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NPS Balanced Life Cycle Fund ने निवेशकों के सामने रिटायरमेंट प्लानिंग का एक नया विकल्प पेश किया है. (Image : Pixabay)
NPS New Balanced Life Cycle Fund: नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) ने हाल ही में अपने निवेशकों के लिए एक नया विकल्प पेश किया है, जिसका नाम है बैलेंस्ड लाइफ साइकल फंड (Balanced Life Cycle Fund). इस नए फंड का मुख्य आकर्षण यह है कि यह उम्र और जोखिम प्रोफाइल के आधार पर अपने-आप निवेशकों के एसेट्स को रीबैलेंस (rebalance) करता है. यह नया विकल्प उन लोगों के लिए लॉन्च किया गया है जो ज्यादा जोखिम उठाए बिना अपने रिटायरमेंट के लिए सुरक्षित और संतुलित विकल्प चाहते हैं. आइए जानते हैं कि क्या हैं इस फंड की खूबियां और यह आपकी रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए कितना सही है.
बैलेंस्ड लाइफ साइकल फंड की प्रमुख विशेषताएं
1. ऑटोमैटिक री-बैलेंसिंग: यह फंड निवेशकों के एसेट्स को उनकी उम्र के साथ-साथ अलग-अलग एसेट क्लास, मसलन इक्विटी, कॉरपोरेट डेट और सरकारी सिक्योरिटीज़ में अपने आप री-बैलेंस करता है.
2. उम्र और जोखिम के आधार पर बदलाव: फंड में 45 वर्ष की उम्र तक इक्विटी में अधिकतम 50% तक निवेश की इजाजत है, जो बाद में धीरे-धीरे घटता जाता है. 55 वर्ष की उम्र के बाद इक्विटी में निवेश 35% तक सीमित हो जाता है.
3. कम जोखिम, अधिक सुरक्षा: 55 वर्ष की उम्र के बाद, गवर्नमेंट सिक्योरिटीज (scheme G) में निवेश बढ़कर 55% हो जाता है, जो निवेशकों के रिटायरमेंट के समय उनकी पूंजी को बाजार के उतार-चढ़ाव से सुरक्षित रखने में मदद करता है.
4. क्लियर स्ट्रक्चर: यह नया फंड तीन प्रमुख कैटेगरीज में निवेश करता है – इक्विटी (scheme E), कॉरपोरेट डेट (scheme C), और गवर्नमेंट सिक्योरिटीज (scheme G), जो उम्र के साथ री-बैलेंस होते रहते हैं.
बैलेंस्ड लाइफ साइकल फंड में अलग-अलग ऑप्शन
बैलेंस्ड लाइफ साइकल फंड में भी ऑटो एलोकेशन (auto allocation) के अलग-अलग ऑप्शन मौजूद हैं. इनमें एग्रेसिव (aggressive), मॉडरेट (moderate), और कंजर्वेटिव लाइफ साइकल फंड (conservative lifecycle funds) शामिल हैं. बैलेंस्ड लाइफ साइकल फंड को विशेष रूप से उन निवेशकों के लिए डिजाइन किया गया है जो 45 साल की उम्र तक इक्विटी में ज्यादा निवेश करना चाहते हैं. यह फंड उन निवेशकों की मांग को पूरा करता है, जो अधिक इक्विटी एलोकेशन के जरिये लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न पाने की उम्मीद रखते हैं, लेकिन उम्र बढ़ने पर अपने जोखिम को सीमित करना चाहते हैं.
बैलेंस्ड लाइफ साइकल फंड के फायदे
- उम्र के साथ घटता जोखिम : उम्र के साथ इक्विटी का प्रतिशत घटता है, जिससे निवेशक रिटायरमेंट के करीब आते-आते बाजार जोखिम से सुरक्षित रहते हैं.
- लॉन्ग-टर्म वेल्थ क्रिएशन : अधिक इक्विटी निवेश लंबे समय में अधिक रिटर्न दिलाने में मदद करता है, जिससे रिटायरमेंट के समय एक बड़ा कॉर्पस तैयार हो सकता है.
- निवेश में आसानी : यह फंड एसेट एलोकेशन को अपने आप रीबैलेंस करता है, जिससे निवेशकों को मैन्युअल रूप से अपने पोर्टफोलियो को मैनेज करने की जरूरत नहीं होती.
क्या आपको इस फंड का चुनाव करना चाहिए?
अगर आप एक ऐसे निवेशक हैं जो ऊंचा रिटर्न पाने के लिए अपने निवेश को खुद मैनेज करना चाहते हैं, तो NPS का एक्टिव एलोकेशन (active allocation) विकल्प आपके लिए बेहतर हो सकता है. इसमें आपका अपने निवेश पर पूरा कंट्रोल रहता है. लेकिन अगर आप ऐसा नहीं करना चाहते और ऑटोमैटिक री-बैलेंसिंग का लाभ लेकर उम्र के साथ-साथ अपने निवेश के जोखिम को कम करना चाहते हैं, तो NPS का बैलेंस्ड लाइफ साइकल फंड आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है. इसके जरिये निवेशक पने रिटायरमेंट के लिए एक संतुलित और कम जोखिम वाला पोर्टफोलियो तैयार कर सकते हैं, जो लंबी अवधि में कम रिस्क के साथ स्थिर रिटर्न देने की संभावना रखता है.
(डिस्क्लेमर: इस लेख का मकसद सिर्फ जानकारी मुहैया कराना है, किसी फंड में निवेश की सलाह देना नहीं. निवेश का कोई भी फैसला अपने निवेश सलाहकार की राय लेकर ही करें.)