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मल्टी कैप फंड्स में निवेश करके निवेशकों को एक साथ विभिन्न मार्केट कैप वाले स्टॉक्स में निवेश करने का अवसर मिलता है.
Best Multi Cap Mutual Fund Schemes : मल्टी कैप म्यूचुअल फंड, इक्विटी म्यूचुअल फंड्स की एक महत्वपूर्ण कैटेगरी हैं, जो रिटेल निवेशकों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं. इसका मुख्य कारण यह है कि मल्टी कैप फंड्स के जरिये निवेशकों को अलग-अलग मार्केट कैप वाले स्टॉक्स में एक साथ निवेश करने का अवसर मिलता है. आगे हम उन टॉप मल्टी कैप फंड्स की जानकारी देंगे, जिन्होंने पिछले 5 सालों में 25% से अधिक का औसत सालाना रिटर्न (CAGR) दिया है. साथ ही यह भी जानेंगे कि मल्टी कैप फंड की क्या खासियत है, जिसके कारण उन्हें रिटेल निवेशकों के लिए फायदेमंद माना जाता है.
मल्टी कैप फंड्स की खासियत
मल्टी कैप फंड्स का मुख्य उद्देश्य है, अलग-अलग मार्केट कैप (लार्ज, मिड और स्मॉल कैप) वाली कंपनियों में निवेश करना. यह फंड्स हमेशा एक तय अनुपात में अपने पोर्टफोलियो को बांटकर निवेश करते हैं, जिससे निवेशकों को लगातार संतुलित और डायवर्सिफाइड इनवेस्टमेंट का लाभ मिलता है. SEBI की गाइडलाइन्स के अनुसार मल्टी कैप फंड के पोर्टफोलियो का कम से कम 75% हिस्सा इक्विटी और इक्विटी से जुड़े इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करना जरूरी है. साथ ही, इसका कम से कम 25% हिस्सा लार्ज कैप स्टॉक्स में, 25% मिड कैप स्टॉक्स में और 25% स्मॉल कैप स्टॉक्स में निवेश करना अनिवार्य है.
25% से ज्यादा रिटर्न देने वाले मल्टी कैप फंड्स
यहां हमने उन मल्टी कैप फंड्स की सूची दी है, जिन्होंने पिछले 5 सालों में 25% से ज्यादा औसत सालाना रिटर्न (CAGR) दिया है. इन सभी मल्टी कैप फंड्स का बेंचमार्क इंडेक्स एक ही है: निफ्टी 500 मल्टीकैप 50:25:25 टोटल रिटर्न इंडेक्स (Nifty 500 Multicap 50:25:25 Total Return Index), जिसका पिछले 5 साल का औसत सालाना रिटर्न 26.26% रहा है. रिस्कोमीटर पर ये सभी फंड वेरी हाई रिस्क कैटेगरी में रखे गए हैं.
1. Quant Active Fund
- 5 साल का औसत सालाना रिटर्न (Direct Plan): 34.84%
- 5 साल का औसत सालाना रिटर्न (Regular Plan): 33.16%
- एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM): 11,186.98 करोड़ रुपये
2. Mahindra Manulife Multi Cap Fund
- 5 साल का औसत सालाना रिटर्न (Direct Plan): 30.62%
- 5 साल का औसत सालाना रिटर्न (Regular Plan): 28.43%
- एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM): 4,780.57 करोड़ रुपये
3. Nippon India Multi Cap Fund
- 5 साल का औसत सालाना रिटर्न (Direct Plan): 28.57%
- 5 साल का औसत सालाना रिटर्न (Regular Plan): 27.64%
- एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM): 39,091.90 करोड़ रुपये
4. Invesco India Multicap Fund
- 5 साल का औसत सालाना रिटर्न (Direct Plan): 27.00%
- 5 साल का औसत सालाना रिटर्न (Regular Plan): 25.34%
- एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM): 3,976.44 करोड़ रुपये
5. Baroda BNP Paribas Multi Cap Fund
- 5 साल का औसत सालाना रिटर्न (Direct Plan): 26.48%
- 5 साल का औसत सालाना रिटर्न (Regular Plan): 25.18%
- एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM): 2,793.97 करोड़ रुपये
6. ICICI Prudential Multicap Fund
- 5 साल का औसत सालाना रिटर्न (Direct Plan): 25.20%
- 5 साल का औसत सालाना रिटर्न (Regular Plan): 24.09%
- एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM): 14,542.18 करोड़ रुपये
छोटे निवेशकों के लिए कितने सही हैं मल्टी कैप फंड?
मल्टी कैप फंड्स लार्ज, मिड और स्मॉल कैप कंपनियों में बांटकर निवेश करते हैं, जिससे निवेशकों को डायवर्सिफाइड यानी विविधता से भरा पोर्टफोलियो मिलता है. इस लिहाज से छोटे निवेशक मल्टीकैप फंड के जरिये कम पैसों में भी डायवर्सिफिकेशन का लाभ ले सकते हैं. ये फंड्स स्मॉल कैप और मिड कैप स्टॉक्स में निवेश करके लॉन्ग टर्म में बेहतर रिटर्न देते हैं. इस लिहाज से मल्टी कैप फंड्स को संतुलित रिस्क रिटर्न रेशियो देने वाला निवेश माना जा सकता है. यह फंड्स एक तरफ तो लार्ज कैप शेयरों में निवेश के जरिये पोर्टफोलियो को मजबूती देते हैं और दूसरी तरफ मिड और स्मॉल कैप में इनवेस्टमेंट ग्रोथ की बेहतर संभावना का लाभ देता है.
मिड कैप, स्मॉल कैप में मिनिमम 50% निवेश का असर
मल्टी कैप फंड को लंबी अवधि में वेल्थ क्रिएशन और डायवर्सिफिकेशन के लिहाज से एक अच्छा विकल्प माना जाता है. लेकिन इसके साथ ही यह भी नहीं भूलना चाहिए कि इसके पोर्टफोलियो का कम से कम 50% हिस्सा मिड कैप और स्मॉल कैप स्टॉक्स में लगाया जाता है. इसकी वजह से इसमें रिस्क कुछ बढ़ जाता है. यही वजह से है कि रिस्कोमीटर पर इनका रिस्क लेवल ‘वेरी हाई’ रखा गया है. जाहिर है कि इनमें निवेश से पहले निवेशकों को अपनी रिस्क लेने की क्षमता को जरूर ध्यान में रखना चाहिए. साथ ही इनमें शॉर्ट टर्म के लिए पैसे लगाने से बचना चाहिए.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना है, किसी स्कीम में निवेश की सिफारिश करना नहीं.इक्विटी म्यूचुअल फंड्स के पिछले रिटर्न को भविष्य में वैसे ही प्रदर्शन की गारंटी नहीं माना जा सकता. निवेश का कोई भी फैसला पूरी जानकारी हासिल करने और अपने निवेश सलाहकार की राय लेने के बाद ही करें.)