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Step-up SIP के जरिये छोटी रकम से निवेश शुरू करके भी बड़ा कॉर्पस जुटाया जा सकता है. (Image : Financial Express)
Mutual Fud : Magic of Step-up SIP : रिटायरमेंट के बाद आर्थिक खुशहाली के लिए प्लान बनाने का काम अक्सर लोग काफी देर से शुरू करते हैं. उन्हें लगता है कि रिटायरमेंट में तो काफी साल बाकी हैं, अभी से इस बारे में क्या सोचना! कई बार करियर की शुरुआत में लोगों की आमदनी अधिक नहीं होती. लिहाजा वे हर महीने ज्यादा बड़ी रकम बचाने और निवेश करने की स्थिति में नहीं होते. लेकिन निवेश की शुरुआत किसी बड़ी रकम से करना जरूरी नहीं है. आर्थिक समझदारी का तकाजा यही है कि आप रिटायरमेंट के लिए बचत और निवेश का काम जितनी जल्दी शुरू करेंगे, उतना ही फायदे में रहेंगे. भले ही अभी आप हर महीने सिर्फ 1 हजार रुपये ही निवेश कर पाएं, लेकिन स्टेप अप एसआईपी (Step-up SIP) की मदद से लंबी अवधि में बड़ा रिटायरमेंट फंड तैयार कर पाएंगे.
जल्दी शुरुआत क्यों है जरूरी?
निवेश की असली ताकत 'कंपाउंडिंग' में होती है. कंपाउंडिंग यानी आपके शुरुआती निवेश पर मिलने वाले रिटर्न पर भी आपको रिटर्न मिलता है. इसका असर लंबे समय में सबसे ज़्यादा दिखता है. स्टेप अप SIP के जरिये निवेश करने पर इस कंपाउंडिंग की ताकत और भी बढ़ जाती है. कैसे, यह एक उदाहरण की मदद से समझेंगे, लेकिन पहले जानते हैं कि स्टेप अप SIP का मतलब क्या है.
स्टेप अप SIP क्या है?
स्टेप अप SIP एक ऐसी रणनीति है जिसमें आप हर साल अपने निवेश की रकम को बढ़ाते हैं. यानी अगर आप हर महीने 1000 रुपये की एसआईपी से शुरुआत करते हैं औऱ फिर हर साल इसमें 10 फीसदी का इजाफा करते हैं, तो इसे स्टेप अप SIP कहेंगे. इस रणनीति पर अमल करने पर आपका निवेश समय के साथ-साथ बढ़ता है और कंपाउंडिंग का फायदा तेजी से मिलता है.
उदाहरण से समझें स्टेप अप SIP की ताकत
अगर आप 25 साल की उम्र में हर महीने 1000 रुपये की SIP से किसी इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Fund) में निवेश की शुरूआत करते हैं और सालाना रिटर्न की अनुमानित दर 12% है, तो 60 साल की उम्र में रिटायरमेंट के वक्त आपको 1.78 करोड़ रुपये का कॉर्पस मिल सकता है. शर्त यह है कि आपको अपनी SIP में हर साल 10% की दर से बढ़ोतरी करनी होगी. इस उदाहरण को आप नीचे दिए कैलकुलेशन की मदद से अच्छी तरह समझ सकते हैं.
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1000 रु की Step-up SIP से 1.78 करोड़ का फंड
- मंथली SIP की रकम : 1000 रुपये
- SIP में सालाना बढ़ोतरी : 10%
- निवेश की अवधि : 35 साल
- SIP पर अनुमानित एन्युलाइज्ड रिटर्न : 12%
- स्टेप अप SIP के जरिये कुल निवेश : 32.52 लाख रुपये
- 35 साल बाद अनुमानित फंड वैल्यू : 1.78 करोड़ रुपये
अगर आप निवेश के लिए साल-दर-साल एसआईपी को बढ़ाने यानी स्टेप अप SIP की जगह सामान्य SIP के जरिये निवेश करते, तो उतने ही अनुमानित एन्युलाइज्ड रिटर्न (12%) के आधार पर 35 साल बाद आपकी फंड वैल्यू सिर्फ 64.31 लाख रुपये ही रहती. यानी हर साल SIP में सिर्फ 10% की बढ़ोतरी से अनुमानित रिटायमेंट कॉर्पस में 1.13 करोड़ रुपये का इजाफा हो गया. यह अंतर स्टेप अप SIP की ताकत को दिखाता है.
महंगाई से मुकाबला
स्टेप अप SIP की रणनीति पर चलकर आप एक मामूली की रकम से शुरुआत कर सकते हैं और अपनी आमदनी बढ़ने के साथ-साथ निवेश में इजाफा कर सकते हैं. इससे आप महंगाई बढ़ने की वजह से रुपये की वैल्यू में आने वाली गिरावट का मुकाबला भी आसानी से कर सकते हैं. इस रणनीति में कंपाउंडिंग का लाभ तो मिलता ही है, साथ ही एसआईपी के जरिये निवेश करने की वजह से मार्केट की टाइमिंग से जुड़ा रिस्क भी कम होता है. निवेश का फैसला करते समय यह बात जरूर ध्यान में रखनी चाहिए कि इक्विटी फंड पर मार्केट की उथल-पुथल का असर पड़ता है और रिटर्न की कोई गारंटी नहीं होती. एसआईपी के जरिये इक्विटी फंड में निवेश का पूरा लाभ लॉन्ग टर्म में ही मिलता है.