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SIP Return: कुछ इक्विटी फंड ऐसे हैं, जिनमें पिछले 20 साल से 15 फीसदी से 20 फीसदी सालाना के हिसाब से रिटर्न मिल रहा है.
Best Mutual Funds in Term of SIP Return: आमतौर पर हर शख्स यह चाहत है कि उसके पास पर्याप्त बैंक बैलेंस रहे. लेकिन यह बैंक बैलेंस आएगा कैस. सभी के लिए तो ऐसा संभव नहीं है कि बिना कुछ किए ही वह करोड़पति बन जाए. इसलिए अगर आप भी भविष्य में अपने दम पर अमीर बनना चाहते हैं तो निवेश जरूरी है. इसमें आपकी मदद कर सकता है इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Funds). असल में इक्विटी लॉन्ग टर्म में हाई रिटर्न के लिए जाना जाता है और उसमें भी इक्विटी म्यूचुअल फंड निवेश के लिए स्टॉक मार्केट की तुलना में सुरक्षित विकल्प है. म्यूचुअल फंड में भी निवेश के लिए सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP को ज्यादा बेहतर विकल्प बन जाता है.
SIP में यह सुविधा है कि निवेशक एकमुश्त निवेश करने की बजाए हर महीने एक तय राशि म्यूचुअल फंड में निवेश (Sip Investment) कर सकता है. यानी इस विकल्प में आपका पूरा पैसा एक बार में ही या एक ही जगह नहीं ब्लॉक होता. इसका फायदा यह है कि आपको अपने निवेश का समय समय पर आकलन करने का मौका मिल जाता है. वहीं यह अनुशासित निवेश को बढ़ावा देता है. बाजार में ऐसे कई म्यूचुअलन फंड हैं, जिनमें SIP करने वाले निवेशकों ने लंबी अवधि के दौरान बड़ा फंड बना लिया है. कुछ फंड ऐसे हैं, जिनमें पिछले 20 साल से 15 फीसदी से 20 फीसदी सालाना के हिसाब से रिटर्न मिल रहा है. लंबी अवधि में SIP से कंपाउंडिंग का भी फायदा मिलता है.
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ICICI प्रू टेक्नोलॉजी फंड
20 साल में SIP रिटर्न: 19.32%
ICICI प्रू टेक्नोलॉजी फंड ने 20 साल में 19.32 फीसदी सीएजीआर रिटर्न दिया है. इस स्कीम ने SIP करने वालों को करोड़पति बना दिया है. जिन निवेशकों ने इसमें 20 साल मंथली 5000 रुपये की SIP की, उनके निवेश की वैल्यू 1,42,66,838 रुपये यानी करीब 1.4 करोड़ हो गई. इस स्कीम ने 5 साल, 10 साल और 15 साल में 26.71 फीसदी, 21.45 फीसदी और 21.32 फीसदी सालाना के हिसाब से रिटर्न दिया है. 31 दिसंबर 2023 तक इस फंड का कुल एसेट्स 11,874 करोड़ था, जबकि एक्सपेंस रेश्यो 1.74% था.
SBI कंजम्पशन अपॉर्च्युनिटी फंड
20 साल में SIP रिटर्न: 19.30%
SBI कंजम्पशन अपॉर्च्युनिटी फंड में पिछले 20 साल के दौरान SIP रिटर्न 19.30 फीसदी सालाना के हिसाब से मिला है. यहां इस दौरान हर महीने 5000 रुपये की SIP करने पर 20 साल बाद इसकी वैल्यू 1,42,24,036 रुपये यानी करीब 1.4 करोड़ हो गई. इस स्कीम ने 5 साल, 10 साल और 15 साल में 25.36 फीसदी, 18.12 फीसदी और 19.18 फीसदी सालाना के हिसाब से रिटर्न दिया है. 31 दिसंबर 2023 तक इस फंड का कुल एसेट्स 1913 करोड़ था, जबकि एक्सपेंस रेश्यो 2.10% था.
