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PPF, NSC, SCSS, SSY जैसी स्मॉल सेविंग स्कीम्स की 1 अप्रैल से लागू ब्याज दरें घोषित कर दी गई हैं. (Image : Freepik)
Small Savings Schemes Interest Rates Announced : सरकार ने स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स यानी छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों का एलान कर दिया है. ये दरें अप्रैल से जून 2025 की तिमाही के लिए लागू होंगी. निवेशकों के लिए अच्छी बात यह है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) द्वारा नीतिगत ब्याज दरों में कमी किए जाने के बावजूद सरकार द्वारा घोषित स्मॉल सेविंग स्कीम्स की दरों में कोई कटौती नहीं की गई है. यानी PPF, NSC, SCSS, SSY जैसी पॉपुलर स्कीम्स और पोस्ट ऑफिस की अन्य छोटी बचत योजनाओं पर उतना ही ब्याज मिलता रहेगा, जितना जनवरी-मार्च 2025 की तिमाही में मिल रहा था. आइए जानते हैं कि अलग-अलग छोटी बचत योजनाओं पर आपको कितना ब्याज मिलेगा.
वित्त मंत्रालय ने सर्कुलर जारी किया
वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग ने 28 मार्च 2025 को एक सर्कुलर जारी करके बताया है कि वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2025) के लिए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. यह दरें उसी स्तर पर बनी रहेंगी, जो जनवरी-मार्च 2025 की तिमाही के लिए लागू की गई थीं.
किस योजना पर कितनी है ब्याज दर
सरकार द्वारा जारी सर्कुलर के मुताबिक 1 अप्रैल 2025 से 30 जून 2025 तक तमाम स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स पर लागू ब्याज दरें इस तरह हैं :
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF): 7.1%
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC): 7.7%
सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम (SCSS): 8.2%
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY): 8.2%
1 वर्षीय टाइम डिपॉजिट: 6.9%
2 वर्षीय टाइम डिपॉजिट: 7%
3 वर्षीय टाइम डिपॉजिट: 7.1%
5 वर्षीय टाइम डिपॉजिट: 7.5%
5 वर्षीय रिकरिंग डिपॉजिट: 6.7%
मंथली इनकम अकाउंट स्कीम: 7.4%
किसान विकास पत्र (KVP): 7.5% (115 महीनों में मेच्योरिटी)
सेविंग्स डिपॉजिट: 4%
पिछली बार कब बदली गई थीं ब्याज दरें?
छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में आखिरी बदलाव जनवरी-मार्च 2024 की तिमाही में किया गया था. उस समय सरकार ने 3 साल के टाइम डिपॉजिट और सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) की ब्याज दरें बढ़ाई थीं. 3 साल के टाइम डिपॉजिट की ब्याज दर 7% से बढ़ाकर 7.1% कर दी गई थी, जबकि सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दर 8% से बढ़ाकर 8.2% कर दी गई थी. इसके बाद से ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
कैसे तय की जाती हैं स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स की ब्याज दरें?
सरकार हर तिमाही में स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स की ब्याज दरों की समीक्षा करती है और जरूरत लगने पर उनमें बदलाव करती है. ब्याज दरों को तय करने की प्रक्रिया भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा गठित श्यामला गोपीनाथ समिति की सिफारिशों पर आधारित होती है. इस समिति के मुताबिक छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों को सरकार द्वारा जारी बॉन्ड्स की यील्ड के आधार पर तय किया जाना चाहिए. ये दरें सरकारी बॉन्ड्स की यील्ड से 25 से 100 बेसिस पॉइंट (100 बेसिस पॉइंट = 1%) अधिक रखी जाती हैं, ताकि ये योजनाएं निवेशकों के लिए आकर्षक बनी रहें.
निवेशकों के लिए क्या है संकेत?
छोटी बचत योजनाओं में निवेश करने वाले लोगों के लिए यह एक स्थिरता का संकेत है. ब्याज दरों में कोई बदलाव न होने से निवेशकों को पहले जितना ही रिटर्न मिलता रहेगा. खासकर सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) और सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) जैसी स्कीम्स में निवेश करने वालों के लिए यह राहत की बात है कि उन्हें पहले की तरह हाई इंटरेस्ट रेट का फायदा मिलता रहेगा. इसके अलावा PPF और NSC जैसी योजनाओं में निवेश करने वालों को भी वही ब्याज मिलेगा, जो जनवरी-मार्च 2025 तिमाही के दौरान लागू था. लेकिन निवेशकों को यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि इन ब्याज दरों की हर तीन महीने में समीक्षा की जाती है. लिहाजा, इनमें आगे होने वाले किसी भी बदलाव पर नजर रखनी चाहिए.