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Brokerage on Asian Paints : दिसंबर तिमाही के नतीजों के बाद ब्रोकरेज हाउस भी एशियन पेंट्स के शेयर को लेकर कुछ अलर्ट दिख रहे हैं. (Reuters)
Asain Paints Stock Price : देश की सबसे बड़ी पेंट कंपनी एशियन पेंट्स के दिसंबर तिमाही के नतीजों ने बाजार को निराश किया है. आज एशियन पेंट्स के शेयर में करीब 5 फीसदी गिरावट है और यह 2237 रुपये के भाव तक नीचे आया. कंपनी का मुनाफा दिसंबर तिमाही में करीब 23 फीसदी घटकर 1,128 करोड़ रुपये रह गया, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 1,475 करोड़ रुपये था. वीक फेस्टिव डिमांड के चलते कंपनी का मुनाफा प्रभावित हुआ है. फिलहाल नतीजों के बाद ब्रोकरेज हाउस भी शेयर को लेकर कुछ अलर्ट दिख रहे हैं. अगर आपने भी शेयर में निवेश किया है या निवेश का मन बना रहे हैं तो ब्रोकरेज हाउस की रिपोर्ट पर नजर डाल सकते हैं.
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ब्रोकरेज हाउस रेटिंग और टारगेट प्राइस
मोतीलाल ओसवाल
रेटिंग : न्यूट्रल
टारगेट प्राइस : 2550 रुपये
एंटिक ब्रोकिंग
रेटिंग : HOLD
टारगेट प्राइस : 2361 रुपये
एचडीएफसी सिक्योरिटीज
रेटिंग : ADD
टारगेट प्राइस : 2450 रुपये
मैक्वेरी
रेटिंग : आउटपरफॉर्म
टारगेट प्राइस : 2650 रुपये
Nuvama
रेटिंग : Buy
टारगेट प्राइस : 3000 रुपये
मॉर्गन स्टैनले
रेटिंग : अंडरवेट
टारगेट प्राइस : 2358 रुपये
Jefferies
रेटिंग : अंडरपरफॉर्म
टारगेट प्राइस : 2000 रुपये
CLSA
रेटिंग : अंडरपरफॉर्म
टारगेट प्राइस : 2047 रुपये
क्या कहना है ब्रोकरेज हाउस का
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि एशियन पेंट्स का फोकस हर प्राइस सेग्मेंट और पैकेजिंग रिवैंम में नए लॉन्च पर है. कंपनी ऐसा संगठित और असंगठित दोनों तरह की कंपनियों के खिलाफ प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए कर रही है. हालांकि महत्वपूर्ण निवेश को लेकर कमिटमेंट के साथ नए खिलाड़ियों की एंट्री से पूरी इंडस्ट्री में मार्केट शेयर और कास्ट स्ट्रक्चर में बदलाव आ सकता है. ब्रोकरेज का कहना है कि हम FY26 के लिए वैल्यू ग्रोथ और मार्जिन दोनों को लेकर सतर्क हैं. स्टॉक में करेक्शन के बावजूद, डिमांड और प्रतिस्पर्धी दबाव अभी भी अर्निंग के इर्द-गिर्द मंडरा रहे हैं.
ब्रोकरेज हाउस एचडीएफसी सिक्योरिटीज का कहना है कि एशियन पेंट्स का कंसो रेवेन्यू सालाना बेसिस पर 6.1 फीसदी घटकर 85.5 बिलियन रुपये रहा. डेकोरेटिव और इंडस्ट्रियल बिजनेस में सामूहिक रूप से Q3 में 1.7% की वॉल्यूम ग्रोथ और वैल्यू ग्रोथ में 6.6% की गिरावट दर्ज की गई (डेकोरेटिव वैल्यू / वैल्यू ग्रोथ 1.6/-7.8% रही). कंज्यूमर डिमांड में कमी (खासकर शहरी केंद्रों में) के साथ-साथ गिरावट और कमजोर त्योहारी सीजन ने रेवेन्यू पर असर डाला है.
इंटरनेशनल ट्रेड में सालाना आधार पर 5 फीसदी की ग्रोथ रही. डेकोरेटिव कारोबार में मंदी के बीच मैनेजमेंट इंडस्ट्रियल बिजनेस को बढ़ाने पर ध्यान दे रहा है. अच्छे मॉनसून / रूरल डिमांड को सपोर्ट देने के लिए सरकारी खर्च में बढ़ोतरी की उम्मीद है. ब्रोकरेज ने लोअर वॉल्यूम ग्रोथ के चलते अपने FY26 और FY27 EPS अनुमानों में 6 फीसदी और 5 फीसदी की कटौती की है.
(Disclaimer: शेयर पर व्यू या सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)