/financial-express-hindi/media/media_files/s5iimTai0pipjjgehQ9Q.jpg)
SCSS : सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम एक सरकारी स्कीम है, जिसे रिटायरमेंट को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है. (Pixabay)
Post Office Senior Citizens Savings Scheme : रिटायरमेंट के बाद अगर आप अपनी जमा पूंजी को सही जगह निवेश करें तो न सिर्फ आपका फंड पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा, वहीं आप उसके जरिए रेगुलर इनकम भी कर सकते हैं. अगर आप भी नौकरी से हाल ही में रिटायर हुए हैं और निवेश के लिए कुछ इसी तरह के विकल्प की तलाश में हैं तो पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम (SCSS) एक अच्छा विकल्प है. पोस्ट ऑफिस की इस स्मॉल सेविंग्स पर सरकार की सॉवरेन गारंटी होती है, इसलिए इसमें सुरक्षा और रिटर्न की कोई चिंता नहीं होती.
SCSS के बारे में जान लें
- सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम (SCSS) एक सरकारी स्कीम है, जिसे रिटायरमेंट को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है.
- यह योजना वरिष्ठ नागरिकों के लिए है, जिसमें सिंगल या ज्वॉइंट अकाउंट खुलवाने की सुविधा है. एक फैमिली के ही 2 अलग अलग सीनियर सिटीजंस भी अकाउंट शुरू कर सकते हैं.
- सुकन्या समृद्धि योजना के साथ सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम पोस्ट ऑफिस की सबसे ज्यादा ब्याज देने वाली सेविंग्स स्कीम है. इस पर 8.2 फीसदी सालाना की दर से ब्याज मिल रहा है.
- इसमें ब्याज की रकम का भुगतान तिमाही बेसिस पर किया जाता है. इस अकाउंट को आप 5 साल की मैच्योरिटी के बाद 3 साल के लिए और बढ़ा सकते हैं.
इस स्कीम की खासियत
निवेश की अवधि : 5 साल
ब्याज दर : 8.2% सालाना
कम से कम निवेश : 1000 रुपये
अधिकतम निवेश : 30,00,000 रुपये
टैक्स लाभ : इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक निवेश पर
प्रीमैच्योर क्लोजिंग की सुविधा : Yes
नॉमिनेशन की सुविधा : Yes
हर साल कितना आएगा ब्याज
अकाउंट में अधिकतम जमा की लिमिट : 30 लाख रुपये
मौजूदा ब्याज दर: 8.2 फीसदी सालाना
स्कीम की मैच्योरिटी पीरियड: 5 साल
तिमाही ब्याज: 60,150 रुपये
सालाना ब्याज: 2,40,600 रुपये
5 साल में कुल ब्याज: 12,03,000
मैच्योरिटीर पर कुल अमाउंट : 42,03,000 लाख रुपये
(30,00,000 रुपये जमा + 12,03,000 रुपये ब्याज)
स्कीम के लिए योग्यता
- अगर आपकी उम्र 60 साल से अधिक है.
- 55-60 साल के उम्र वर्ग के ऐसे रिटायर्ड कर्मचारी, जिन्होंने वॉलंटियरी रिटायरमेंट स्कीम (VRS) को चुना हो.
- रिटायर्ड डिफेंस कर्मचारी, जिनकी उम्र न्यूनतम 60 साल हो.
- HUF और NRI SCSS में निवेश करने के लिए योग्य नहीं हैं.
प्री-मैच्योर निकासी पर कितनी है पेनाल्टी
SCSS खाते को 5 साल के लॉक-इन से पहले बंद करने पर पेनाल्टी लगती है. यह पेनाल्टी इस बात पर निर्भर है कि आपको खाता खोले हुए कितना वक्त हुआ है. अगर खाते को एक साल से पहले बंद किया जाता है, तो जमा राशि पर कोई ब्याज नहीं दिया जाता. अगर ब्याज का भुगतान किया जा चुका है, तो उसे मूलधन से काट लिया जाएगा.
अगर खाते को 1 साल के बाद लेकिन 2 साल से पहले बंद किया गया, तो भुगतान के समय खाते में जमा राशि से 1.5 फीसदी रकम काट ली जाती है. अगर खाते को 2 साल के बाद लेकिन 5 साल से पहले बंद किया जाता है, तो प्रिंसिपल अमाउंट से 1 फीसदी रकम काट ली जाती है. अगर आपका SCSS खाता एक एक्सटेंडेड अकाउंट है, तो खाते के एक्सटेंशन के एक साल बाद बंद करने पर कोई पेनाल्टी नहीं देनी पड़ेगी.