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BSE Stock Price : यह डेवलपमेंट बीएसई के लिए फायदेमंद है, क्योंकि इसका मौजूदा एक्सपायरी दिन मंगलवार है. (Reuters)
NSE Expiry Plan : आज बीएसई के शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिल रही और यह करीब 14 फीसदी मजबूत होकर 5329 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. असल में इसके प्रतिस्पर्धी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (एनएसई) ने वीकली, मंथली और क्वार्टली डेरिवेटिव्स एक्सपायरी डेट को गुरुवार से सोमवार को शिफ्ट करने की अपनी योजना को फिलहाल टालने का निर्णय लिया है. ये फैसला मार्केट रेग्युलेटर SEBI द्वारा कंसल्टिंग पेपर जारी करने के बाद लिया है.
क्या था NSE का एक्सपायरी प्लान
NSE ने 4 अप्रैल से एक्सपायरी दिन सोमवार करने की योजना बनाई थी. लेकिन अब अगले आदेश तक इसे टाल दिया गया है. ये फैसला मार्केट रेग्युलेटर SEBI द्वारा कंसल्टिंग पेपर जारी करने के बाद लिया है. सेबी ने F&O एक्सपायरी को लेकर कंसल्टेशन पेपर जारी किया है. SEBI ने कहा है कि एक्सपायरी दिन को तय करने से पहले सभी पक्षों से राय ली जाएगी. SEBI ने सुझाव दिया है कि एक्सपायरी दिन मंगलवार या गुरुवार को रखा जा सकता है.राय देने की अंतिम तारीख 17 अप्रैल तय की गई है.
BSE को क्यों होगा फायदा
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड का कहना है कि यह डेवलपमेंट बीएसई के लिए फायदेमंद है, क्योंकि इसका मौजूदा एक्सपायरी दिन मंगलवार है और एनएसई एक्सपायरी 25 अप्रैल से सोमवार को होने से बीएसई के वॉल्यूम पर असर पड़ने की उम्मीद थी. इस कंसल्टिंग पेपर के कार्यान्वयन से बीएसई और एनएसई दोनों के लिए अलग-अलग दिनों की अनुमति मिलेगी.
इंडस्ट्री वॉल्यूम पर हो सकता था असर
ब्रोकरेज फर्म नुवामा ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि एनएसई द्वारा एक्सपायरी डे को गुरुवार से बदलकर सोमवार करने के कदम से इंडस्ट्री वॉल्यूम पर असर होगा, क्योंकि रिटेल ट्रेडर्स के लिए ट्रेडिंग के रास्ते सीमित हो जाएंगे. बीएसई ने अपनी ओर से कहा कि उसका प्रदर्शन उसके ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर एग्जीक्यूट किए गए ट्रेड वॉल्यूम, न्यू या आगे की लिस्टिंग और ऐसे इश्यू के माध्यम से जुटाई गए कैपिटल अमाउंट, बाजार (Stock Market_ में एक्टिव ट्रेडर्स की संख्या आदि पर करता है.
SEBI का सुझााव
मार्केट रेगुलेटर SEBI ने सुझाव दिया है कि अब हर स्टॉक एक्सचेंज को अपने इक्विटी डेरिवेटिव्स (F&O) कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी सिर्फ मंगलवार या गुरुवार को ही रखने की अनुमति हो सकती है. हर एक्सचेंज को सिर्फ एक ही दिन साप्ताहिक एक्सपायरी का विकल्प मिलेगा, यानी मंगलवार या गुरुवार. सिर्फ बेंचमार्क इंडेक्स ऑप्शन्स को ही वीकली एक्सपायरी की इजाजत होगी.
अन्य सभी कॉन्ट्रैक्ट्स जैसे इंडेक्स फ्यूचर्स, नॉन-बेंचमार्क इंडेक्स ऑप्शन्स और स्टॉक ऑप्शन्स की मिनिमम वैधता 1 महीने होगी और एक्सपायरी हर महीने के आखिरी हफ्ते में होगी. अब कोई भी नया कॉन्ट्रैक्ट या एक्सपायरी डेट लागू करने से पहले एक्सचेंज को SEBI से मंजूरी लेनी होगी.