन सिस्टम (National Pension System) पर विचार कर सकते हैं. रिटायरमेंट के लिए यह निवेश और बचत का बेहतर विकल्प है. NPS एक लंबी अवधि की निवेश योजना है, जिसके जरिए आप अपने भविष्य को टेंशन फ्री बना सकते हैं. NPS सरकारी रिटायरमेंट सेविंग स्कीम है, जिसे केंद्र सरकार ने 1 जनवरी 2004 को लॉन्च किया था. 2009 के बाद से इस योजना को प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले लोगों के लिए भी खोल दिया गया.
वैसे भी जिस दर से महंगाई बढ़ रही है, जरूरी है कि समय रहते रिटायरमेंट प्लानिंग (Retirement Planning) कर लें. आने वाले 20 से 25 साल की बात करें तो महंगाई इसी दर से बढ़ती रही तो आज जिस काम पर 1 लाख रुपये खर्च होते हैं, तब यह खर्च 3 गुना हो जाएगा. आपके घर के मंथली खर्च या अन्य खर्च पर इसका असर पड़ेगा. ऐसे में रिटायरमेंट की प्लानिंग के लिए नेशनल पेंशन सिस्टम एक मजबूत विकल्प है.
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लम्प सम के साथ पेंशन भी
यह ऐसी पेंशन स्कीम (Pension Planning) है, जिससे रिटायरमेंट के बाद पेंशन और अलग से लम्प सम रकम का इंतजाम हो सकता है. लम्प सम रकम को बेहतर योजनाओं में निवेश कर पेंशन के अलावा अलग से मंथली इनकम हासिल किया जा सकता है. NPS में कम से कम 20 साल निवेश करना जरूरी है. नेशनल पेंशन स्कीम के तहत निवेश शुरू करने की उम्र 18 साल है.
NPS पर टैक्स बेनेफिट
NPS में निवेश पर इनकम टैक्स एक्ट 1961 के तीन अलग-अलग सेक्शंस के तहत टैक्स बेनेफिट मिलता है. सेक्शन 80 CCD(1) के तहत एक फाइनेंशियल ईयर में इसमें 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर डिडक्शन बेनेफिट मिलता है. यह डिडक्शन, सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये की ओवरऑल लिमिट में आता है.
NPS पर सेक्शन 80C डिडक्शन के ऊपर भी अतिरिक्त टैक्स छूट का फायदा मिलता है. यह एडिशनल डिडक्शन सेक्शन 80 CCD(1b) के तहत 50,000 रुपये तक मिलता है।.कोई भी टैक्सपेयर NPS के टियर-1 अकाउंट्स में निवेश करके 50,000 रुपये तक एडिशनल डिडक्शन का फायदा ले सकता है. इस तरह कोई भी टैक्सपेयर NPS में इनवेस्ट करके एक फाइनेंशियल ईयर में 2 लाख रुपये के ओवरऑल टैक्स बेनेफिट को क्लेम कर सकता है.
2 लाख रुपये की लिमिट के ऊपर एंप्लॉयर की तरफ से किए गए किसी कंट्रीब्यूशन पर इनकम टैक्स एक्ट 1961 के सेक्शन 80 CCD(2) के तहत डिडक्शन का फायदा मिलेगा.
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NPS: 1.5 करोड़ फंड, 1.25 लाख सैलरी
मान लिया कि आपने 30 साल की उम्र से इस पेंशन योजना में निवेश करना शुरू किया. आपका लक्ष्य रिटायरमेंट पर एक मुश्य 1.50 लाख फंड और हर महीने 1.25 लाख रुपये पेंशन का है.
निवेश शुरू करने की उम्र: 30 साल
हर महीने NPS में निवेश: 15,000 रुपये
30 साल में कुल निवेश: 54 लाख रुपए
निवेश पर अनुमानित रिटर्न: 10 फीसदी सालाना
कुल कॉर्पस: 3,41,89,880 रुपये
यहां 30 साल तक हर महीने 15,000 रुपये निवेश पर 10 फीसदी सालाना रिटर्न पर 30 साल बाद कुल कॉर्पस करीब 3.42 करोड़ हुआ.
एन्युटी प्लान में निवेश: 55 फीसदी
लम्प सम वैल्यू: 1,53,85,446 रुपये (1.54 करोड़)
पेंशन योग्य वेल्थ: 1,88,04,434 रुपए (1.88 करोड़)
एन्युटी रिटर्न: 8 फीसदी
मंथली पेंशन: 1,25,363 रुपये (1.25 लाख रुपये)
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निवेश के लिए 4 एसेट क्लास
NPS के जरिए निवेशक अपनी रकम को 4 तरह की एसेट क्लास में निवेश करने का विकल्प चुन सकते हैं. इनमें इक्विटी (इंडेक्स स्टॉक), कॉरपोरेट बॉन्ड, सरकारी बॉन्ड और वैकल्पिक संपत्ति मसलन रियल एस्टेट निवेश फंड (REIT). इसलिए, रिटर्न चुने हुए एसेट क्लास के प्रदर्शन पर निर्भर करता है. रिस्क लेने की क्षमता और रिटायर होने में बचे सालों की संख्या के आधार पर आप विकल्प चुन सकते हैं. इसका बड़ा लाभ यह है कि आपका निवेश इक्विटी और डेट में डाइवर्सिफाइड हो जाता है.
कौन कर सकता है निवेश
एनपीएस में अकाउंट कोई भी भारतीय नागरिक (सरकारी कर्मचारी या निजी सेक्टर का कर्मचारी) खाुल सकता है. एनआरआई भी इसके लिए योग्य हैं. अकाउंट खुलने के बाद 60 साल की उम्र तक या मैच्योरिटी तक इसमें कंट्रीब्यूट करना होता है. अगर NPS की रिटर्न हिस्ट्री देखें तो अब तक इसने 8% से 12% सालाना रिटर्न दिया है.