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Aggressive Hybrid Funds बाजार में उथल-पुथल के बीच निवेश का अच्छा विकल्प हो सकते हैं. (Image : Pixabay)
Why Invest in Aggressive Hybrid Funds during Market Volatility: बाजार में उथल-पुथल के बीच निवेशकों के लिए इक्विटी में निवेश के लिए सही ऑप्शन का चुनाव करना कई बार मुश्किल हो जाता है. लेकिन ऐसे दौर में एग्रेसिव हाइब्रिड फंड एक आकर्षक विकल्प हो सकते हैं. ये फंड्स निवेशकों को ऊंचा रिटर्न दिलाने की संभावना रखते हैं. खास बात ये है कि एग्रेसिव हाइब्रिड फंड में निवेश करना प्योर इक्विटी फंड्स की तुलना में कम रिस्की माना जाता है.
एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स क्या हैं?
एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स, हाइब्रिड म्यूचुअल फंड्स की एक श्रेणी में आते हैं, जो 65% से 80% तक निवेश इक्विटी में और बाकी फंड का निवेश डेट एसेट्स में करते हैं. अधिकांश एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स में, फंड मैनेजर्स 70-75% तक निवेश इक्विटी में रखते हैं और बाकी 25-30% तक डेट में. यह फंड्स बाजार में ज्यादा उथल-पुथल वाले दौर में स्थिरता प्रदान करते हैं और निवेशकों को बड़े नुकसान से बचाते हैं.
एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स क्यों हैं सही विकल्प?
1. ऊंचे रिटर्न की संभावना : एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स निवेशकों को बाजार के उछाल का फायदा उठाने का मौका देते हैं, जबकि नुकसान को कम करने के लिए यह फंड्स एक सुरक्षा कवच प्रदान करते हैं.
2. रिस्क मैनेजमेंट : बाजार में उथल-पुथल के दौर में निवेशकों के लिए रिस्क को मैनेज करना एक बड़ा मुद्दा होना चाहिए. एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स के फंड मैनेजर मार्केट की स्थिति के आधार पर एसेट एलोकेशन करते हैं और पोर्टफोलियो में डायवर्सिफिकेशन को बनाए रखते हैं.
3. डिफेंसिव पोर्टफोलियो : एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स के बड़े हिस्से का निवेश इक्विटी में किया जाता है, लेकिन बाजार की हालत को देखते हुए कंपनियों में निवेश किया जाता है, जो अधिक सुरक्षित और स्थिर मानी जाती हैं.
4. टैक्स बेनिफिट : एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स के कॉर्पस का 65% से अधिक निवेश इक्विटी में होता है, जिसकी वजह से इन्हें टैक्सेशन के लिहाज से इक्विटी फंड की कैटेगरी में रखा जाता है. लिहाजा इनमें निवेश करना, टैक्स बचाने के मकसद से एक बेहतर विकल्प हो सकता है.
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एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स का पिछला प्रदर्शन
आंकड़ों के मुताबिक पिछले चार वर्षों के दौरान अधिकांश एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स ने अपने निवेश का करीब 70% हिस्सा इक्विटी में रखा है. इसकी वजह से इन फंड्स ने अच्छे रिटर्न दिए हैं और कई मामलों में लार्ज कैप फंड्स की तुलना में भी बेहतर प्रदर्शन किया है.
टॉप एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स और उनके 5 साल के रिटर्न
यहां आप टॉप 5 एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स के डायरेक्ट और रेगुलर प्लान के पिछले 5 साल के सालाना रिटर्न के आंकड़े देख सकते हैं:
1. Bank of India Mid & Small Cap Equity & Debt Fund
5 साल का औसत सालाना रिटर्न (डायरेक्ट) : 30.22%
5 साल का औसत सालाना रिटर्न (रेगुलर) : 29.00%
एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) : 966.18 करोड़ रुपये
2. Quant Absolute Fund
5 साल का औसत सालाना रिटर्न (डायरेक्ट) : 28.62%
5 साल का औसत सालाना रिटर्न (रेगुलर) : 27.17%
एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) : 2,292.73 करोड़ रुपये
3. JM Aggressive Hybrid Fund
5 साल का औसत सालाना रिटर्न (डायरेक्ट) : 28.26%
5 साल का औसत सालाना रिटर्न (रेगुलर) : 26.91%
एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) : 570.41 करोड़ रुपये
4. ICICI Prudential Equity & Debt Fund
5 साल का औसत सालाना रिटर्न (डायरेक्ट) : 25.04%
5 साल का औसत सालाना रिटर्न (रेगुलर) : 24.37%
एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) : 39,859 करोड़ रुपये
5. Mahindra Manulife Aggressive Hybrid Fund
5 साल का औसत सालाना रिटर्न (डायरेक्ट) : 23.84%
5 साल का औसत सालाना रिटर्न (रेगुलर) : 21.58%
एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) : 1,423.63 करोड़ रुपये
निवेश से पहले इन 3 बातों का रखें ध्यान
मार्केट रिस्क : एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स में निवेश करते समय, निवेशकों को यह ध्यान रखना चाहिए कि ये फंड्स इक्विटी में भारी निवेश करते हैं, जिससे बाजार में गिरावट के समय नुकसान का खतरा बढ़ सकता है.
रिस्क प्रोफाइल: एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स उन निवेशकों के लिए बेहतर हो सकते हैं, जिनकी रिस्क लेने की क्षमता मॉडरेट मानी जा सकती है.
लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट : एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स उन्हीं निवेशकों के लिए बेहतर हैं, जिन्हें लंबी अवधि के लिए निवेश करना हो, क्योंकि लंबे समय तक निवेश बनाए रखने पर इनमें अच्छे रिटर्न की संभावना अधिक रहती है.
(डिस्क्लेमर : इस लेख का मकसद सिर्फ जानकारी मुहैया कराना है, निवेश की सलाह देना नहीं. म्यूचुअल फंड के पिछले प्रदर्शन को भविष्य में वैसा ही रिटर्न देने की गारंटी नहीं माना जा सकता. निवेश का कोई भी फैसला अपने निवेश सलाहकार की सलाह लेकर ही करें.)