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BPCL Q3FY24 Results: बीपीसीएल ने अप्रैल-दिसंबर 2023 के दौरान 22,069.27 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो कंपनी के लिए एक रिकॉर्ड है. (Photo : Reuters)
BPCL Q3FY24 Results: सरकारी कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) ने शानदार तिमाही नतीजों का एलान किया है. कंपनी ने अपने बेहतर रिफाइनिंग और मार्केटिंग मार्जिन की बदौलत दिसंबर तिमाही के दौरान कन्सॉलिडिटेड नेट प्रॉफिट में 82 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की है, जो उम्मीद से कहीं बेहतर है. BPCL की तरफ से सोमवार को जारी नतीजों के मुताबिक अक्टूबर-दिसंबर 2023 के तीन महीनों के दौरान उसका कन्सॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 3,181.42 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के दौरान यह आंकड़ा 1,747.01 करोड़ रुपये रहा था. हालांकि सीक्वेंशियल आधार पर देखें तो इसी वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के मुकाबले तीसरी तिमाही का मुनाफा कम रहा है. जुलाई-सितंबर 2023 के दौरान कंपनी का कन्सॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 8,243.55 करोड़ रुपये रहा था.
रिटेल कीमतें घटाए नहीं जाने से बढ़ा मुनाफा
पिछले 21 महीनों से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई कटौती नहीं हुई है, जबकि इस दौरान कच्चे तेल के भाव नीचे आए हैं. इस वजह से बीपीसीएल (Bharat Petroleum Corporation Ltd) को बेहतर मार्केटिंग मार्जिन हासिल करने में काफी मदद मिली है. BPCL ने अक्टूबर-दिसंबर के दौरान कच्चे तेल के हर बैरल को पेट्रोल और डीजल जैसे फ्यूल में बदलने पर करीब 13.3 डॉलर कमाए. यही वजह रही कि फ्यूल मार्केटिंग से कंपनी की प्री-टैक्स अर्निंग तीसरी तिमाही के दौरान तेजी से बढ़कर 4,372.93 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले की समान तिमाही के दौरान 2,618.95 करोड़ रुपये थी. हालांकि इसके मुकाबले जुलाई-सितंबर 2023 के दौरान फ्यूल मार्केटिंग से कंपनी की प्री-टैक्स अर्निंग 11,283.29 करोड़ रुपये रही थी, जो एक रिकॉर्ड है. तीसरी तिमाही के दौरान बीपीसीएल को ऑपरेशन्स से हुई आय (revenue from operations) 1.3 लाख करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की तुलना में मामूली रूप से कम है.
पिछले नुकसान की भरपाई के साथ मुनाफा भी कमाया
साल 2022 में यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद सरकारी स्वामित्व वाली फ्यूल मार्केटिंग कंपनियों - इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC), BPCL और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) ने दुनिया भर में तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद रिटेल कीमतों को फ्रीज कर दिया था. ऐसा कंज्यूमर्स को कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव से बचाने के मकसद से किया गया था. कीमतों में ठहराव के कारण तीनों सरकारी कंपनियों को वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही के दौरान नुकसान उठाना पड़ा था. लेकिन पिछले साल जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट शुरू हुई, तो उन्होंने न सिर्फ पिछले नुकसान की भरपाई की, बल्कि जमकर मुनाफा भी कमाया. मोटी कमाई का वही दौर कंपनी के लिए अब भी जारी है. हालांकि जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान कंपनी की प्रॉफिटेबिलिटी जिस ऊंचाई पर थी, वो बाद के तीन महीनों में इन्वेंट्री घटने के कारण उतनी नहीं रह गई.अक्टूबर-दिसंबर की अवधि में BPCL का मार्केटिंग मार्जिन 3.5 रुपये प्रति लीटर रहने का अनुमान है.
9 महीनों में कमाया रिकॉर्ड मुनाफा
चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों (अप्रैल-दिसंबर 2023) के दौरान बीपीसीएल ने 22,069.27 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो कंपनी के लिए इस अवधि में कमाया गया अब तक का सबसे बड़ा शुद्ध लाभ है. इसके मुकाबले पिछले साल की समान अवधि (अप्रैल-दिसंबर 2023) में कंपनी को 4,739.42 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा था. बीपीसीएल ने तीसरी तिमाही के दौरान 98.6 लाख टन कच्चे तेल को फ्यूल में बदला, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 93.9 लाख टन और जुलाई-सितंबर 2023 के के दौरान 93.5 लाख टन था. अक्टूबर-दिसंबर 2023 में कंपनी की फ्यूल की बिक्री 1.29 करोड़ टन रही, जो सितंबर तिमाही के 1.22 करोड़ टन से अधिक, लेकिन पिछले साल की समान अवधि के लगभग बराबर है.
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रिफाइनिंग मार्जिन और एबिटा के बेहतरीन आंकड़े
अप्रैल-दिसंबर की अवधि में कंपनी का सकल रिफाइनिंग मार्जिन (GRM) 14.72 डॉलर प्रति बैरल रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 20.08 डॉलर प्रति बैरल था. FY24 के पहले 9 महीनों के लिए कंपनी का EBITDA 36,887.35 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जबकि FY23 की इसी अवधि के दौरान यह रकम महज 1,253.93 करोड़ रुपये रही थी. वित्त वर्ष 2023-24 के पहले 9 महीनों में बीपीसीएल का एबिटा मार्जिन 9.84 फीसदी रहा, जबकि वित्त वर्ष 2022-23 की इसी अवधि में यह महज 0.31 प्रतिशत था. कंपनी का EBITDA मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (Q3FY24) में 6,906.37 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि (Q3FY23) में 4,685.82 करोड़ रुपये रहा था.
BPCL के नेटवर्क में 501 नए फ्यूल स्टेशन शामिल
तीसरी तिमाही के दौरान BPCL ने 501 नए फ्यूल स्टेशनों को जोड़कर अपने रिटेल नेटवर्क का विस्तार भी किया है, जिसके चलते अब कंपनी के नेटवर्क में कुल 21,532 फ्यूल स्टेशन शामिल हो गए हैं. बीपीसीएल ने इसी अवधि में कुल 112 नए सीएनजी (CNG) स्टेशन भी चालू किए हैं, जिन्हें मिलाकर 31 दिसंबर 2023 तक उसके कुल सीएनजी स्टेशनों की संख्या बढ़कर 1,711 हो गई है. BPCL के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (CMD) जी कृष्णकुमार ने नतीजों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कंपनी ने चुनौतीपूर्ण माहौल के बीच भी मजबूत प्रदर्शन करते हुए एक और तिमाही में बेहतर नतीजे दिए हैं. उन्होंने कहा कि हम कंपनी के बिजनेस में वॉल्यूम ग्रोथ और ऑपरेशनल एक्सिलेंस हासिल करने पर पूरा ध्यान दे रहे हैं. इसके साथ ही दीर्घकालिक रणनीतिक प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए निवेश को भी आगे बढ़ाया जा रहा है.