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SIP for rs 5 Crore : जितना लंबा निवेश बनाए रखेंगे आपकी एसआईपी की जर्नी में उतना ही कंपाउंडिंग की ताकत जुड़ता जाएगा. Photograph: (Image : Pixabay)
SIP compounding snowball effect : कंपाउंडिंग की ताकत आपने कई बार सुना होगा, लेकिन कंपाउंडिंग अपना ताकत कैसे दिखाती है, ये सवाल मन में आता होगा. कंपाउंडिंग अपनी शुरूआत स्लो करती है, लेकिन समय के साथ इसमें तेजी आती जाती है. यह एक दम वॉरेन बफेट की दौलत बढ़ने की तरह है. वॉरेन बफेट अभी 95 साल की उम्र में 14,800 करोड़ डॉलर के मालिक हैं. लेकिन उन्होंने अपनी ज्यादातर दौलत 65 साल के बाद कमाई है. जबकि एक निवेशक के तौर पर शुरूआत 30 साल की उम्र में की थी.
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SIP के पावर से समझें कंपाउंडिंग
इसे आप एसआईपी के जरिए निवेश में मिलने वाले कंपाउंडिंग (Power of Compounding) के फायदे से भी समझ सकते हैं.
मान लिया कि आपने 5 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य 20 साल के अंदर तय किया है. आप मंथली 30,000 रुपये एसआईपी से शुरू करते हैं और अनुमानित रिटर्न 12 फीसदी सालाना मानते हैं. वहीं आप हर साल एसआईपी की रकम में 10 फीसदी टॉप अप का प्लान भी रखते हैं.
ऐसे में आपका पहला 50 लाख रुपये का फंड बनने में 7 साल लग जाएंगे. अगला 50 लाख 3 साल में और इसके बाद अगला 50 लाख रुपये 2 साल में तैयार होंगे. वहीं फाइनल 50 लाख रुपये बनने में सिर्फ 8 महीने लगेंगे. ऐसे में 19 साल में आप 5 करोड़ रुपये के मालिक होंगे. FundsIndia की रिपोर्ट में इसे 7, 3 और 2 के फॉर्मूले के जरिए समझाया गया है.
ऐसी ही है बफेट की भी जर्नी
वॉरेन बफेट के पास 30 साल की उम्र में 1 मिलियन डॉलर था. वह पहली बार बिलेनियर 56 साल की उम्र (साल 1986) में बने थे. , जब उनकी दौलत 1 बिलियन डॉलर यानी 100 करोड़ डॉलर पहुंची थी. 66 साल की उम्र में उनकी दौलत बढ़कर 170 करोड़ डॉलर हो गई, तो अगल डबल होने में सिर्फ 6 साल लगे और 72 की उम्र में उनकी दौलत बढ़कर 357 करोड़ डॉलर हो गई.अब 95 साल की उम्र में उनकी संपत्ति 1,48,00 करोड़ डॉलर हो गई है.
कंपाउंडिंग ने कैसे दिखाई अपनी ताकत
पहला फेज : 7 साल
मंथली SIP अमाउंट : 30,000 रुपये
सालाना टॉप अप : 10%
निवेश की कुल अवधि : 7 साल
7 साल में कुल SIP अमाउंट : 50,00,000 रुपये
दूसरा फेज : 3 साल
मंथली SIP अमाउंट : 30,000 रुपये
सालाना टॉप अप : 10%
निवेश की कुल अवधि : 10 साल
10 साल बाद SIP की कुल वैल्यू : 1 करोड़ रुपये
तीसरा फेज : 2 साल 1 महीना
मंथली SIP अमाउंट : 30,000 रुपये
सालाना टॉप अप : 10%
निवेश की कुल अवधि : 12 साल 1 महीना
12 साल बाद SIP की कुल वैल्यू : 1.50 करोड़ रुपये
चौथा फेज : 1 साल 6 महीना
मंथली SIP अमाउंट : 30,000 रुपये
सालाना टॉप अप : 10%
निवेश की कुल अवधि : 13 साल 7 महीना
13 साल 7 महीना बाद SIP की वैल्यू : 2.0 करोड़ रुपये
5वां फेज : 1 साल 3 महीना
मंथली SIP अमाउंट : 30,000 रुपये
सालाना टॉप अप : 10%
निवेश की कुल अवधि : 14 साल 10 महीना
14 साल 10 महीना बाद SIP की वैल्यू : 2.5 करोड़ रुपये
छठां फेज : 1 साल 1 महीना
मंथली SIP अमाउंट : 30,000 रुपये
सालाना टॉप अप : 10%
निवेश की कुल अवधि : 15 साल 11 महीना
15 साल 11 महीना बाद SIP की वैल्यू : 3.0 करोड़ रुपये
7वां फेज : 11 महीना
मंथली SIP अमाउंट : 30,000 रुपये
सालाना टॉप अप : 10%
निवेश की कुल अवधि : 16 साल 10 महीना
16 साल 10 महीना बाद SIP की वैल्यू : 3.5 करोड़ रुपये
8वां फेज : 9 महीना
मंथली SIP अमाउंट : 30,000 रुपये
सालाना टॉप अप : 10%
निवेश की कुल अवधि : 17 साल 7 महीना
17 साल 7 महीना बाद SIP की वैल्यू : 4.0 करोड़ रुपये
9वां फेज : 9 महीना
मंथली SIP अमाउंट : 30,000 रुपये
सालाना टॉप अप : 10%
निवेश की कुल अवधि : 18 साल 4 महीना
18 साल 4 महीना बाद SIP की वैल्यू : 4.5 करोड़ रुपये
10वां फेज : 8 महीना
मंथली SIP अमाउंट : 30,000 रुपये
सालाना टॉप अप : 10%
निवेश की कुल अवधि : 19 साल
17 साल 7 महीना बाद SIP की वैल्यू : 5.0 करोड़ रुपये
(Source: Ace MF, FundsIndia Research)