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ग्लोबल कटौती के तहत भारत में अमेज़न इंडिया 1,000 कर्मचारियों की छुट्टी करने की तैयारी में है .
Amazon India: अमेज़न इंडिया अपने ग्लोबल पुनर्गठन (restructuring) के तहत 800 से 1,000 कर्मचारियों की छंटनी करने की तैयारी में है. यह जानकारी मामले से जुड़े सूत्रों ने दी है.
यह कदम अमेज़न द्वारा मंगलवार को घोषित 14,000 कॉरपोरेट पदों की ग्लोबल वर्कफोर्स कटौती का हिस्सा है. यानी, कंपनी दुनियाभर में अपने कर्मचारियों की संख्या घटा रही है, और भारत में होने वाली यह छंटनी उसी योजना का एक हिस्सा है.
सूत्रों ने Financial Express (FE) को बताया कि भारत में छंटनी की प्रक्रिया अगले तीन दिनों में तीन चरणों में पूरी की जाएगी.
कंपनी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, People Experience and Technology (PXT) और प्राइम वीडियो ऑपरेशंस टीम के बेंगलुरु स्थित कर्मचारियों को ईमेल के ज़रिए यह सूचना दी गई है कि उनकी नौकरियाँ जा रही हैं.
जब इस मामले में अमेज़न इंडिया से संपर्क किया गया, तो कंपनी ने भारत में छंटनी के सटीक आंकड़ों या प्रभावित टीमों पर कोई टिप्पणी नहीं की. हालाँकि, ग्लोबल वर्कफोर्स में कटौती की पुष्टि अमेज़न की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (People Experience and Technology) बेथ गैलेटी ने मंगलवार को जारी एक कंपनी-व्यापी मेमो में की.
AI पर फोकस और कंपनी की रणनीति में बदलाव
अपने मेमो में बेथ गैलेटी ने बताया कि यह छंटनी अमेज़न की नई रणनीति का हिस्सा है, जिसमें कंपनी अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर ज्यादा ध्यान दे रही है. उन्होंने कहा कि यह कदम सीईओ एंडी जैसी की उस सोच की “अगली कड़ी” है, जिसमें अमेज़न को “दुनिया के सबसे बड़े स्टार्टअप की तरह काम” करना है.
गैलेटी ने आगे बताया कि कंपनी अब अनावश्यक प्रक्रियाएँ घटा रही है, प्रबंधन की परतें कम कर रही है, और अपने संसाधनों को बड़े और अहम प्रोजेक्ट्स में निवेश करने पर ध्यान दे रही है.
उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग यह सवाल कर सकते हैं कि जब कंपनी अच्छा प्रदर्शन कर रही है तो नौकरियाँ क्यों घटा रही है. इस पर उन्होंने लिखा, “AI आज की सबसे परिवर्तनकारी तकनीक है, इंटरनेट के बाद यह सबसे बड़ा बदलाव है. यह कंपनियों को बहुत तेजी से innovation करने में सक्षम बना रहा है और इसी वजह से हमें अब ज्यादा सरल और कुशल तरीके से काम करने की ज़रूरत है.”
यह बात एंडी जैसी के जून 2025 के मेमो से मिलती-जुलती है, जिसमें उन्होंने कहा था कि जैसे-जैसे अमेज़न को AI के इस्तेमाल से काम में ज्यादा दक्षता (efficiency) मिलेगी, कंपनी आने वाले सालों में अपने कॉरपोरेट कर्मचारियों की संख्या घटा सकती है.
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कर्मचारियों के लिए सपोर्ट पैकेज और आगे की योजना
छंटनी से प्रभावित कर्मचारियों के लिए कंपनी ने एक सहायता पैकेज (support package) तैयार किया है. बेथ गैलेटी के अनुसार, अमेज़न ऐसे कर्मचारियों को सेवरेंस पे (नौकरी जाने पर मुआवज़ा), नई नौकरी खोजने में मदद, हेल्थ इंश्योरेंस की सुविधा और अन्य सहायता प्रदान करेगी ताकि उनका transition आसान हो सके.
मेमो में यह भी बताया गया है कि ज्यादातर प्रभावित कर्मचारियों को 90 दिनों का समय दिया जाएगा ताकि वे कंपनी के अंदर ही कोई नई भूमिका (नई नौकरी) तलाश सकें. इस दौरान रिक्रूटिंग टीमें इंटरनल कैंडिडेट्स को प्राथमिकता देंगी. यह समय सीमा स्थानीय कानूनों के अनुसार अलग-अलग हो सकती है.
मेमो में यह भी संकेत दिया गया है कि यह पुनर्गठन (restructuring) अभी खत्म नहीं हुआ है. इसमें कहा गया है कि 2026 तक कंपनी अहम स्ट्रेटेजिक एरियाज में नई भर्तियाँ जारी रखेगी, लेकिन साथ ही जहाँ ज़रूरत होगी वहाँ कर्मचारियों की संख्या कम करने, ज़िम्मेदारी बढ़ाने और दक्षता (efficiency) में सुधार करने पर भी ध्यान देगी.
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, छंटनी से प्रभावित कर्मचारियों की संख्या 30,000 तक पहुँच सकती है. यह छंटनी अमेज़न की अब तक की सबसे बड़ी एकमुश्त छंटनी मानी जा रही है. इससे पहले कंपनी ने 2022 के अंत से 2023 की शुरुआत तक कई चरणों में करीब 27,000 पदों को खत्म किया था. उस समय यह कदम महामारी के दौरान हुई तेज़ भर्ती (over-hiring) को संतुलित करने के लिए लिया गया था.
हालांकि मौजूदा अस्थिरता के बावजूद, अमेज़न भारत को एक महत्वपूर्ण रणनीतिक बाजार मानता है. जून में कंपनी ने 2,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की थी, ताकि भारत में अपनी लॉजिस्टिक्स और फुलफिलमेंट सुविधाओं का विस्तार और आधुनिकीकरण किया जा सके.
Note: This content has been translated using AI. It has also been reviewed by FE Editors for accuracy.
To read this article in English, click here.
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