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Investment : लोन लेकर घर खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं तो यह जरूरी है कि अलग से निवेश की कुछ ऐसी भी प्लानिंग करें. Photograph: (Pixabay)
SIP Investment : घर खरीदने के लिए बैंक से लोन लेने की प्लानिंग कर रहे हैं तो क्या आपने अपना पूरा कैलकुलेशन कर लिया है. क्या आपने कैलकुलेशन किया है कि कितने साल के लिए लोन लेना है और लोन के बदले आपको कितना ब्याज बैंक को देना है. अगर आप इसका गुणा भाग करेंगे तो आपको पूरा हिसाब समझ में आएगा कि जितना कर्ज ले रहे हैं, उससे ज्यादा तो बैंक को आप ब्याज चुका देंगे. यानी लोन की कीमत तो डबल हो जाएगी. इस नुकसान की भरपाई आखिर कैसे होगी. इसका एक आसान जवाब है कि ईएमआई के साथ साथ ही ईएमआई का 15 फीसदी SIP. अब आप चेक कर सकते हैं कि इस फॉर्मूले से लोन पूरा होते होते ब्याज का पूरा पैसा रिकवर होगा या नहीं.
होमलोन: मूलधन पर कितना देते हैं ब्याज
आप जब होमलोन लेते हैं तो क्या आप यह कैलकुलेट कर पाते हैं कि आपको मूलधन पर बैंकों को कितना ब्याज देना पड़ता है. मान लिया कि आप 20 साल के टेन्योर को ध्यान में रखकर बैंक से 30 लाख रुपये का लोन ले रहे हैं. बैंकों की होमलोन पर औसत ब्याज दर आजकल 9.5 फीसदी के आस पास है. ऐसे में अगर आप ईएमआई देखें तो हर महीने 27,964 रुपये की बनेगी. इस लिहाज से आपका 20 साल के दौरान बैंकों को दिया जाने वाला ब्याज 37,11,345 रुपये होगा. इसमें मूलधन भी जोड़ दें तो बैंकों को देने वाली कुल रकम 67,11,345 रुपये होगी. यानी आपने लिया तो 30 लाख, लेकिन दिया करीब 67 लाख रुपये.
कुल होम लोन : 30 लाख रुपये
इंटरेस्ट रेट : 9.50%
लोन की अवधि : 20 साल
EMI : 27,964 रुपये
कुल ब्याज : 37,11,345 रुपये
लोन के बदले बैंक को कुल पेमेंट : 67,11,345 रुपये
(SBI Interest Rates)
स्मार्ट इन्वेस्टर हैं तो करें ये काम
यहां साफ है कि आप जितना लोन ले रहे हैं, उस प्रिंसिपल अमाउंट पर उससे ज्यादा ब्याज चुका रहे हैं. ऐसे में इस लोन पर सिर्फ ब्याज भरने की जगह, इसे रिकवर करने का भी उपाय खोजना जरूरी है. आज के दौर में म्यूचुअल फंड SIP एक बेहतर विकल्प है. होम लोन की ईएमआई शुरू होते ही साथ में उतने ही टेन्योर के लिए SIP करनी चाहिए. SIP में कितनी रकम डालनी है, यह हर महीने होम लोन के लिए दिए जाने वाली किस्त के आधार पर तय करनी चाहिए.
यहां आपकी मंथली ईएमआई 27,964 रुपये यानी 28000 रुपये के करीब है. आप ईएमआई शुरू होने के साथ ही इस रकम का 15 फीसदी एसआईपी कर दें. यानी हर महीने करीब 4000 रुपये आपको किसी बेहतर म्यूचुअल फंड स्कीम में एसआईपी के जरिए निवेश करना होगा. यह निवेश भी 20 साल के लिए होगा. 20 साल लंबी अवधि है और रिटर्न हिस्ट्री देखें तो बहुत सी ऐसी स्कीम हैं, जिनमें 20 साल में एसआईपी का रिटर्न 14 से 15 फीसदी या इससे ज्यादा रहा है. हमनें यहां सालाना रिटर्न 14 फीसदी मानकर कैलकुलेशन किया है.
मंथली SIP : 4000 रुपये
सालाना ब्याज : 14 फीसदी
20 साल बाद SIP की वैल्यू : 46,93,897 रुपये
आपका कुल निवेश : 9,60,000 रुपये
ब्यज का फायदा : 37,33,897 रुपये
SIP : क्या ब्याज का पैसा हुआ रिकवर
ऊपर कैलकुलेशन में आपने ईएमआई के साथ ही ईएमआई के 15 फीसदी रकम की एसआईपी शुरू की. 20 साल में हर महीने आपने 4000 रुपये निवेश किया. यानी आपको कुल 9,60,000 रुपये निवेश करना पड़ा. बदले में आपकी 20 साल बाद एसआईपी की कुल वैल्यू 46,93,897 रुपये हो गई. अगर इसमें से अपना निवेश निकाल लें तो भी 37.34 लाख रुपये का फायदा हुआ. जबकि आप करीब 37.11 लाख रुपये बैंक को ब्याज के रूप में दे रहे हैं. कहने का मतलब है कि आपने निवेश कर अपना ब्याज जीरो कर लिया. ध्यान दें कि अगर क्षमता है और एसआईपी की रकम बढ़ा सकें तो पूरा घर लोन फ्री भी हो सकता है.
(नोट: हम यहां होमलोन कैलकुलेटर और SIP कैलकुलेटर के आधार पर जानकारी दी है. यह किसी भी तरह से निवेश की सलाह नहीं दी जा रही है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एडवाइजर से सलाह जरूर लें.)