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Axis Bank Results: दूसरी तिमाही में मुनाफा 25% घटा, NII में मामूली बढ़त. (File Photo : Reuters)
Axis Bank Q2 Results : एक्सिस बैंक के निवेशकों के लिए सितंबर तिमाही (Q2FY26) के नतीजे मिलेजुले रहे हैं. बैंक का नेट प्रॉफिट 25% गिरकर 5,090 करोड़ रुपये पर आ गया है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 6,918 करोड़ रुपये था. हालांकि, बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) में 2% की मामूली बढ़त दर्ज की गई है. आरबीआई के निर्देश पर किए गए 1,231 करोड़ रुपये के क्रॉप लोन प्रॉविजन (crop loan provision) ने इस तिमाही के मुनाफे पर सबसे बड़ा असर डाला है. आइए देखते हैं इन नतीजों की 5 बड़ी बातें.
1. मुनाफे में 25% की गिरावट और RBI की एडवाइजरी
एक्सिस बैंक का सितंबर तिमाही में कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 25.31% घटकर 5,528 करोड़ रुपये रह गया. बैंक ने बताया कि आरबीआई की सलाह के बाद दो बंद किए गए क्रॉप लोन वेरिएंट्स के लिए 1,231 करोड़ रुपये का वन-टाइम प्रावधान किया गया, जिससे इस तिमाही का लाभ प्रभावित हुआ.
बैंक ने अपने बयान में कहा, “आरबीआई की FY25 की वार्षिक जांच के बाद बैंक ने Q2FY26 में दो डिसकंटिन्यूड क्रॉप लोन वेरिएंट्स पर 1,231 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वन-टाइम स्टैंडर्ड एसेट प्रावधान किया.”
बैंक प्रबंधन का कहना है कि जैसे-जैसे ये लोन रिपे हो जाएंगे, यह रकम वापस लिखी जा सकेगी.
2. NII में हल्की बढ़त, NIM में गिरावट
हालांकि बैंक की लोन बुक में 12% की बढ़त दर्ज की गई, लेकिन नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) केवल 2% बढ़कर 13,745 करोड़ रुपये रही. नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) 3.99% से घटकर 3.73% रह गया, जिससे ब्याज से मिलने वाली आय पर असर पड़ा.
एक्सिस बैंक के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) पुनीत शर्मा ने कहा, “अगर रिजर्व बैंक आगे दरों में कटौती नहीं करता है, तो दिसंबर तिमाही में NIM अपने निचले स्तर पर पहुंच जाएगा.”
3. अन्य आय और ट्रेडिंग इनकम में गिरावट
बैंक की अन्य आय (Other Income) 1% घटकर 6,625 करोड़ रुपये रही. इसकी बड़ी वजह ट्रेडिंग इनकम में 55% की गिरावट रही, जो घटकर 498 करोड़ रुपये पर आ गई. इससे बैंक की कुल गैर-ब्याज आय पर दबाव बना रहा.
4. प्रोविजनिंग और NPA की स्थिति
इस तिमाही में बैंक का कुल प्रावधान (Provisions) 2,204 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,547 करोड़ रुपये हो गया. हालांकि, बैंक ने कहा कि उसकी एसेट क्वॉलिटी स्थिर है और किसी प्रकार का डाइवर्जेंस नहीं पाया गया.
बैंक के ग्रॉस NPA अनुपात में सुधार देखने को मिला, जो पिछली तिमाही के 1.57% से घटकर 1.46% पर आ गया. वहीं, ग्रॉस स्लिपेज बढ़कर 5,696 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 4,443 करोड़ रुपये था.
5. लोन सेगमेंट में सुस्ती, कॉरपोरेट ग्रोथ मजबूत
बैंक की एडवांसेस (Advances) में कुल मिलाकर ग्रोथ कॉरपोरेट सेगमेंट की वजह से रही. रिटेल लोन में केवल 6% की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि होम लोन में 1% की मामूली गिरावट आई. बैंक के एक अधिकारी ने बताया कि अगले कुछ महीनों में हाउसिंग लोन सेगमेंट में भी सुधार की उम्मीद है.
बैंक का दावा है कि रिटेल एसेट क्वालिटी अब स्थिर हो रही है. क्रेडिट कार्ड सेगमेंट में सुधार देखा गया है, और बैंक ने इस तिमाही में 10 लाख नए कार्ड जारी किए हैं.
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सब्सिडियरी कंपनियों का प्रदर्शन
एक्सिस फाइनेंस का छमाही मुनाफा बढ़कर 385 करोड़ रुपये हुआ, जो पिछले साल 327 करोड़ रुपये था. एक्सिस एसेट मैनेजमेंट कंपनी का नेट प्रॉफिट (PAT) बढ़कर 271 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक्सिस कैपिटल का लाभ घटकर 299 करोड़ रुपये रह गया.
बैंक के एमडी और सीईओ अमिताभ चौधरी ने कहा, “एक्सिस फाइनेंस जल्द ही अपर-लेयर एनबीएफसी के रूप में क्लासिफाई की जाएगी, जिससे इसकी लिस्टिंग प्रोसेस शुरू होगी.”
शेयर बाजार में हल्की गिरावट
बुधवार को एक्सिस बैंक का शेयर बीएसई पर 0.65% गिरकर 1,169 रुपये पर बंद हुआ, जबकि बेंचमार्क इंडेक्स में 0.70% की बढ़त रही.