/financial-express-hindi/media/media_files/2025/02/12/uIAnpYK6NnwTFTQnoA4m.jpg)
NFO Review : टाटा म्यूचुअल फंड के नए इंडेक्स फंड में सब्सक्रिप्शन 28 मार्च को बंद हो रहा है. (Image : Pixabay)
Tata BSE Quality Index Fund NFO Review : टाटा एसेट मैनेजमेंट कंपनी के न्यू फंड ऑफर (New Fund Offer), टाटा बीएसई क्वॉलिटी इंडेक्स फंड में सब्सक्रिप्शन बंद होने जा रहा है. यह एक फैक्टर-आधारित इंडेक्स फंड है, जो निवेशकों को उन कंपनियों में निवेश करने का अवसर देता है, जो मजबूत फाइनेंशियल हेल्थ के साथ ही साथ हाई क्वॉलिटी बिजनेस एफीशिएंसी भी दिखाती हैं. सवाल ये है कि ये एनएफओ किन निवेशकों के लिए सही है और क्या आपको इसमें निवेश करना चाहिए? इस एनएफओ में सब्सक्रिप्शन 17 मार्च को खुला था और शुक्रवार 28 मार्च 2025 को बंद होने वाला है. लेकिन जो लोग इसमें पैसे लगाना चाहते हैं, वे अलॉटमेंट के कुछ दिन बाद दोबारा खरीद-फरोख्त शुरू होने पर भी ऐसा कर सकते हैं.
टाटा BSE क्वॉलिटी इंडेक्स फंड की निवेश रणनीति
Tata AMC का यह फंड BSE Quality Index के प्रदर्शन को ट्रैक करता है, जिसमें 30 हाई क्वॉलिटी वाली कंपनियां शामिल होती हैं. इन कंपनियों का सेलेक्शन हाई रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE), कम कर्जों और स्टेबल इनकम क्वॉलिटी के आधार पर किया जाता है. यह रणनीति उन कंपनियों पर फोकस करती है, जिनकी बैलेंस शीट और प्रॉफिटेबिलिटी मजबूत है. टाटा एसेट मैनेजमेंट के चीफ बिजनेस ऑफिसर आनंद वरदराजन का कहना है कि "हम टाटा BSE क्वॉलिटी इंडेक्स फंड को लेकर काफी उत्साहित हैं, क्योंकि यह निवेशकों को हाई क्वॉलिटी वाली कंपनियों में निवेश का मौका देता है. हमारी रणनीति का उद्देश्य बाजार में अस्थिरता के दौरान निवेशकों को सुरक्षा के साथ बेहतर रिटर्न दिलाना है."
Also read : EPF से पैसे निकालना आसान बनाने के लिए हुए ये बड़े बदलाव, सरकार ने संसद में दी जानकारी
फैक्टर-बेस्ड इन्वेस्टिंग का मतलब
फैक्टर-बेस्ड इन्वेस्टिंग को स्मार्ट बीटा इन्वेस्टिंग भी कहा जाता है. इस तरह की निवेश रणनीति का फोकस स्पेशल रिटर्न ड्राइवर्स पर रहता है. BSE Quality Index फंड का फोकस क्वॉलिटी फैक्टर पर है, जो खास तौर पर अर्थव्यवस्था में अस्थिरता के दौरान अच्छा प्रदर्शन करने का क्षमता रखता है. लिहाजा, यह इंडेक्स बाजार में गिरावट के दौरान मजबूती देता है. इस नजरिये से देखें, तो Tata BSE Quality Index Fund का NFO निवेशकों को एक स्टेबल और बैलेंस्ड इनवेस्टमेंट का मौका दे सकता है.
कैसे काम करेगा यह NFO?
Tata Mutual Fund का यह NFO एक पैसिव मैनेजमेंट स्ट्रेटजी के हिसाब से निवेश करेगा. यानी यह फंड BSE Quality TRI इंडेक्स को ट्रैक करेगा और इसमें शामिल कंपनियों के शेयरों में उसी अनुपात में निवेश करेगा. इस फंड का मुख्य उद्देश्य इंडेक्स की परफॉर्मेंस को ज्यादा से ज्यादा सटीक ढंग से ट्रैक करना और ट्रैकिंग एरर को कम से कम रखना है. इस फंड का 95% से अधिक निवेश इंडेक्स में शामिल कंपनियों के शेयरों में होगा, जबकि 5% तक रकम लिक्विडिटी और दूसरे खर्चों को पूरा करने के लिए डेट और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश की जा सकती है.
Tata BSE Quality Index Fund एक पैसिव फंड होने के कारण केवल BSE क्वॉलिटी इंडेक्स की परफॉर्मेंस को ट्रैक करेगा और इसमें एक्टिव फंड मैनेजमेंट की गुंजाइश नहीं रहेगी. साथ ही, बाजार में तेज उछाल आने पर इस तरह के फंड के अंडरपरफॉर्म करने की संभावना भी हो सकती है. एनएफओ के बेंचमार्क इंडेक्स का पिछला प्रदर्शन इस स्कीम के संभावित प्रदर्शन के बारे में कुछ संकेत दे सकता है.
BSE Quality Index Fund का पिछला रिटर्न
1 साल का CAGR: -0.3%
3 साल का CAGR: 14.94%
5 साल का CAGR: 23.39%
इन आंकड़ों से साफ है कि इस इंडेक्स ने लॉन्ग-टर्म में बेहतर प्रदर्शन किया है और पिछले एक साल के उथल-पुथल भले दौर में भी इसमें ज्यादा गिरावट नहीं आई है. हालांकि इक्विटी फंड्स में इस बात की कोई गारंटी नहीं होती कि पिछला प्रदर्शन भविष्य में भी दोहराया जा सकता है.
NFO से जुड़ी खास बातें
मिनिमम इनवेस्टमेंट : 5,000 रुपये
एंट्री लोड: कुछ नहीं
एग्जिट लोड: 15 दिनों के भीतर रिडेम्पशन करने पर 0.25%, उसके बाद कुछ नहीं.
किनके लिए सही है यह इंडेक्स फंड?
Tata BSE Quality Index Fund का NFO उन निवेशकों के लिए अच्छा विकल्प हो सकता है जो लॉन्ग-टर्म ग्रोथ के लिए इक्विटी में निवेश करना चाहते हैं. लेकिन इसके लिए तुलनात्मक रूप से कम अस्थिरता वाले हाई क्वॉलिटी फंड की तलाश में हैं. चूंकि क्वॉलिटी स्टॉक्स आमतौर पर बाजार में गिरावट के दौरान बेहतर प्रदर्शन करते हैं, यह उन निवेशकों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है, जो मॉडरेट रिस्क प्रोफाइल रखते हैं. इसके अलावा इंडेक्स फंड होने की वजह से इसका एक्सपेंस रेशियो भी कम रहने की उम्मीद है. हालांकि इक्विटी फंड होने की वजह से इसे रिस्कोमीटर पर बहुत अधिक जोखिम (Very High Risk) की रेटिंग दी गई है. इसलिए इसमें निवेश से पहले अपनी रिस्क लेने की क्षमता को जरूर ध्यान में रखना चाहिए.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना है, किसी स्कीम में निवेश की सलाह देना नहीं. निवेश का कोई भी फैसला पूरी जानकारी हासिल करने और अपने इनवेस्टमेंट एडवाइजर से सलाह लेने के बाद ही करें.)