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State Bank of India ने वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही के नतीजे घोषित कर दिए हैं. (File Photo : Reuters)
State Bank of India Q2FY25 Results: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही के नतीजे घोषित किए, जिसमें बैंक का नेट प्रॉफिट 28% की बढ़त के साथ 18,331 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. पिछले साल इसी तिमाही में SBI का नेट प्रॉफिट 14,330 करोड़ रुपये था. दूसरी तिमाही के दौरान SBI की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) 5.37% की ग्रोथ के साथ 41,620 करोड़ रुपये पर पहुंची, जो पिछले साल की इसी अवधि में 39,500 करोड़ रुपये थी. इस तिमाही में बैंक की कुल आय और एसेट क्वॉलिटी में भी सुधार देखने को मिला है.
डिपॉजिट्स और एडवांसेज
- SBI के कुल डिपॉजिट्स (Deposits) 9.13% की ग्रोथ के साथ 51.17 लाख करोड़ रुपये हो गए, जो पिछले साल इसी तिमाही में 46.89 लाख करोड़ रुपये थे.
- करेंट अकाउंट डिपॉजिट्स (CA): SBI के करेंट अकाउंट डिपॉजिट्स 10.05% बढ़कर 2.78 लाख करोड़ रुपये हो गए.
- सेविंग्स अकाउंट डिपॉजिट्स (SB): SBI के सेविंग्स अकाउंट डिपॉजिट्स 16.88 लाख करोड़ रुपये रहे.
- टर्म डिपॉजिट्स (TD): SBI के टर्म डिपॉजिट्स में 12.51% की ग्रोथ हुई, जो 29.45 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई.
- बैंक के कुल एडवांसेज (Advances) में 14.93% की ग्रोथ हुई और यह 39.21 लाख करोड़ रुपये हो गया.
- कॉर्पोरेट लोन बुक: घरेलू कॉर्पोरेट लोन बुक 11.57 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई.
- SME क्रेडिट: SME क्रेडिट में 17.36% की ग्रोथ हुई और यह 4.57 लाख करोड़ रुपये हो गया.
SBI के NPA में सुधार
SBI के ग्रॉस नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स यानी कुल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (Gross NPA) 4.14% की कमी के साथ 83,369 करोड़ रुपये पर आ गईं, जो कि पिछले साल की इसी तिमाही में 86,974 करोड़ रुपये थी. साथ ही, नेट NPA में भी 4.96% की गिरावट आई है, जो अब 20,294 करोड़ रुपये पर है.
- Gross NPA अनुपात: सितंबर 2024 को समाप्त तिमाही में Gross NPA अनुपात 2.13% रहा, जो पिछले साल 2.55% था.
- Net NPA अनुपात: Net NPA अनुपात घटकर 0.53% हो गया, जो जून 2024 में 0.57% और पिछले साल की समान अवधि में 0.64% था.
- प्रॉविजनिंग कवरेज रेशियो: बैंक का प्रॉविजनिंग कवरेज रेशियो इस तिमाही में 75.66% रहा, जिसमें पिछले साल की तुलना में 21 बेसिस प्वाइंट्स का सुधार हुआ है.
बोर्ड की मंजूरी और अन्य योजनाएं
SBI के बोर्ड ने 20,000 करोड़ रुपये तक के लॉन्ग टर्म बॉन्ड जारी करने की मंजूरी दी है, जिसे सार्वजनिक या निजी नियोजन के माध्यम से उठाया जा सकता है. बैंक ने यह भी बताया कि वह डिपॉजिट्स के शेयर में CASA (चालू और बचत खाता) का हिस्सा बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेगा. SBI के चेयरमैन सीएस सेट्टी के अनुसार, इस वित्त वर्ष में डिपॉजिट्स में 11-13% और क्रेडिट में 13-14% ग्रोथ की उम्मीद है. बैंक का फोकस अपने CASA अनुपात को बढ़ाने और क्रेडिट पोर्टफोलियो को मजबूत करने पर रहेगा.
SBI के तिमाही नतीजों की बड़ी बातें
- नेट प्रॉफिट: SBI का नेट प्रॉफिट 28% बढ़कर 18,331 करोड़ रुपये हो गया.
- ब्याज आय: जुलाई-सितंबर तिमाही में बैंक की ब्याज आय 12.32% बढ़कर 1.14 लाख करोड़ रुपये हो गई.
- नेट इंटरेस्ट इनकम (NII): बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम 5.37% की ग्रोथ के साथ 41,620 करोड़ रुपये पर पहुंची, जो पिछले साल की इसी अवधि में 39,500 करोड़ रुपये थी.
- SBI ने Yes Bank में अपनी हिस्सेदारी 26.13% से घटाकर 23.98% कर दी है.
- SBI Life Insurance और SBI Cards में भी हिस्सेदारी में थोड़ी कमी आई है.
- Clearing Corporation of India Limited (CCIL) में SBI ने अपनी हिस्सेदारी 2% घटा दी है.