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India Consumption : वित्त मंत्री ने अपने राजकोषीय रुख को कैपेक्स पर लंबे समय से चले आ रहे डिसप्रपोर्शनेट फोकस के मुकाबले कंजम्पशन को प्रोत्साहित करने की दिशा में अधिक फोकस किया है. (Pixabay)
Stock Market Investment Strategy Afeter Budget 2025 : बजट डे पर जहां बाजार कनफ्यूज रहा, वहीं बजट के बाद अगले ट्रेडिंग सेशन में सेंसेक्स और निफ्टी में बड़ी गिरावट देखने को मिली है. आज इंट्राडे में सेंसेक्स 700 अंकों से ज्यादा टूट गया है, जबकि निफ्टी 23250 के नीचे आ गया है. असल में बजट 2025 में बाजार की कुछ उम्मीदें मसलन कैपेक्स और एलटीसीजी टैक्स में राहत पूरी नहीं हुई हैं. वहीं डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा टैरिफ वार के एलान ने भी बाजार का सेंटीमेंट खराब किया है. ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का मानना है कि बजट में जो भी एलान हुए हैं, बाजार उसे जल्द ही एडजस्ट कर लेगा. वहीं बाजार का फोकस आने वाली आरबीआई पॉलिसी और अर्निंग पर रहेगा. ब्रोकरेज ने बजट के बाद उन सेक्टर और स्टॉक की भी जानकारी दी है, जिनपर वह पॉजिटिव है.
कैपेक्स से फोकस हटकर कंजम्पशन और सेविंग्स पर
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि लगभग एक दशक में पहली बार, भारत सरकार ने कैपेक्स के बजाय कंजम्पशन और सेविंग्स पर अधिक ध्यान केंद्रित किया. इस पर निवेशकों को गहरी नजर रखने की जरूरत है कि क्या यह बदलाव एकबारगी है या यह आगे भी बदलाव का संकेत देता है. दूसरा, कई साल के बाद, रीसिप्ट प्रोजेक्शन एग्रेसिव दिख रहे हैं.
भारत सरकार ने अगले साल से राजकोषीय घाटे के बजाय डेट-टु-जीडीपी रेश्यो को टारगेट करने की भी घोषणा की है. ब्रोकरेज के अनुसार भारत सरकार ने अगले साल के लिए जीडीपी के 4.4 फीसदी के राजकोषीय घाटे का बजट रखा है, जो कि 4.5 फीसदी की अपेक्षा के अनुरूप है. इसका बजट 11.1% की रीसिप्ट ग्रोथ (10.1% की नॉमिनल जीडीपी ग्रोथ के साथ) और 7.4 फीसदी की स्पेंडिंग ग्रोथ के साथ रखा गया है. केंद्रीय बजट 2025-26 में दो बड़े बदलाव हुए.
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मार्केट स्ट्रैटेजी
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट के अनुसार वित्त मंत्री (एफएम), निर्मला सीतारमण ने कंजम्पशन में सुस्ती और सॉफ्ट सेंटीमेंट के बीच बजट पेश किया. आर्थिक स्थितियों पर ध्यान देते हुए, वित्त मंत्री ने अपने राजकोषीय रुख को कैपेक्स पर लंबे समय से चले आ रहे डिसप्रपोर्शनेट फोकस के मुकाबले कंजम्पशन को प्रोत्साहित करने की दिशा में अधिक फोकस किया है. मिडिल क्लास को लोअर पर्सनल टैक्स के माध्यम से राहत देने का लक्ष्य है, भले ही केंद्र सरकार के कैपिटल आउटले में सालाना आधार पर 6 फीसदी ग्रोथ का अनुमान लगाया गया है - जो पिछले छह साल में सबसे कम है.
जबकि कैपेक्स ओरिएंटेशन एक अच्छा लॉन्ग टर्म अप्रोच है, एफएम ने लोकलुभावन वाले बजट का सहारा लिए बिना कमजोर कंजम्पशन सेंटीमेंट को उठाने के पक्ष में स्टांस को एडजस्ट करने के लिए लचीलेपन और व्यावहारिकता का प्रदर्शन किया है. ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि हम उम्मीद करते हैं कि बाजार यूनियन बजट की घोषणाओं को डाइजेस्ट कर लेगा और अपना फोकस अर्निंग और आने वाली आरबीआई पॉलिसी पर रखेगा. 3QFY25 के लिए अर्निंग सीजन अनुमानों के अनुरूप रहा है. हमारी अर्निंग ग्रोथ की उम्मीदों में कमी आई है, और अब हम उम्मीद करते हैं कि FY25 और FY26 के लिए निफ्टी PAT 5%, 16% बढ़ेगा.
किस सेक्टर पर ओवरवेट, किस पर अंडरवेट
ब्रोकरेज हाउस ने मौजूदा माहौल में मिडकैप और स्मॉलकैप की तुलना में लार्जकैप को प्राथमिकता दी है. एक साल के आगे के आधार पर निफ्टी 19.9x (इसके एलपीए से 3%) पर कारोबार कर रहा है, जबकि निफ्टी मिडकैप 30x (निफ्टी से 49% प्रीमियम) पर है और निफ्टी स्मॉलकैप 22x (निफ्टी से 9% प्रीमियम) पर कारोबार कर रहे हैं. ब्रोकरेज हाउस कंजम्पशन, आईटी, BFSI, इंडस्ट्रियल्स, हेल्थकेयर और रियल एस्टेट पर ओवरवेट है, जबकि अपने मॉडल पोर्टफोलियो में ऑयल एंड गैस, सीमेंट, ऑटोमोबाइल और मेटल सेक्टर पर अंडरवेट है.
टॉप स्टॉक आइडिया
लार्जकैप : Trent, HUL, Titan Company, M&M, Maruti, ICICI Bank, SBI, HCL Tech, Bharti Airtel, L&T, Sun Pharma और Dixon Tech.
मिडकैप और स्मॉलकैप : Indian Hotels, Page, Cummins India, BSE, Godrej Properties, Coforge, Metro Brands, IPCA Labs, Angel One, Vinati Organics और JSW Infrastructure.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें)