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Top Seven Small Cap Mutual Funds: देश के टॉप 7 स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड्स ने पिछले 1 साल में शानदार रिटर्न दिए हैं.
Top Seven Small Cap Mutual Funds: देश के टॉप 7 स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड्स ने पिछले 1 और 5 साल में शानदार रिटर्न दिए हैं. 1 साल में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाली स्कीम के डायरेक्ट प्लान का 1 साल का रिटर्न 67.11% रहा है. वहीं, सातवें नंबर की स्कीम का रिटर्न 49.45% रहा है. वहीं 5 साल में सबसे ज्यादा मुनाफा देने वाली स्कीम का रिटर्न भी 48% से अधिक रहा है. खास बात ये है कि इन सभी फंड्स ने कैटेगरी के दोनों प्रमुख बेंचमार्क की तुलना में काफी ज्यादा रिटर्न दिया है. लेकिन एक निवेशक के लिए सिर्फ स्मॉल कैप फंड्स के जबरदस्त रिटर्न को देखना ही काफी नहीं है. सही निवेश रणनीति तभी बनाई जा सकती है जब रिटर्न के साथ ही साथ रिस्क का ध्यान भी रखा जाए. यहां हम इन दोनों ही बातों की चर्चा करेंगे.
1 साल में रिटर्न के हिसाब से टॉप 7 स्मॉल कैप फंड
स्कीम का नाम / 1 साल में रिटर्न (डायरेक्ट प्लान)
- Bandhan Small Cap Fund : 67.11 %
- Invesco India Smallcap Fund : 55.72 %
- ITI Small Cap Fund : 54.88 %
- Mahindra Manulife Small Cap Fund : 52.89 %
- Quant Small Cap Fund : 49.73 %
- LIC MF Small Cap Fund : 49.58 %
- Tata Small Cap Fund : 49.45 %
ये सभी स्मॉल कैप फंड्स वो हैं, जिन्होंने 1 साल में इस कैटेगरी के दोनों प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स, BSE 250 स्मॉलकैप TRI और NIFTY स्मॉलकैप 250 TRI की तुलना में काफी बेहतर रिटर्न दिए हैं. इन दोनों बेंचमार्क का पिछले 1 साल का रिटर्न आप यहां देख सकते हैं:
कैटेगरी के बेंचमार्क इंडेक्स और उनका रिटर्न
BSE 250 SmallCap Total Return Index (1 साल का रिटर्न) : 43.67 %
NIFTY Smallcap 250 Total Return Index (1 साल का रिटर्न) : 45.26 %
स्मॉल कैप फंड्स ने 5 साल में भी दिया हाई रिटर्न
सिर्फ 1 साल में ही नहीं, 5 साल में भी टॉप 7 स्मॉल कैप फंड्स ने काफी बढ़िया रिटर्न दिए हैं. 5 साल में सबसे ज्यादा 48.80 % रिटर्न क्वांट स्मॉल कैप फंड का रहा, जबकि सातवें नंबर की स्कीम इनवेस्को इंडिया स्मॉलकैप फंड का 5 साल का रिटर्न 34.59 % रहा. इन सातों स्कीम्स का रिटर्न भी उनके बेंचमार्क की तुलना में काफी अच्छा रहा है. 5 साल में निफ्टी स्मॉलकैप 250 TRI का रिटर्न 32.08 % और बीएसई 250 स्मॉल कैप TRI का रिटर्न 31.48 % रहा है.
5 साल में रिटर्न के हिसाब से टॉप 7 स्मॉल कैप फंड
स्कीम का नाम / 5 साल में रिटर्न (डायरेक्ट प्लान)
- Quant Small Cap Fund : 48.80 %
- Bank of India Small Cap Fund : 39.52 %
- Nippon India Small Cap Fund : 37.85 %
- Canara Robeco Small Cap Fund : 36.84 %
- Tata Small Cap Fund : 36.17 %
- Edelweiss Small Cap Fund : 35.47 %
- Invesco India Smallcap Fund : 34.59 %
स्मॉल कैप फंड्स में निवेश का नफा-नुकसान
हाई रिटर्न देने के मामले में स्मॉल कैप फंड्स को हमेशा आगे माना जाता है. लेकिन इसके साथ ही स्मॉल कैप फंड्स का रिस्क लेवल भी काफी ऊंचा रहता है. यही वजह है कि इन सभी स्मॉल कैप फंड्स को रिस्कोमीटर पर वेरी हाई रिस्क लेवल में रखा गया है. आम तौर पर निवेशकों को यही सलाह दी जाती है कि वे अपने इक्विटी एक्सपोजर का बड़ा हिस्सा लार्ज कैप और मिड कैप में रखें और सबसे छोटा हिस्सा ही स्मॉल कैप फंड्स में निवेश करें. लार्ज कैप शेयर्स बड़ी और स्थापित कंपनियों के होते हैं, लिहाजा उनमें स्टेबल रिटर्न मिलने की गुंजाइश ज्यादा रहती है. लेकिन पहले से ही काफी ग्रोथ कर चुके होने के कारण उनमें तेजी की संभावना मिडकैप और स्मॉल कैप के मुकाबले कम मानी जाती है. वहीं मिड कैप कंपनियों में आगे चलकर लार्ज कैप बनने की संभावना रहती है, जिससे उनकी ग्रोथ पोटेंशियल काफी बेहतर मानी जाती है. इसी तरह स्मॉल कैप शेयर भी भविष्य में तेजी से आगे बढ़ने की संभावना से लैस होते हैं. लेकिन तुलनात्मक रूप से छोटे बिजनेस होने की वजह से उनमें रिस्क भी अधिक रहता है.
रिटेल इनवेस्टर क्या करें
रिटेल इनवेस्टर्स को मल्टी कैप या फ्लेक्सी कैप जैसे उन म्यूचुअल फंड्स में निवेश करने को प्राथमिकता देनी चाहिए, जिनका कुछ एक्सपोजर मिड कैप और स्मॉल कैप स्टॉक्स में भी रहता है. ऐसा करके वे मिड कैप और स्मॉल कैप स्टॉक्स में छिपी ग्रोथ की संभावना का लाभ ले पाएंगे. बेहतर यही है कि छोटे निवेशक अपने पोर्टफोलियो में सीधे तौर पर स्मॉल कैप फंड्स का हिस्सा 10 फीसदी से ज्यादा न रखें. इनके साथ जुड़े रिस्क को देखते हुए निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह लेना जरूरी है.
(डिस्क्लेमर: इस लेख का मकसद सिर्फ जानकारी मुहैया कराना है, किसी फंड में निवेश की सलाह देना नहीं. इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में किए गए निवेश पर शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव का सीधा असर पड़ता है. निवेश का कोई भी फैसला अपने निवेश सलाहकार की राय लेकर ही करें.)