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SBI MF NFO: एसबीआई म्यूचुअल फंड ने एक नया फंड ऑफर लाने का एलान किया है. (Image : Pixabay)
SBI Mutual Fund New Fund Offer: देश के सबसे बड़े फंड हाउस एसबीआई म्यूचुअल फंड ने एक नया फंड ऑफर (NFO) लाने का एलान किया है. एसबीआई इनकम प्लस आर्बिट्राज एक्टिव फंड ऑफ फंड (SBI Income Plus Arbitrage Active Fund of Fund -FOF) के नाम से लॉन्च की जा रही यह स्कीम उन लोगों को ध्यान में रखकर बनाई गई है जो कम जोखिम में बेहतर पोस्ट टैक्स रिटर्न देने वाले ऑप्शन की तलाश में हैं. इस नये फंड ऑफर में सब्सक्रिप्शन बुधवार 23 अप्रैल 2025 को खुल रहा है और 30 अप्रैल को बंद होगा.
SBI म्यूचुअल फंड के NFO में क्या है खास
SBI इनकम प्लस आर्बिट्राज एक्टिव FoF एक ऐसा फंड है जो अपने पैसे उन स्कीमों में लगाएगा, जो डेब्ट और आर्बिट्राज दोनों क्षेत्रों में काम करती हैं. यानी इसमें आपके पैसे उन फंड्स में डाले जाएंगे, जो एक तरफ ब्याज आधारित इनकम देते हैं और दूसरी तरफ बाजार में बिना ज्यादा जोखिम के छोटे-छोटे मुनाफे कमाते हैं. रिस्कोमीटर पर इस NFO को ‘लो टू मॉडरेट’ (Low to Moderate) की रेटिंग दी गई है, जिससे पता चलता है कि इसमें निवेश पर जोखिम तुलनात्मक रूप से कम रहने की उम्मीद है.
फंड की निवेश रणनीति कैसी होगी?
SBI म्यूचुअल फंड के इस NFO में जुटाए गए फंड को इस तरह से निवेश किया जाएगा:
करीब आधा या उससे अधिक पैसा यानी 50% से 65% तक कॉर्पस, ऐसे फंड्स में लगाया जाएगा जो डेब्ट में निवेश करते हैं.
करीब 35% से 50% तक फंड उन स्कीमों में निवेश किया जाएगा, जो आर्बिट्राज स्ट्रैटेजी से चलती हैं.
थोड़ा-बहुत यानी करीब 5% तक कॉर्पस कैश या मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में रखा जाएगा.
SBI म्यूचुअल फंड के इस NFO का बेंचमार्क है '65% Nifty Composite Debt Index + 35% Nifty 50 Arbitrage Index'. स्कीम के फंड मैनेजर अर्धेंदु भट्टाचार्य हैं, जो 2019 से ही एसबीआई म्यूचुअल फंड के साथ जुड़े हुए हैं. जहां वे पहले से ही कई डेब्ट और हाइब्रिड स्कीम्स को मैनेज कर रहे हैं. उनके पास इस तरह की स्कीम्स को संभालने का अच्छा अनुभव है.
निवेश की शुरुआत कैसे करें?
आप इस स्कीम में कम से कम 5,000 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं और इसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में कभी भी एक्सट्रा पैसे लगा सकते हैं. SIP के जरिए भी अपनी सुविधा के हिसाब से निवेश किया जा सकता है. इसके लिए SIP की फ्रीक्वेंस मंथली के अलावा डेली, वीकली, हर तीन महीने पर, छमाही या सालाना आधार पर भी फिक्स की जा सकती है.
किनके लिए फायदेमंद है यह स्कीम?
एसबीआई फंड्स के डिप्टी एमडी और जॉइंट सीईओ, डी पी सिंह के मुताबिक, "आज के माहौल में निवेश में स्थिरता और टैक्स की समझदारी बेहद जरूरी हो गई है. SBI Income Plus Arbitrage Fund of Fund का मकसद है मार्केट के हिसाब से डेब्ट और आर्बिट्राज स्कीम्स के बीच संतुलन बैठाकर इन्वेस्टमेंट करना. इससे निवेशकों को एक तरफ स्थिरता मिलती है, तो दूसरी ओर बाजार की हलचल से बचते हुए रिटर्न मिल सकता है. यह स्कीम उन लोगों के लिए खास है जो टैक्स के बाद बेहतर कमाई चाहते हैं – फिर चाहे वो कंज़रवेटिव इन्वेस्टर हों, हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स या ट्रेज़री को अच्छे से मैनेज करने वाली कंपनियां."
अगर आप ऐसे विकल्प की तलाश में हैं जो कम जोखिम (Low to Moderate) के साथ टैक्स बचाने में मदद करे और साथ ही कुछ बेहतर रिटर्न दे, तो यह स्कीम एक बढ़िया विकल्प हो सकती है. इस स्कीम का उद्देश्य है अपने निवेशकों को रेगुलर इनकम और लंबी अवधि में कैपिटल ग्रोथ का मौका मुहैया कराना. लेकिन किसी भी और म्यूचुअल फंड की तरह ही यहां भी लक्ष्य के पूरा होने की गारंटी नहीं दी जा सकती.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का मकसद सिर्फ जानकारी देना है. निवेश की सिफारिश करना नहीं. म्यूचुअल फंड्स में रिटर्न की कोई गारंटी नहीं होती. निवेश के बारे में कोई भी फैसला स्कीम से जुड़े दस्तावेजों को अच्छी तरह पढ़ने-समझने और अपने निवेश सलाहकार की सलाह लेने के बाद ही करें.)