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SBI MF के कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड ने अपने बेंचमार्क से काफी बेहतर रिटर्न दिए हैं. (Image : Pixabay)
High Return With Low Market Risk : देश के सबसे बड़े फंड हाउस में शामिल एसबीआई म्यूचुअल फंड (SBI Mutual Fund) की कंजर्वेटिव हाइब्रिड स्कीम ने 75% से ज्यादा निवेश डेट एसेट्स (Debt Assets) में रखने के बावजूद पिछले 5 साल में 12% की दर से एनुअल रिटर्न दिया है. एसबीआई कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड (SBI Conservative Hybrid Fund) की कंजर्वेटिव स्ट्रैटजी को देखते हुए इस रिटर्न को काफी आकर्षक कहा जा सकता है.
पिछले 5 साल में इस स्कीम के बेंचमार्क इंडेक्स के 8.11% के सालाना रिटर्न से तुलना करें, तो भी SBI म्यूचुअल फंड की यह स्कीम काफी बेहतर नजर आती है. इक्विटी में 24% से भी कम एक्सपोजर की वजह से इसे प्योर इक्विटी फंड ही नहीं, एग्रेसिव हाइब्रिड फंड और बैलेंस्ड हाइब्रिड फंड्स की तुलना में भी कम रिस्की माना जाता है. जिसकी वजह से यह स्कीम उन निवेशकों के लिए अच्छा ऑप्शन हो सकती है, जो मार्केट रिस्क को कम रखना पसंद करते हैं.
SBI कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड का पिछला प्रदर्शन
SBI कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड का पिछले 5 साल का औसत सालाना रिटर्न 12% है, जबकि रेगुलर प्लान का सालाना रिटर्न 11.40% है. 9 अप्रैल 2001 को लॉन्च हुई इस स्कीम में अगर किसी ने शुरुआत में ही लंपसम इनवेस्टमेंट किया होगा, तो उसकी फंड वैल्यू अब तक 3 गुने से ज्यादा हो चुकी होगी.
5 साल में लंपसम पर औसत सालाना रिटर्न (CAGR) : 12% (डायरेक्ट प्लान ), 11.40% (रेगुलर प्लान)
स्कीम बेंचमार्क (NIFTY 50 Hybrid Composite Debt 15:85 Conservative Index) का 5 साल का रिटर्न (CAGR): 8.11%
5 साल पहले 1 लाख रुपये के निवेश की मौजूदा फंड वैल्यू : 1,76,639 रुपये (1.77 लाख रुपये)
लॉन्च के समय 1 लाख रुपये के निवेश की मौजूदा फंड वैल्यू : 3,33,293 रुपये (3.33 लाख रुपये)
10 हजार रुपये मंथली SIP की 5 साल में फंड वैल्यू : 7,86,110 रुपये
मंथली SIP पर 5 साल का एन्युलाइज्ड रिटर्न : 10.75%
(सोर्स : AMFI, वैल्यू रिसर्च)
इन आंकड़ों से जाहिर है कि SBI म्यूचुअल फंड की इस स्कीम ने अपने बेंचमार्क की तुलना में काफी बेहतर प्रदर्शन किया है. साथ ही अपने निवेशकों को लंपसम और SIP दोनों पर अच्छा रिटर्न दिया है.
SBI कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड का पोर्टफोलियो
कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड्स पर लागू सेबी के नियमों के तहत SBI कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड का इक्विटी एक्सपोजर 10% से 25% के बीच और डेट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश 75% से 90% तक हो सकता है. 30 जून 2025 की फैक्टशीट के मुताबिक SBI कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड का इक्विटी एक्सपोजर 23.38% था. यानी 75% से ज्यादा निवेश डेट समेत नॉन-इक्विटी एसेट्स में था. फंड के इक्विटी पोर्टफोलियो में शामिल प्रमुख शेयर और उनकी हिस्सेदारी इस प्रकार है :
SBI कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड की इक्विटी होल्डिंग
Reliance Industries Ltd. : 2.54%
Asian Paints Ltd. : 1.79%
ICICI Bank Ltd. : 1.36%
Axis Bank Ltd. : 1.24%
Biocon Ltd. : 1.11%
Punjab National Bank : 1.04%
(सोर्स : फैक्टशीट, वैल्यू रिसर्च)
यहां हमने उन्हीं शेयर्स का डिटेल दिया है, जिनकी स्कीम के पोर्टफोलियो में हिस्सेदारी 1 फीसदी से ज्यादा है. म्यूचुअल फंड के पोर्टफोलियो का बाकी हिस्सा AAA और AA रेटेड बॉन्ड्स जैसे डेट इंस्ट्रूमेंट्स, गवर्नमेंट बॉन्ड्स और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में लगा है, जो इसे सुरक्षित बनाते हैं. इनके अलावा कैश और कैश जैसे एसेट्स का 5.94% है. स्कीम के पोर्टफोलियों में सबसे ज्यादा 40.15% हिस्सा फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर का है. इसके बाद 11.09% हिस्सा पावर सेक्टर का और 7.14% हिस्सा सॉवरेन बॉन्ड्स का है.
SBI कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड की बड़ी बातें
मिनिमम लंपसम इनवेस्टमेंट : 5,000 रुपये
मिनिमम SIP इनवेस्टमेंट : 500 रुपये
रिस्क लेवल : हाई (High)
एक्सपेंस रेशियो : 1.54% (रेगुलर प्लान), 1.05% (डायरेक्ट प्लान)
30 जून 2025 को एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) : 9779 करोड़ रुपये.
फंड मैनेजर : सौरभ पंत (इक्विटी), मानसी साजेजा (डेट)
एग्जिट लोड (Exit Load) : अलॉटमेंट के 1 साल के भीतर 10% से ज्यादा रकम निकालने पर 1%, 10% तक निवेश निकालने या 1 साल के बाद एग्जिट करने पर कोई लोड नहीं.
SBI कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड में कौन कर सकता है निवेश
SBI कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड एक ओपन-एंडेड हाइब्रिड म्यूचुअल फंड है, जिसका उद्देश्य अपने निवेशकों के लिए रेगुलर स्टेबल इनकम के साथ कैपिटल ग्रोथ हासिल करना है. इसके लिए यह फंड मुख्य तौर पर डेट इंस्ट्रूमेंट्स और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करता है. यह कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प हो सकता है, जो कम रिस्क वाले निवेश पर स्टेबल इनकम के साथ साथ-साथ कैपिटल ग्रोथ की भी उम्मीद रखते हैं. डेट इंस्ट्रूमेंट्स में अधिक निवेश होने से यह स्कीम प्योर इक्विटी फंड, एग्रेसिव हाइब्रिड फंड या बैलेंस्ड हाइब्रिड फंड्स की तुलना में कम रिस्की मानी जाती है. साथ ही, इसमें इक्विटी का सीमित एक्सपोजर एक्सट्रा ग्रोथ का मौका भी देता है. यह स्कीम उन निवेशकों के लिए सही है, जो अपने पोर्टफोलियो में रिस्क और रिटर्न का बेहतर संतुलन देखना चाहते हैं और हाइब्रिड फंड्स (Hybrid Mutual Funds) में निवेश करने में दिलचस्पी रखते हैं. इस स्कीम में मीडियम से लॉन्ग टर्म के लिए निवेश किया जा सकता है.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना है, निवेश की सिफारिश करना नहीं. जरूरी नहीं है कि म्यूचुअल फंड का पिछला रिटर्न भविष्य में भी जारी रहे. निवेश का कोई भी फैसला सेबी रजिस्टर्ड निवेश सलाहकार की राय लेने के बाद ही करें.)