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Early Retirement Planning : बेहतर इनकम और फाइनेंशियल प्लानिंग समय से पहले रिटायरमेंट विकल्प लेने में मदद कर रही है. (AI Image)
SWP Calculator : रिटायरमेंट के लिए सही वक्त पर प्लानिंग और निवेश शुरू करना बेहतर होता है. अगर आपने सोच समझकर कम उम्र से ही प्लानिंग शुरू कर दी तो रिटायरमेंट के लिए आपको 55 साल या 58 साल का इंतजार नहीं करना होगा. आप रिटायरमेंट की परंपरागत उम्र से ही पहले आर्थिक आजादी पाने में कामयाब हो सकते हैं. भारत के युवा आज इस दिशा में तेजी से सोच रहे हैं. बेहतर इनकम और फाइनेंशियल प्लानिंग (Retirement Planning) को लेकर जागरूकता इसमें मदद कर रही हैं. तो भारत जैसे देश में यह सपना कैसे पूरा हो सकता है.
पहले तैयार करें बिग कॉर्पस
बड़ा कॉर्पस बनाने के लिए इक्विटी म्यूचुअल फंड की मजबूत रिटर्न देने वाली स्कीम चुन सकते हैं. आप निवेश के लिए लम्प सम या एसआईपी किसी भी विकल्प का सहारा ले सकते हैं. म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) की कई स्कीम हैं, जिन्होंने लंबी अवधि में 12 से 15 फीसदी एनुअलाइज्ड रिटर्न दिया है. ऐसे में अगर 10 लाख रुपये 21 साल के लिए निवेश करें और अनुमानित रिटर्न 12 फीसदी सालाना मान लें तो 21 साल में 1,08,00,000 रुपये फंड तैयार हो सकता है.
लम्स सम कैलकुलेटर
वन टाइम इन्वेस्टमेंट : 10,00,000 रुपये
निवेश की अवधि : 21 साल
21 साल के लम्प सम पर अनुमानित रिटर्न : 12 फीसदी सालाना
21 साल बाद निवेश की वैल्यू : 1,08,00,000 रुपये
एक बार जब आपके पास बड़ा फंड तैयार हो जाए, फिर सिस्टेमैटिक विद्ड्रॉल प्लान (SWP Investment) का विकल्प चुन सकते हैं.
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SWP कैलकुलेटर
वन टाइम इन्वेस्टमेंट : 1,08,00,000 रुपये
निवेश की अवधि : 20 साल
अनुमानित रिटर्न: 8 फीसदी सालाना
हर महीने विद्ड्रॉल अमाउंट : 1 लाख रुपये
20 साल में विद्ड्रॉल अमाउंट : 1,85,00,0000 रुपये
20 साल बाद बैलेंस : 12,202 रुपये
आपके निवेश पर रिटर्न : 77,12,202 रुपये
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क्या है सिस्टेमैटिक विद्ड्रॉल प्लान
SWP या सिस्टेमैटिक विद्ड्रॉल प्लान अपने निवेश से पैसा निकालने का एक अनुशासित तरीका है. यह विकल्प रिटायरमेंट के लिए या जॉब से ब्रेक लेने के समय बेहतर काम करता है. आपको इसके लिए अपने म्युचुअल फंड को महीने की एक तय तारीख पर एक तय राशि डेबिट करने के लिए निर्देश देना होगा, और पैसा आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया जाएगा. निकासी के बाद बचा हुआ फंड निवेश में बना रहता है और आपको उस पर रिटर्न मिलता रहता है, जिससे आपको कंपाउंडिंग का फायदा भी मिलना जारी रहता है.
(नोट : हमने यहां एसडबल्यूपी कैलकुलेटर के आधार पर जानकारी दी है. किसी भी इक्विटभ्कि स्कीम में पैसे लगाने की सलाह नहीं दी है. सिर्फ बताया है कि इक्विटी स्कीम में लंबी अवधि के दौरान हाई रिटर्न संभव है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की सलाह लें.)