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HDFC Balanced Advantage Fund ने बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद आकर्षक रिटर्न दिए हैं. (Image : Pixabay)
HDFC Hybrid Fund with Multibagger Returns : अगर आप उन निवेशकों में से हैं जो लॉन्ग टर्म में बढ़िया रिटर्न के लिए थोड़ा अधिक रिस्क लेने को तैयार हैं, तो HDFC म्यूचुअल फंड की एक स्कीम आपके लिए परफेक्ट साबित हो सकती है. यह स्कीम है एचडीएफसी बैलेंस्ड ए़डवांटेज फंड (HDFC Balanced Advantage Fund), जिसने 5 साल पहले निवेश की गई रकम को 3 गुना से ज्यादा बना दिया है. यह हाइब्रिड स्कीम रिटर्न के मामले में 3, 5 और 10 साल की अवधि में अपनी कैटेगरी की टॉपर रही है. वन टाइम इनवेस्टमेंट के अलावा SIP के जरिए किए गए निवेश पर भी स्कीम का रिटर्न काफी आकर्षक रहा है. आइए जानते हैं, क्या है इस स्कीम की सफलता की वजह.
5 लाख का निवेश बना 15 लाख से ज्यादा
अगर किसी ने इस फंड के डायरेक्ट प्लान में 5 साल पहले 5 लाख रुपये का निवेश किया होता, तो उसकी वैल्यू अब 15,72,455 रुपये यानी 15.72 लाख रुपये से ज्यादा हो चुकी होती. यह 214% से ज्यादा का एब्सोल्यूट रिटर्न है. 3 साल में यही रकम 1.71 लाख रुपये और 10 साल में करीब 3.88 लाख रुपये हो चुकी होती.
HDFC बैलेंस्ड एडवांटेड फंड का रिटर्न (डायरेक्ट प्लान)
3 साल (CAGR): 19.33%
5 साल (CAGR): 26.13%
10 साल (CAGR): 14.34%
SIP निवेश पर भी मोटा मुनाफा
अगर आपने इस स्कीम (HDFC Balanced Advantage Fund) में हर महीने 2000 रुपये की SIP की होती, तो 5 साल में आपका कुल निवेश 1.20 लाख रुपये का होता, जिसकी मौजूदा फंड वैल्यू बढ़कर 2.05 लाख रुपये हो चुकी होती. अगर किसी ने इतनी ही मंथली SIP 10 साल के लिए की होगी, तो उनका कुल निवेश 2.40 लाख रुपये होगा, जबकि मौजूदा फंड वैल्यू 5.94 लाख रुपये हो चुकी होगी.
SIP रिटर्न (डायरेक्ट प्लान)
3 साल: 18.98% (एन्युलाइज्ड)
5 साल: 21.67% (एन्युलाइज्ड)
10 साल: 17.28% (एन्युलाइज्ड)
क्या है इस फंड की इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजी
HDFC बैलेंस्ड एडवांटेज फंड एक ओपन एंडेड हाइब्रिड स्कीम है, जो इक्विटी और डेट दोनों एसेट क्लास में निवेश करती है. इसे डायनैमिक एसेट एलोकेशन स्कीम (Dynamic Asset Allocation Scheme) भी कहा जाता है, क्योंकि इसमें फंड मैनेजर बाजार की स्थितियों के हिसाब से इक्विटी और डेट के एलोकेशन को बदलते रह सकते हैं. सेबी के नियम के तहत डायनैमिक एसेट एलोकेशन स्कीम के कॉर्पस में इक्विटी का हिस्सा 0 से 100 फीसदी तक कुछ भी हो सकता है. इस फ्लेक्सिबिलिटी की चलते इस स्कीम में हाई रिटर्न की संभावना के साथ ही साथ रिस्क बढ़ने का खतरा भी रहता है. HDFC म्यूचुअल फंड की इस स्कीम का एक्सपेंस रेशियो डायरेक्ट प्लान में 0.88% और रेगुलर प्लान में 1.37% है.
HDFC MF की स्कीम का पोर्टफोलियो
HDFC बैलेंस्ड एडवांटेज फंड के लेटेस्ट उपलब्ध डिटेल्स के मुताबिक स्कीम के पोर्टफोलियो का 65% से ज्यादा हिस्सा इक्विटी में है और वो भी ज्यादातर लार्ज कैप स्टॉक्स में. इसमें बैंकों, आईटी, एनर्जी और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के शेयरों का अच्छा खासा योगदान है.
टॉप होल्डिंग्स
HDFC Bank – 5.71%
ICICI Bank – 3.73%
Infosys – 3.43%
Reliance Industries – 3.28%
SBI – 3.01%
इनके अलाना NTPC, L&T, Bharti Airtel जैसी कंपनियां भी स्कीम की टॉप होल्डिंग्स में शामिल हैं.
किन निवेशकों के लिए सही है ये स्कीम
ऐसे निवेशक, जो कम से कम 5 साल के लिए पैसा लगा सकते हैं, और बेहतर रिटर्न के लिए बाजार से जुड़ा रिस्क लेने को तैयार हैं, वे HDFC Balanced Advantage Fund में निवेश पर विचार कर सकते हैं. इस स्कीम में इक्विटी एक्सपोजर ज्यादा रहने की संभावना रहती है, इसलिए इसे रिस्कोमीटर पर बहुत ज्यादा जोखिम (Very High Risk) की कैटेगरी में रखा गया है. हालांकि इसकी डायनैमिक एसेट एलोकेशन स्ट्रैटजी की वजह से फंड मैनेजर जरूरत पड़ने पर डेट में निवेश बढ़ाकर जोखिम को बैलेंस कर सकते हैं. बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद इस स्कीम के शानदार पिछले प्रदर्शन में इस रणनीति का भी योगदान माना जा सकता है. लेकिन म्यूचुअल फंड स्कीम के पिछले रिटर्न के भविष्य में भी जारी रहने की कोई गारंटी नहीं होती, इसलिए सोच समझकर फैसला करें.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का मकसद सिर्फ जानकारी देना है. निवेश की सिफारिश करना नहीं. निवेश के फैसले अपने निवेश सलाहकार की राय लेकर ही करें.)