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Debt Funds Investment : थोड़ा रिस्क उठाकर ज्यादा रिटर्न के लिए क्रेडिट रिस्क फंड में निवेशक पैसा लगाते हैं. (Pixabay)
SIP in Credit Risk Funds : क्रेडिट रिस्क फंड भी एक तरह के डेट म्यूचुअल फंड हैं, जिनमें रिटर्न ज्यादा मिलने की संभावनाएं होती हैं. हालांकि इनमें कुछ रिस्क भी होता है. क्रेडिट रिस्क फंड ऐसी सिक्योरिटीज का चुनाव करते हैं, जिनकी मौजूदा रेटिंग लो होती है, लेकिन भविष्य में रेटिंग बेहतर होने की उम्मीद होती है. आगे रेटिंग बेहतर होने से उन पर पॉजिटिव असर होता है और रिटर्न बढ़ जाता है. इसलिए थोड़ा रिस्क उठाकर ज्यादा रिटर्न के लिए इस कैटेगरी में निवेशक पैसा लगाते हैं. ये एफडी से ज्यादा ब्याज देने के लिए जाने जाते हैं. तो क्या अगर क्रेडिट रिस्क फंड (Credit Risk Funds) में एसआईपी करें तो लंबी अवधि में ये महंगाई के खिलाफ हाई रिटर्न दे सकते हैं.
क्या हैं क्रेडिट रिस्क फंड
ये म्यूचुअल फंड (Debt Mutual Funds) ऐसे बॉन्ड में निवेश करते हैं जो हाई ग्रेड रेटिंग से नीचे होते हैं. यानी ये कम क्रेडिट क्वालिटी वाले डेट सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं. इन फंड्स में जोखिम अधिक होता है क्योंकि ये कम क्वालिटी वाले इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं. हालांकि, कम रेटिंग वाले बॉन्ड हाई रिटर्न दे सकते हें.
क्रेडिट रिस्क फंड के फंड मैनेजर भी ऐसी सिक्योरिटीज का चयन करते हैं, जिनकी रेटिंग में भविष्य में बढ़ोतरी होने की उम्मीद होती है. इससे फंड के एनएवी पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. क्रेडिट रिस्क, डेट फंड में निवेश करने के सबसे प्राइमरी रिस्क में से एक है. यह सिक्योरिटी जारीकर्ता द्वारा मूलधन और/या ब्याज चुकाने में चूक का जोखिम है.
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इन स्कीम ने 5 साल में दिया हाई रिटर्न (लम्प सम)
बैंक आफ इंडिया क्रेडिट रिस्क फंड: 24.56% सालाना
DSP क्रेडिट रिस्क फंड: 10.26% सालाना
बड़ोदा BNP परिबास क्रेडिट रिस्क: 9.25% सालाना
ABSL क्रेडिट रिस्क फंड: 8.04% सालाना
इन्वेस्को इंडिया क्रेडिट रिस्क फंड: 7.84%
(सोर्स : वैल्यू रिसर्च)
5 साल की SIP का कैलकुलेशन
बैंक आफ इंडिया क्रेडिट रिस्क फंड
मंथली एसआईपी : 5,000 रुपये
ड्यूरेशन : 5 साल
5 साल में कुल निवेश : 4 लाख रुपये
5 साल बाद एसआईपी की वैल्यू: 6,78,350 रुपये
5 साल में एनुअलाइज्ड रिटर्न : 17 फीसदी
DSP क्रेडिट रिस्क फंड
मंथली एसआईपी : 5,000 रुपये
ड्यूरेशन : 5 साल
5 साल में कुल निवेश : 4 लाख रुपये
5 साल बाद एसआईपी की वैल्यू: 5,39,277 रुपये
5 साल में एनुअलाइज्ड रिटर्न : 9.55 फीसदी
बड़ोदा BNP परिबास क्रेडिट रिस्क
मंथली एसआईपी : 5,000 रुपये
ड्यूरेशन : 5 साल
5 साल में कुल निवेश : 4 लाख रुपये
5 साल बाद एसआईपी की वैल्यू: 5,29,573 रुपये
5 साल में एनुअलाइज्ड रिटर्न : 9 फीसदी
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महंगाई को मिल रही मात या नहीं
पहली तीनों स्कीम देखें तो 5 साल में एसआईपी का एनुअलाइज्ड रिटर्न 17 फीसदी, 9.55 फीसदी और 9 फीसदी रहा है। यह महंगाई दर 5 फीसदी के मुकाबले काफी बेहतर है. यानी लंबी अवधि में कई क्रेडिट रिस्क फंड स्कीम में की गई एसआईपी आपको महंगाई के अगेंस्ट बेहतर रिटर्न दे रही हैं. इन योजनाओं पर 5 साल की एसआईपी पर 8 फीसदी से 17 फीसदी सालाना रिटर्न मिल रहा है. कंपाउंडिंग का भी फायदा जोड़ लें तो यह महंगाई को मात देने वाला विकल्प साबित हो रहा है.
डेट फंड या 5 साल की FD
एफडी (Fixed Deposit) निवेश का एक सुरक्षित और पॉपुलर विकल्प है. इसमें पहले से तय ब्याज के हिसाब से ही रिटर्न मिलता है. डेट स्कीम में जहां उतार चढ़ाव हो सकता है, यह बाजार के उतार चढ़ाव से फ्री होता है. अभी ज्यादातर बैंक साल की एफडी के लिए 6.50 फीसदी से 7.25 फीसदी के करीब ब्याज दे रहे हैं. सीनियर सिटीजंस को 50 बेसिस प्वॉइंट और ब्याज मिलता है. दूसरी ओर क्रेडिट रिस्क फंड में हाई रिटर्न मिलने के चांस होते हैं, लेकिन रिटर्न की गारंटी नहीं होती. हालांकि डेट फंड लिक्विडिटी के मामले में बेहतर विकल्प हैं.