/financial-express-hindi/media/media_files/2024/11/25/fRvTPN6lMq6WZSWH8ysq.jpg)
IPO News : एन्वायरो इंफ्रा इंजीनियरिंग के आईपीओ को निवेशकों की ओर से सॉलिड रिस्पांस मिला था और यह ओवरआल 89.90 गुना सब्सक्राइब हुआ था.
Enviro Infra Stock Market Listing News : वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और ‘सीवरेज सिस्टम’ से जुड़ी परियोजनाओं के विकास में शामिल एन्वायरो इन्फ्रा इंजीनियर्स (Enviro Infra Engineering) का आईपीओ निवेशकों के लिए ब्लॉक बस्टर साबित हुआ है. आज कंपनी के स्टॉक ने शेयर बाजारों में धमाकेदार एंट्री की है. आईपीओ प्राइस 148 रुपये की तुलना में यह शेयर 218 रुपये पर यानी करीब 48 फीसदी प्रीमियम के साथ लिस्ट हुआ. वहीं कुछ ही देर में यह 234 रुपये पर पहुंच गया जो आईपीओ प्राइस से 58 फीसदी ज्यादा है. आईपीओ को जबरदस्त सब्सक्रिप्शन भी मिला था.
Enviro Infra IPO : निवेशकों का कैसा था रिस्पांस
एन्वायरो इंफ्रा इंजीनियरिंग के आईपीओ को निवेशकों की ओर से सॉलिड रिस्पांस मिला था और यह ओवरआल 89.90 गुना सब्सक्राइब हुआ था. आईपीओ में 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व था और यह ओवरआल 157.05 गुना भरा था. रिटेल निवेशकों के लिए इसमें 35 फीसदी हिस्सा रिजर्व था और यह ओवरआल 24.48 गुना भरा था. जबकि नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए 15 फीसदी हिस्सा रिजर्व था और यह कुल 153.80 गुना भरा था. कर्मचारियों के लिए रिजर्व हिस्से को 37.77 गुना बोली मिली थी. आईपीओ का साइज 650 करोड़ रुपये था, जबकि इसे 40,971.03 करोड़ रुपये की बोली मिली.
650 करोड़ का आईपीओ
एन्वायरो इंफ्रा इंजीनियरिंग के आईपीओ का साइज 650 करोड़ रुपये था. जबकि इसके लिए प्राइस बैंड 140-148 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था. कंपनी के आईपीओ में 3.87 करोड़ इक्विटी शेयरों के फ्रेश इश्यू के अलावा ओएफएस (OFS) के जरिए प्रमोटर्स और शेयरहोल्डर्स 52.68 लाख शेयर बेचे. आईपीओ के पहले प्रमोटर्स के पास एन्वायरो इन्फ्रा इंजीनियर्स में 93 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी थी. कंपनी ने इस आईपीओ में अपने कर्मचारियों को 13 रुपये प्रति शेयर का डिस्काउंट भी दिया था.
कंपनी के फाइनेंशियल
कंपनी के फाइनेंशियल की बात करें तो फाइनेंशियल ईयर 2024 में कंपनी के रेवेन्यू में 116 फीसदी की ग्रोथ देखने को मिली थी और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (पीएटी) में 101 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई. एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स वाटर और वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के साथ-साथ सरकारी निकायों के लिए वाटर सप्लाई परियोजनाओं के डिजाइन, निर्माण, संचालन और रखरखाव में विशेषज्ञता रखती है.
कहां होगा फंड का इस्तेमाल
कंपनी नए इश्यू से हासिल 181 करोड़ रुपये की राशि का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगी. 100 करोड़ रुपये लोन के पेमेंट के लिए और 30 करोड़ रुपये कंपनी की सहायक कंपनी ईआईईएल मथुरा इंफ्रा इंजीनियर्स में उत्तर प्रदेश के मथुरा में 60 मिलियन लीटर प्रतिदिन क्षमता का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) बनाने में लगाएगी.