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Share Market during Election Years: यह जानना दिलचस्प है कि पिछले 20 वर्षों के दौरान शेयर बाजार ने चुनावी साल में कैसा प्रदर्शन किया है. (Image : Pixabay)
Share Market Month Wise Trend in Last 4 Election Years: लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आने में अब कुछ ही दिन बाकी हैं. 4 जून को वोटों की गिनती के बाद आम चुनाव के नतीजे (General Election 2024 Result) सबके सामने आ जाएंगे. इससे पहले पिछले कुछ दिनों में भारतीय शेयर बाजार में तेज उतार-चढ़ाव देखने को मिले हैं. इस दौरान हमने बाजार को नई ऊंचाई छूते देखा है, तो मुनाफा वसूली भी हुई है. बाजार की इस हलचल को चुनावी माहौल से जोड़कर देखा जा रहा है. आम तौर पर माना जाता है कि शेयर बाजार राजनीतिक स्थिरता को पसंद करता है और सत्ता में बदलाव की आशंका से झटका खाने लगता है. इन चर्चाओं के बीच यह देखना दिलचस्प होगा कि पिछले 20 वर्षों के दौरान शेयर बाजार ने चुनावी साल में कैसा प्रदर्शन किया है. मतदान के दौरान और नतीजों के एलान के फौरन बाद उसका मिजाज कैसा रहता आया है?
इन सवालों का जवाब जानने के लिए नजर डालते हैं देश में पिछले 20 साल यानी 2004 के बाद हुए लोकसभा चुनावों के साल में निफ्टी 50 के आंकड़ों पर. इस दौरान देश में 4 लोकसभा चुनाव हुए हैं - 2004, 2009, 2014 और 2019 में. तो आइए देखते हैं इन चार कैलेंडर इयर्स के दौरान निफ्टी 50 की चाल महीने-दर-महीने कैसी रही है:
पिछले चुनावी वर्षों में निफ्टी 50 का रिटर्न (प्रतिशत में)
2004 | 2009 | 2014 | 2019 | |
जनवरी | -3.72 | -2.85 | -3.4 | -0.29 |
फरवरी | -0.52 | -3.87 | 3.08 | -0.36 |
मार्च | -1.58 | 9.31 | 6.81 | 7.7 |
अप्रैल | 1.37 | 15 | -0.12 | 1.07 |
मई | -17.4 | 28.07 | 7.97 | 1.49 |
जून | 1.48 | -3.55 | 5.28 | -1.12 |
जुलाई | 8.42 | 8.05 | 1.44 | -5.69 |
अगस्त | -0.03 | 0.55 | 3.02 | -0.85 |
सितंबर | 6.97 | 9.05 | 0.13 | 4.09 |
अक्टूबर | 2.37 | -7.32 | 4.49 | 3.51 |
नवंबर | 9.62 | 6.81 | 3.2 | 1.5 |
दिसंबर | 6.21 | 3.35 | -3.56 | 0.93 |
सालाना रिटर्न | 10.68 | 75.76 | 31.39 | 12.02 |
(Source : Prime Investor)
पिछले चारों चुनावी कैलेंडर इयर में पॉजिटिव रहा रिटर्न
ऊपर दिए आंकड़े बताते हैं पिछले चारों चुनावी कैलेंडर इयर - यानी 2004, 2009, 2014 और 2019 में निफ्टी 50 का सालाना रिटर्न हमेशा पॉजिटिव रहा है. 2004 में यह 10.68% रहा तो 2009 में 75.76% का धुआंधार रिटर्न देखने को मिला. इसके बाद 2014 में भी निफ्टी ने 31.39% का शानदार सालाना रिटर्न दिया. इसके बाद 2019 में भी निफ्टी का सालाना रिटर्न 12.02% रहा.
क्या बताते हैं चुनावी सालों के आंकड़े
ऊपर दिए निफ्टी 50 के आंकड़े बताते हैं कि पिछले 4 चुनावी वर्षों के दौरान शेयर मार्केट के रुझान में एक बात कॉमन है, और वो ये कि 2004 से 2019 तक, हर लोकसभा चुनाव से करीब 3 महीने पहले, यानी जनवरी में गिरावट आई है. जबकि चुनाव के 6 महीने बाद, यानी नवंबर के महीने में निफ्टी ने पॉजिटिव रिटर्न दिया है. इन आंकड़ों के मुताबिक निफ्टी 50 में जनवरी 2004 के दौरान -3.72%, जनवरी 2009 में -2.85%, जनवरी 2014 में -3.4% और जनवरी 2019 में -0.29% की गिरावट आई. इसकी तुलना मौजूदा चुनावी साल से करें तो जनवरी 2024 में निफ्टी 50 का रिटर्न 0.03% यानी करीब-करीब फ्लैट रहा.
इससे ठीक उलट, पिछले चारों चुनावी सालों के दौरान नवंबर में मार्केट का ट्रेंड पॉजिटिव रहा. निफ्टी 50 ने नवंबर 2004 में 9.62%, नवंबर 2009 में 6.81%, नवंबर 2014 में 3.2% और नवंबर 2019 में 1.5% का पॉजिटिव रिटर्न दिया. दिसंबर का महीना भी ज्यादातर चुनावी सालों में अच्छा रहा है. पिछले चार चुनावी सालों के दौरान सिर्फ 2014 में दिसंबर का रिटर्न -3.56 यानी निगेटिव रहा. बाकी चुनावी सालों की बात करें तो दिसंबर 2004 में यह 6.21%, दिसंबर 2009 में 3.35% और दिसंबर 2019 में 0.93% रहा है.
मई-जून में कैसा रहा बाजार का रुझान
चारों चुनावी सालों के मई के महीने का रुझान देखें तो इसमें निफ्टी 50 के रिटर्न में एक जैसा ट्रेंड नहीं रहा है. 2004 में मई का रिटर्न -17.4% यानी निगेटिव रहा, तो 2009 में यह अच्छी खासी तेजी के साथ 28.07% रहा. वहीं, 2014 के मई महीने में निफ्टी 50 में 7.97% की तेजी देखने को मिली. 2019 में निफ्टी 50 का रिटर्न 1.49% रहा. वहीं मई 2024 की बात करें तो 29 तारीख के आंकड़ों के मुताबिक निफ्टी का पिछले 30 दिनों का रिटर्न 0.44% रहा है. चुनावी नतीजों के महीने यानी जून की बात करें तो निफ्टी ने 2004 में 1.48%, 2009 में -3.55% और 2014 में 5.28% का रिटर्न दिया था. वहीं, 2019 में यह रिटर्न -1.12% रहा. यानी जून के महीने में निफ्टी का रिटर्न चार में से दो साल पॉजिटिव और दो साल निगेटिव रहा है.
नई सरकार बनने के बाद आया सुधार
पिछले 4 चुनावी सालों के दौरान निफ्टी के आंकड़े बताते हैं कि आम चुनाव के परिणाम सामने आने के बाद बाजार का मिजाज आमतौर पर सुधरा है. चुनाव के बाद जून से दिसंबर तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो दिलचस्प रुझान देखने को मिलता है. चारों चुनावी सालों के लिए इन 7 महीनों के ट्रेंड को मिलाकर देखें, तो 28 महीनों में से सिर्फ 7 महीनों में निफ्टी का रिटर्न निगेटिव रहा है. बाकी 21 महीनों के दौरान बाजार का मूड पॉजिटिव रहा है. यानी चुनाव के बाद आमतौर पर बाजार का मूड अच्छा रहा है.