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Vest Govt Scheme : सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम पर 8.2 सालाना ब्याज है, जो हर 3 महीने बाद खाते में आता है. (Pixabay)
Senior Citizen Savings Scheme : अगर आपको कहीं से फंड मिला है और उस फंड को सही जगह निवेश कर रेगुलर इनकम करना चाहते हैं तो इस सरकारी स्कीम पर ध्यान दें. पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम (SCSS) इसके लिए बेहतर विकल्प है. यह स्कीम वैसे तो वरिष्ठ नागरिकों के लिए है, लेकिन आप भी अपने पैरेंट्स के नाम अकाउंट खुलवाकर हाई इंटरेस्ट रेट का फायदा उठा सकते हैं. पोस्ट ऑफिस की यह स्कीम सबसे ज्यादा ब्याज देने वाली सरकारी स्कीम है. इस योजना में निवेश करने पर टैक्स लाभ के साथ रेगुलर इनकम भी हासिल की जा सकती है.
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सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम (Senior Citizen Savings Scheme) पर 8.2 फीसदी सालाना ब्याज मिलता है. यह ब्याज हर 3 महीने बाद खाते में आता है. ध्यान रहे कि इस ब्याज पर ब्याज नहीं मिलता, ब्याज सिर्फ मूलधन पर मिलता है. इस योजना की मैच्योरिटी 5 साल है, लेकिन इसे 5 साल 5 साल के लिए कितनी बार भी आगे बढ़ा सकते हैं. इसे पोस्ट ऑफिस (Post Office Savings) की किसी भी ब्रॉन्च पर खुलवाया जा सकता है. वरिष्ठ नागरिक इस योजना में व्यक्तिगत या संयुक्त रूप से एकमुश्त निवेश कर सकते हैं. एक ही घर में अगर 2 अलग अलग अकाउट खुलते हैं तो दोनों में मैक्सिमम डिपॉजिट किया जा सकता है.
सरकारी योजना में डिपॉजिट के नियम
सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम में कम से कम 1000 रुपये निवेश करने की सुविधा है. वहीं अधिकतम निवेश की लिमिट 30,00,000 रुपये है. जबकि अगर आप अपने स्पाउस के साथ अलग अलग 2 अकाउंट चाहते हैं तो दोनों अकाउंट में अलग अलग मिलाकर 60 लाख रुपये जमा कर सकते हैं.
इस स्कीम में इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक निवेश पर टैक्स लाभ भी मिलता है. पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग्स (Small Savings Scheme) पर सरकार की सॉवरेन गारंटी होती है, इसलिए इसमें सुरक्षा और रिटर्न की कोई चिंता नहीं होती.
SCSS : हर साल कमाएं 2,40,600 रुपये ब्याज
पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम में जमा की अधिकतम लिमिट 30 लाख रुपये है. इस स्कीम में मिलने वाला ब्याज 8.2 फीसदी सालाना है. वहीं इसका मैच्योरिटी पीरियड 5 साल है.
अधिकतम जमा: 30 लाख रुपये
ब्याज दर: 8.2 फीसदी सालाना
मैच्योरिटी पीरियड: 5 साल
मंथली ब्याज: 20,050 रुपये
तिमाही ब्याज: 60,150 रुपये
सालाना ब्याज: 2,40,600 रुपये
5 साल में कुल ब्याज: 12,03,000
प्री-मैच्योर निकासी करने पर कितना नुकसान
SCSS खाते को 5 साल के लॉक-इन से पहले बंद करने पर पेनाल्टी लगती है. यह पेनाल्टी इस बात पर निर्भर है कि आपको खाता खोले हुए कितना वक्त हुआ है.
अगर खाते को एक साल से पहले बंद किया जाता है, तो जमा राशि पर कोई ब्याज नहीं दिया जाता. अगर ब्याज का भुगतान किया जा चुका है, तो उसे मूलधन से काट लिया जाएगा.
अगर खाते को 1 साल के बाद लेकिन 2 साल से पहले बंद किया गया, तो भुगतान के समय खाते में जमा राशि से 1.5 फीसदी रकम काट ली जाती है.
अगर खाते को 2 साल के बाद लेकिन 5 साल से पहले बंद किया जाता है, तो प्रिंसिपल अमाउंट से 1 फीसदी रकम काट ली जाती है.
अगर आपका SCSS खाता एक एक्सटेंडेड अकाउंट है, तो खाते के एक्सटेंशन के एक साल बाद बंद करने पर कोई पेनाल्टी नहीं देनी पड़ेगी.