/financial-express-hindi/media/media_files/2024/11/19/g0uGwoza56iS7V7PiLit.jpg)
PPF Interest Rate : पीपीएफ में निवेशकों को एक ही बात निराश करती है. इसके ब्याज दरों में 6 साल से कोई इजाफा नहीं हुआ है. (Freepik)
PPF Monthly Income : पब्लिक प्रोविडेंट फंड (Public Provident Fund) देश में निवेश और बचत के लिए बेहद लोकप्रिय स्कीम है. पीपीएफ अकाउंट किसी भी नजदीकी पोस्ट ऑफिस में खुलवा सकते हैं. इस स्मॉल सेविंग्स स्कीम को एक तरह से रिटायरमेंट सेविंग्स स्कीम के रूप में भी जाना जाता है. पब्लिक प्रोविडेंट फंड को मैच्योरिटी के बाद भी एक्सटेंड करने और उसमें से विद्ड्रॉल करने का नियम है. इस खास नियम का फायदा उठाकर हर महीने 24 हजार रुपये टैक्स फ्री इनकम की जा सकती है. इस खास नियम के बारे में आपको जानना चाहिए.
15 साल मैच्योरिटी, 7.1% सालाना ब्याज
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) की मैच्योरिटी 15 साल होती है. इस स्कीम पर अभी 7.1 फीसदी सालाना ब्याज मिलता है. इस स्कीम में एक फाइनेंशियल ईयर में 1.50 लाख रुपये अधिकतम जमा किया जा सकता है. वैसे मैच्योरिटी के बाद भी ज्यादा बड़ा कॉर्पस तैयार करने के लिए इस स्कीम को आप 5-5 साल के लिए जब तक चाहें, आगे बढ़ा सकते हैं. इसमें एक नियम यह भी है कि मैच्योरिटी के बाद आप चाहें तो इसमें निवेश जारी रखते हुए बढ़ा सकते हैं या बिना कुछ निवेश किए भी एक्सटेंड कर सकते हैं.
अगर आप मैच्योरिटी के बाद बिना निवेश किए स्कीम को एक्सटेंड करते हैं तो आपके क्लोजिंग बैलेंस पर 7.1 फीसदी सालाना ब्याज मिलता रहेगा. वहीं अगर निवेश के साथ आगे बढ़ाते हैं तो यह स्कीम उसी तरह से काम करेगी, जिस तरह से मैच्योरिटी के पहले.
मैच्योरिटी पर मिल सकता है 41 लाख
एक वित्त वर्ष में जमा : 1.50 लाख रुपये
सालाना ब्याज : 7.1 फीसदी
मैच्योरिटी अवधि : 15 साल
मैच्योरिटी पर फंड : 40,68,209 रुपये
PPF : कैसे होगी 24,000 रुपये मंथली इनकम
यहां आपने 15 साल तक स्कीम चलाया और 40,68,209 रुपये का फंड तैयार कर लिया. अब आप इसे 5 साल के लिए बिना कुछ निवेश किए एक्सटेंड करते हैं तो क्लोजिंग बैलेंस पर 7.1 फीसदी ब्याज मिलेगा. वहीं एक साल में एक बार में आप कितनी भी रकम निकाल सकते हैं. मान लिया कि आपने सिर्फ एक साल में एक बार ब्याज का ही पैसा निकालने की योजना बनाई.
यहां आपके क्लोजिंग बैलेंस पर 7.1 फीसदी सालाना ब्याज मिलेगा. यह एक साल में 2,88,843 रुपये होगा. आप एक साल में एक बार में इस पूरी ब्याज की रकम को निकाल सकते हैं. इसे 12 महीनों में बांट दें तो 24,000 रुपये महीना होगा. वहीं इस निकासी पर कोई टैक्स भी नहीं लगेगा.
लंबे समय से स्थिर है ब्याज
हालांकि पब्लिक प्रोविडेंट फंड स्कीम में निवेशकों को एक बात निराश करती है. इसके ब्याज दरों में 6 साल से कोई इजाफा नहीं हुआ है. वहीं 4 साल से ब्याज दरें पूरी तरह से स्थिर हैं. पीपीएफ स्कीम में आखिरी बार 1 अक्टूबर 2018 को ब्याज दरों में बढ़ोतरी हुई थी. तब सरकार ने ब्याज 7.60 फीसदी से बढ़ाकर 8 फीसदी कर दिया था. उसके बाद से इसमें 1 अप्रैल 2020 तक कमी आई. वहीं 1 अप्रैल 2020 के बाद से इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ. फिलहाल अभी इस पर 7.1 फीसदी सालाना ब्याज है.
पैसे जमा करने के क्या हैं नियम
पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग्स स्कीम में शामिल पब्लिक प्रोविडेंट फंड में कोई भी सिर्फ खाता खोल सकता है. बच्चे के नाम पर भी आप एक गार्जियन के रूप में खाता शुरू कर सकते हैं. योजना में एक फाइनेंशियल ईयर में अधिकतम 1.50 रुपये और कम से कम 500 रुपये जमा कर सकते हैं.
EEE यानी टैक्स फ्री स्कीम
पब्लिक प्रोविडेंट फंड में बड़ा टैक्स बेनिफिट मिलता है. यह स्कीम “ई-ई-ई” श्रेणी (EEE) में आता है. इसमें एक वित्त वर्ष में 1.50 लाख रुपये तक की जमा राशि पर टैक्स छूट ले सकते हैं. वहीं इससे मिलने वाले ब्याज पर टैक्स नहीं लगता. जबकि मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम भी टैक्स के दायरे से बाहर है. कुल मिलाकर कह सकते हैं कि ये स्कीम टैक्स फ्री है.
(source : india post, clear tax)