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क्वांट स्मॉलकैप फंड
20 साल में SIP रिटर्न: 18.46%
क्वांट स्मॉलकैप फंड ने भी SIP करने वालों को करोड़पति बना दिया है. फंड में पिछले 20 साल के दौरान SIP रिटर्न 18.46 फीसदी सालाना के हिसाब से मिला है. जिन निवेशकों ने इसमें 20 साल मंथली 5000 रुपये की SIP की, उनके निवेश की वैल्यू 1,25,45,260 रुपये यानी 1.3 करोड़ रुपये हो गई. इस स्कीम ने 5 साल, 10 साल और 15 साल में 48.41 फीसदी, 27.02 फीसदी और 20.95 फीसदी सालाना के हिसाब से रिटर्न दिया है. 31 दिसंबर 2023 तक इस फंड का कुल एसेट्स 15,664 करोड़ था, जबकि एक्सपेंस रेश्यो 1.71% था.
निप्पॉन इंडिया ग्रोथ फंड
20 साल में SIP रिटर्न: 18.42%
निप्पॉन इंडिया ग्रोथ फंड में पिछले 20 साल के दौरान SIP रिटर्न 18.42 फीसदी सालाना के हिसाब से मिला है. यहां इस दौरान हर महीने 5000 रुपये की SIP करने पर 20 साल बाद इसकी वैल्यू 1,24,70,829 रुपये यानी 1.25 करोड़ रुपये हो गई. इस स्कीम ने 5 साल, 10 साल और 15 साल में 31.20 फीसदी, 21 फीसदी और 18.64 फीसदी सालाना के हिसाब से रिटर्न दिया है. 31 दिसंबर 2023 तक इस फंड का कुल एसेट्स 24,366 करोड़ था, जबकि एक्सपेंस रेश्यो 1.65% था.
सुंदरम मिडकैप फंड
20 साल में SIP रिटर्न: 18.38%
क्वांट एक्टिव फंड में पिछले 20 साल के दौरान SIP रिटर्न 18.38 फीसदी सालाना के हिसाब से मिला है. यहां इस दौरान हर महीने 5000 रुपये की SIP करने पर 20 साल बाद इसकी वैल्यू 1,23,96,874 रुपये यानी करीब 1.24 करोड़ रुपये हो गई. इस स्कीम ने 5 साल, 10 साल और 15 साल में 25.90 फीसदी, 17.13 फीसदी और 17.83 फीसदी सालाना के हिसाब से रिटर्न दिया है. 31 दिसंबर 2023 तक इस फंड का कुल एसेट्स 9,880 करोड़ था, जबकि एक्सपेंस रेश्यो 1.79% था.
SIP के क्या हैं फायदे
इससे आपको अनुशासित तरीके से निवेश की आदत पड़ती है. SIP के जरिए निवेश करने में इन्वेस्टमेंट पीरियड और अमाउंट को लेकर फ्लैक्सिबिलिटी रहती है. आप अपनी सुविधा अनुसार निवेश की अवधि मंथली, तिमाही या छमाही का विकल्प चुन सकते हैं. अगर जरूरत पड़े आप इसे रोक सकते हैं और अपनी एसआईपी से पैसा निकाल सकते हैं. इसमेंआपको रुपी कॉस्ट एवरेजिंग का फायदा मिलता है. यानी अगर मार्केट गिरावट में है और आपने पैसा निवेश किया तो आपको ज्यादा यूनिट्स अलॉट होंगे और मार्केट में तेजी आने पर अलॉट होने वाले यूनिट्स की संख्या कम होगी. मार्केट में उतार-चढ़ाव की स्थिति में भी आपका खर्च औसत बना रहता है. SIP में कम्पाउंडिंग (Power of Compounding) का फायदा मिलता है. इसलिए लंबी अवधि तक निवेश बनाए रखने पर हाई रिटर्न के चांस बढ़ जाते हैं.
(Disclaimer: म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. फाइनेंशियल एक्सप्रेस किसी भी तरह के निवेश की सलाह नहीं देता है. निवेश से पहले खुद पड़ताल करें या अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें.)